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करी पत्ते के 9 फायदे और नुकसान | Curry Leaves Benefits & Side-Effects in Hindi
हम सब नीम के औषधीय गुणों को तो जानते ही हैं पर साथ में इस चीज को भी जानते हैं कि नीम खाने में कितनी कड़वी होती है। यदि ऐसी कोई औषधि हो जो गुणों में नीम सी और खाने में मीठी हो तो कितना बेहतर होगा।
जी हां ऐसी एक औषधि कुदरत ने बनाई है और उस औषधि का नाम करी पत्ता है। करी पत्ते को मीठी नीम के नाम से भी जाना जाता है। इसका उपयोग भारत के दक्षिणी हिस्से में सबसे ज्यादा मात्रा में किया जाता है। लेकिन आजकल भारत की लगभग हर रसोई में इसको किसी न किसी रूप में इस्तेमाल किया जाने लगा है। यह भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ कई औषधीय गुणों से लैस है। यह हमारे भोजन के स्वाद को तो बढ़ाती ही है साथ ही हमारे शरीर में आए कई विकारों को दूर करने में भी मदद करती है।
इसका बोटैनिकल नाम Murraya koenigii, Bergera koenigii, Chalcas koenigii है। यह Rutaceae फैमिली का पौधा है। इसको संस्कृत भाषा मे Krishna Nimba के नाम से जाना जाता है।
इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस और कई अन्य विटामिन मौजूद है जो शरीर में उत्पन्न हुए विकारों जैसे कि मधुमेह, हाई बीपी, खून की कमी तथा मोटापा आदि को खत्म करके हमें रोगों से बचाने में मदद करते है। करी पत्ते में मौजूद विटामिन B2, विटामिन B6 हमारे बालों और त्वचा की सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिए यह बवासीर जैसी बीमारी में काफी फायदा पहुंचाती है।
करी पत्ते के फायदे (Benefits of Curry Leaves in Hindi)
1. कढ़ी पत्ते का इस्तेमाल बालों के लिए
कढ़ी पत्ते का इस्तेमाल बालों की जड़ों को मजबूत और उन्हें घना, काला बनाने के लिए किया जाता है। इसमें मौजूद विटामिन बालों के झड़ने को रोककर बालों से रूसी को हटाते हैं। यह एक तरीके का हेयर टॉनिक भी है। यदि करी पत्ते को पानी में उबालकर बालों पर 15 से 20 मिनट के लिए मास्क की तरह लगाया जाए या हफ्ते में दो बार सर पर इस पानी से मसाज की जाए तो बालों को काफी फायदा पहुंचता है। इसके अलावा यदि करी पत्ते को पीस कर उसका दही के साथ पेस्ट बनाकर बालों पर लगाया जाए और कुछ मिनटों बाद धो लिया जाए तो यह बालों के लिए नेचुरल कंडीशनर की तरह भी काम करता है।
2. वजन घटाए करी पत्ता
आज के समय में ज्यादातर बीमारियां बढ़े हुए वजन की वजह से ही है। लेकिन यह जानकर आपको काफी आश्चर्य होगा कि कढ़ी पत्ते का इस्तेमाल करके वजन को कम किया जा सकता है। इसमें बहुत से फाइबर मौजूद है जो शरीर में जमी हुई फालतू चर्बी और विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए काम करते हैं। हर दिन कम से कम 8 -10 करी पत्ता खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है और वजन नियंत्रित रहता है।
3. त्वचा के लिए फायदेमंद
जिस प्रकार नीम का उपयोग त्वचा संबंधी रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है। उसी तरीके से करी पत्ता भी चेहरे की चमक को बढ़ाने के लिए काम करता है। यदि करी पत्ते को पीसकर इसका फेस पैक बना लिया जाए और चेहरे पर लगाया जाए तो चेहरे पर होने वाली समस्याएं जैसे रूखापन, झुर्रियां, पिंपल आदि बहुत जल्दी खत्म हो जाते हैं। इसका फेस पैक बनाने के लिए करी पत्ते को सुखाकर उनका पाउडर बना लें। फिर इस पाउडर में गुलाबजल, नारियल का तेल और थोड़ी मुल्तानी मिट्टी मिलाए। अब इसे अपने चेहरे पर 20 मिनट तक लगाकर रखे और उसके बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें। कुछ ही दिनों बाद आप अपनी त्वचा पर फर्क महसूस करना शुरू कर देंगे।
4. हृदय के लिए फायदेमंद मीठी नीम
कहते हैं कि कड़वी चीजें हमेशा फायदा ही पहुंचाती है परंतु यह मीठी नीम हमारे शरीर को स्वस्थ एवं निरोगी बनाने का काम करती है। यह शरीर के बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को कम करती है। ऐसा करने पर दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। यदि शरीर के ऑक्सीडेटिव कोलेस्ट्रॉल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल का बनना कम कर दिया जाए तो हार्ट अटैक का खतरा भी कम हो जाता है। करी पत्ते में बहुत से एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीडेशन प्रोसेस को रोकते हैं। जिसकी वजह से शरीर में ऑक्सीडेटिव कोलेस्ट्रॉल नहीं बनता और हार्ट अटैक की संभावना कम रहती है तथा दिल से जुड़ी दूसरी परेशानियां भी कम हो जाती है।
5. खून की कमी से बचाए करी पत्ता
करी पत्ता शरीर में आई खून की कमी यानी एनीमिया जैसी बीमारी को दूर करने में सक्षम है। शरीर में आयरन की कमी की वजह से बहुत से लक्षण दिखाई देने लगते हैं जैसे थकान, आंखों के नीचे कालापन और नींद ज्यादा आना। जब शरीर में आयरन को सोखने(adsorb) और उसका सही इस्तेमाल करने की ताकत आ जाती है तो एनीमिया की बीमारी धीरे-धीरे ठीक होने लगती है। ऐसे में यदि शरीर में आयरन और फोलिक एसिड की कमी को पूरा कर दिया जाए तो एनीमिया ठीक हो सकता है। एनीमिया दूर करने के लिए यदि एक खजूर और 3 करी पत्तों को रोजाना सुबह खाली पेट 40 दिन तक खाया जाए तो इससे एनीमिया का खतरा कम हो जाता है।
6. मीठी नीम लीवर के लिए फायदेमंद
लगातार शराब का सेवन करने से शरीर में मरकरी(पारा) की मात्रा ज्यादा होने लगती है और लीवर पर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है, जिसकी वजह से लीवर की परेशानियां बढ़ने लगती है। यदि मीठी नीम का सेवन रोजाना किया जाए तो लीवर पर पड़ने वाले बहुत से ऑक्सीडेटिव प्रभाव कम हो जाते हैं और लीवर संबंधी विकार भी दूर होने लगते हैं। यदि किसी व्यक्ति को लीवर से संबंधित कोई परेशानी है तो वह घर पर बनाए गए घी को गर्म करके उसमें एक कप मीठी नीम(करी पत्ते) का जूस डालकर पिए तो लीवर संबंधित विकार धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं। यदि कोई चाहे तो इसमें थोड़ी शक्कर और काली मिर्च भी मिला सकता है। अगर आप चाहे तो इस मिश्रण को ठंडा ही पी ले और यदि आप चाहें कि इसे हल्का उबालना है तो आप इसे उबालकर भी पी सकते हैं।
7. करी पत्ते के फायदे दस्त में
करी पत्ते में बहुत से एंटीबैक्टीरियल गुण शामिल है। यह शरीर में बने हुए खराब बैक्टीरिया और विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में सक्षम है। यह हमारे पेट को बहुत फायदा पहुंचाते हैं। यदि करी पत्ते को पीसकर छान लिया जाए और इसके रस को एक या दो चम्मच छाछ के साथ दिन में दो-तीन बार पिया जाए तो दस्त की समस्या से बहुत जल्दी छुटकारा मिल जाता है।
8. कफ को करे दूर
करी पत्ता सर्दी जुकाम और शरीर में जमे हुए कफ को दूर करने के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ है। यदि इसके पाउडर को शहद के साथ मिलाकर लगातार 7 दिन तक सेवन करवाया जाए तो फेफड़ों में जमी हुई कफ नाक के रास्ते होकर बाहर निकल जाती है और सांस लेने में आने वाली दिक्कत काफ़ी हद तक ठीक हो जाती है।
9. आंखों के लिए फायदेमंद
आंखों की बीमारी जैसे आंखों की रोशनी कम होना और मोतियाबिंद ज्यादातर शरीर में विटामिन ए की कमी की वजह से होती है। करी पत्ते में प्रचुर मात्रा में विटामिन A पाया जाता है। यदि कोई मोतियाबिंद का मरीज करी पत्ते को अपने आहार में शामिल कर ले तो मोतियाबिंद की बीमारी धीरे-धीरे खत्म होने लगती है तथा आंखों की रोशनी बढ़नी शुरू हो जाती है।
करी पत्ते के नुकसान (Curry Leaves Side-Effects in Hindi)
वैसे तो करी पत्ते के बहुत ज्यादा नुकसान नहीं है पर ठंडी तासीर होने की वजह से इसका सेवन जरूरत से ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए। यदि कोई गठिया या सर्दी-खांसी वाला मरीज इसका सेवन जरूरत से ज्यादा मात्रा में करे तो यह हो सकता है कि उनके शरीर में कुछ दुष्प्रभाव दिखाने लग जाए। किसी भी बीमारी का इलाज करने के लिए करी पत्ते का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टरी परामर्श जरूर लें।
Author:
Geeta Verma Malhotra
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