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व्यापार और पेशे के बीच अंतर | Difference between Business and Profession in Hindi
लोग धन अर्जित करने के लिए कई तरह के आर्थिक गतिविधियों में संलिप्त होते हैं। आर्थिक गतिविधियों को मुख्यतः दो श्रेणियों में बांटा जाता है जिनके नाम है व्यापार और पेशा।
यह दोनों ही शब्द सुनने में एक जैसे लगते हैं यही वजह है कि कई लोगों में इन शब्दों को लेकर कन्फ्यूजन रहता है। बहुत सारे लोगों को लगता है कि व्यापार और पेशा एक ही शब्द है, हालांकि ऐसा नहीं है।
दरअसल, व्यापार एक आर्थिक गतिविधि है जिसका उद्देश्य लाभ कमाना होता है। व्यापार में व्यक्ति वस्तुओं का उत्पादन, उनकी खरीद और बिक्री करता है जिससे उसे लाभ हासिल होता है। एक सड़क किनारे फूल बेचने वाला व्यक्ति भी व्यापार कर रहा होता है क्योंकि फूल बेचकर उसे लाभ अर्जित होता है। किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए व्यक्ति को कोई विशेष शैक्षणिक योग्यता हासिल करना जरूरी नहीं होता है। एक कम पढ़ा लिखा या लगभग अनपढ़ व्यक्ति भी व्यापार की शुरुआत कर सकता है। वहीं दूसरी ओर पेशा, व्यापार से अलग होता है क्योंकि इसे शुरू करने के लिए व्यक्ति एक निश्चित स्तर की शिक्षा, कौशल तथा प्रशिक्षण हासिल करता है।
पेशे का मूल उद्देश्य सेवाएं प्रदान करना होता है जैसे अध्यापक का कार्य शिक्षा देना, डॉक्टर का काम इलाज करना आदि। हालांकि व्यापार और पेशे को समझने के लिए इतनी जानकारी पर्याप्त नहीं है, इसलिए आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि व्यापार और पेशा क्या होता है तथा व्यापार और पेशा के मध्य क्या-क्या अंतर होते हैं? तो चलिए शुरू करते हैं:-
व्यापार क्या है? (What is Business in Hindi?)
व्यापार उस आर्थिक गतिविधि को कहा जाता है जिसकी स्थापना व्यक्ति लाभ या धन अर्जित करने के लिए करता है। व्यापार वस्तुओं का उत्पादन, बिक्री, सेवाओं की आपूर्ति आदि से संबंधित होता है। व्यापार की शुरूआत करने के लिए किसी भी तरह की विशेष योग्यता और शिक्षा की आवश्यकता नहीं होती। कोई भी व्यक्ति व्यापार की शुरुआत कर सकता है। व्यापार में ग्राहकों की जरूरतों का पूरा ख्याल रखा जाता है। इसमें माल की आपूर्ति, सेवाओं की पहुंच, खरीद और बिक्री को शामिल किया जाता है। जो व्यक्ति जिस व्यापार की शुरुआत करता है उसी का निर्णय इसमें ज्यादा मायने रखता है।
किसी व्यापार को शुरू करने के लिए पूंजी की आवश्यकता होती है। लेकिन पूंजी की आवश्यकता व्यापार के पैमाने पर निर्भर करती है। व्यापार के कुछ उदाहरण है- किराने की दुकान, हेयर सैलून, सब्जी या फलों की बिक्री आदि।
व्यापार के मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
- व्यापार एक आर्थिक गतिविधि है।
- इसके तहत नियमित रूप से वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन, खरीद और बिक्री की जाती है।
- व्यापार का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना होता है।
- इसमें जोखिम के तत्व विद्यमान होते हैं।
पेशा क्या है? (What is Profession in Hindi?)
व्यापार की तरह पेशा भी आर्थिक गतिविधि की श्रेणी में आता है। हालांकि एक तरफ जहां व्यापार को शुरू करने के लिए आपको विशेष ज्ञान और कौशल की जरूरत नहीं होती है वही पेशे में आपको विशेष ज्ञान, कौशल और शिक्षा की आवश्यकता होती है। इन गतिविधियों को पेशेवर निकायों द्वारा निर्धारित दिशानिर्देश तथा आचार संहिता के भीतर रहकर पूरा किया जाता है।
पेशे का मुख्य उद्देश्य सेवाएं प्रदान करना होता है। इसके बदले में पेशेवर कमाई के लिए शुल्क लेते हैं। एक तरह हम कह सकते है कि व्यापार को कोई भी व्यक्ति कभी भी शुरू कर सकता है लेकिन किसी भी प्रोफेशन को शुरू करने के लिए आपको विशेष शिक्षा और कौशल की आवश्यकता होती है। पेशे को और अच्छी तरह से समझने के लिए इसके उदाहरणों से अवगत होना आवश्यक है, जो हैं डॉक्टर, वकील, इंजीनियर और अध्यापक आदि।
पेशे की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:-
- पेशा भी एक आर्थिक गतिविधि हैं।
- पूंजी की जगह इसमें व्यक्ति की क्षमता महत्वपूर्ण होती है।
- इसका मुख्य उद्देश्य सेवा प्रदान करना होता है।
व्यापार और पेशे के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर (Difference between Business and Profession in Hindi)
- वह आर्थिक गतिविधि जिसमें लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से माल का उत्पादन, खरीद और बिक्री की जाती है, वह व्यापार कहलाती है। वहीं दूसरी ओर एक ऐसी आर्थिक गतिविधि जिसमें व्यक्ति के विशेष कौशल, ज्ञान और विशेषज्ञता का महत्व होता है, पेशे के रूप में जाना जाता है।
- व्यापार का पहला उद्देश्य होता है, लाभ कमाना। वहीं पेशे का उद्देश्य सेवाएं प्रदान करना होता है।
- एक व्यापार की स्थापना उद्यमी द्वारा कुछ कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद की जाती है। वहीं एक पेशे की स्थापना के लिए पेशेवर को प्रमाण पत्र की जरूरत होती है।
- किसी व्यापार में निर्धारित आचार संहिता नहीं होती। इसमें व्यापार की स्थापना करने वाला व्यक्ति निर्णय लेने में स्वतंत्र होता है। पेशे में निकायों द्वारा आचार संहिता का निर्णय लिया जाता है और इसका पालन किया जाना काफी जरूरी होता है।
- एक व्यापार की शुरुआत कोई भी व्यक्ति कर सकता है। व्यापार को चलाने के लिए किसी तरह की न्यूनतम योग्यता की जरूरत नहीं होती। वहीं दूसरी और पेशे के लिए आपको अध्ययन, प्रशिक्षण और किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल करनी जरूरी होती है।
- किसी भी व्यवसाय में निर्धारित आचार संहिता नहीं होती। जबकि दूसरी ओर पेशे में पेशेवर निकायों द्वारा आचार संहिता निर्धारित की जाती है।
- एक व्यवसाय कितना बड़ा है और उसकी प्रकृति कैसी है? इससे पता चलता है कि उक्त व्यवसाय में कितनी पूंजी निवेश की जरूरत पड़ेगी, जबकि पेशे में पूंजी की आवश्यकता सीमित होती है।
- एक व्यापारी जो भी काम करता है उसके बदले उसे लाभ मिलता है। वहीं जब एक पेशेवर अपनी सेवाएं प्रदान करता है तो उसके बदले उसे शुल्क मिलता है।
- व्यापारी के मुकाबले पेशेवर का काम ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।
- व्यापार में हमेशा जोखिम कारक विद्यमान होते हैं। वहीं पेशे में जोखिम कारक मौजूद हो सकते हैं और नहीं भी।
- आप अपने रुचि के अनुरूप तथा लाभ के पैमाने को देखते हुए, व्यापार को बदल सकते हैं। लेकिन प्रोफेशन के साथ ऐसा नहीं कर सकते।
- जो व्यक्ति व्यापार में अपनी बिक्री बढ़ाने का इच्छुक होता है वह विज्ञापन का इस्तेमाल करता है। जबकि पेशे में मौजूद आचार संहिता के कारण विज्ञापन की अनुमति कई बार नहीं होती।
- व्यापार में प्रबंधन सम्बंधित चीजों का ध्यान रखने के लिए किसी को नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन एक पेशेवर को अपने सभी कर्तव्य का व्यक्तिगत रूप से पालन करना होता है।
निष्कर्ष
इस लेख में आपने जाना कि व्यापार और पेशे में क्या अंतर है। इससे स्पष्ट हो चुका है कि यह दोनों ही एक दूसरे से कितने भिन्न होते हैं। व्यापार का मुख्य उद्देश्य होता है लाभ कमाना। जबकि पेशे का मूल उद्देश्य सेवा करना होता है। किसी भी व्यापार की शुरुआत करने के लिए आपको भारी पूंजी की जरूरत हो सकती है वहीं पेशे में लगने वाली पूंजी सीमित होती है। आप अपने मन मुताबिक किसी भी व्यापार को शुरू या बंद कर सकते हैं लेकिन जब आप किसी प्रशिक्षण के ज़रिए कोई पेशा हासिल कर लेते हैं तब उसे बदलना मुश्किल होता है। आशा है आपको व्यापार और पेशे के अंतर को समझने में मदद मिली होगी।
तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना व्यापार और पेशे के बीच अंतर (Business and Profession Difference in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।
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Author:
भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।