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महाराष्ट्र का इतिहास

Interesting Information about Maharashtra in Hindi
Pic: Mumbai Cityscape
महाराष्ट्र का इतिहास और रोचक तथ्य | Maharashtra History | Interesting Information about Maharashtra in Hindi

महाराष्ट्र का इतिहास और रोचक तथ्य | Maharashtra History and Interesting Facts in Hindi

महाराष्ट्र, जनसंख्या और क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। महाराष्ट्र में ज्यादातर औद्योगिक क्षेत्र हैं इसीलिए महाराष्ट्र को सपनों की नगरी के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है क्योंकि यहां कई लोग रोजगार की तलाश में आते हैं। यही वजह है कि महाराष्ट्र देश की आर्थिक राजधानी भी कही जाती है। महाराष्ट्र का पुणे (Pune) शहर देश का छठवां सबसे बड़ा शहर है।

महाराष्ट्र का इतिहास (History of Maharashtra in Hindi)

महाराष्ट्र की स्थापना का श्रेय शिवाजी महाराज को जाता है जिनके प्रयासों के फलस्वरूप ही आज महाराष्ट्र भारत का एक प्रदेश है। 18 वीं शताब्दी में मराठा साम्राज्य में संपूर्ण पश्चिम-मध्य भारत और उत्तर-पूर्व के विशाल भाग को शामिल किया गया। ब्रिटिश शासन काल के दौरान महाराष्ट्र को बॉम्बे प्रेसीडेंसी नामक प्रशासनिक प्रांत के रूप में जाना जाता था। जब वर्ष 1947 में भारत स्वतंत्र हुआ था तब इसके कुछ सालों बाद बॉम्बे को राज्य बनाया गया।

1 नवंबर 1956 को भाषा के आधार पर राज्यों का पुनर्गठन कर मध्यप्रदेश के कुछ हिस्से को बॉम्बे में शामिल किया गया और इसके उत्तर-पूर्वी भाग से हैदराबाद को हटाया गया। लेकिन तब भी बॉम्बे के उत्तरी भाग में गुजराती बोलने वाले लोगों की संख्या ज्यादा थी जबकि दक्षिणी भाग में मराठी बोलने वालों की अधिकता थी।

दोनों भाषाई समूह ने खुद को अलग स्थापित करने की मांग रखी जिसे 1 मई 1960 को स्वीकार कर लिया गया और बॉम्बे को दो भागों में विभाजित किया गया। इसके उत्तरी भाग को गुजरात और दक्षिणी भाग को महाराष्ट्र कहा गया। बॉम्बे को महाराष्ट्र की राजधानी ही रखा गया साल 1995 में इसका नाम बदला गया और इसे मुंबई पुकारा जाने लगा।

महाराष्ट्र की जनसंख्या (Population of Maharashtra)

साल 2011 में की गई जनगणना के मुताबिक महाराष्ट्र की जनसंख्या 112,374,333 है। इसमें पुरुषों की संख्या 58,243,056 वहीं महिलाओं की संख्या 54,131,277 है। जनसंख्या की दृष्टि से महाराष्ट्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है। यहां पर रहने वाले लोगों की ज्यादातर जनसंख्या मराठी हिंदू हैं, जो 82% है। महाराष्ट्र में दूसरा बड़ा धर्म इस्लाम है जो कि 13 फ़ीसदी है। राज्य में इसके अलावा बौद्ध, सिख, जैन, ईसाई धर्म के लोग भी रहते हैं।

महाराष्ट्र का खान पान (Food of Maharashtra)

महाराष्ट्र का खानपान अपने आप में काफी विशिष्ट है। यहां पर आपको प्रमुख व्यंजनों में मालपुआ, फिरनी, गरम पोहा, चाकलेट, चाट, दही बटाटा, वडा पाव, साबूदाना, बड़ा पापड़ी आदि खाने को मिलेंगे।

महाराष्ट्र के जिले (Districts of Maharashtra)

1960 में जब महाराष्ट्र एक अलग राज्य बना था तब उस दौरान इसके जिलों की संख्या 26 थी। तब से लेकर अब तक महाराष्ट्र में 10 नए जिले जोड़े गए हैं। मौजूदा समय में महाराष्ट्र में कुल जिलों की संख्या 36 है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा साक्षरता वाला जिला मुंबई उपनगरीय है इसकी साक्षरता दर 89.91% है। वही यदि बात करेंगे महाराष्ट्र के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले जिले की तो इस जिले का नाम ठाणे हैं, इसकी जनसंख्या 1,1060148 है। वहीं क्षेत्रफल की दृष्टि से महाराष्ट्र का सबसे बड़ा जिला अहमदनगर है, इसका क्षेत्रफल 17,048 है।

महाराष्ट्र की भाषा (What is the language of Maharashtra/Official language of Maharashtra)

वैसे तो महाराष्ट्र की प्रमुख भाषा मराठी है और मराठी ही यहाँ की आधिकारिक भाषा भी है। लेकिन इसके अलावा भी राज्य में अन्य भाषाओं का भी चलन है। यहां हिंदी और इंग्लिश भाषा का प्रयोग भी ज्यादातर स्थानों पर किया जाता है जबकि महाराष्ट्र में रहने वाले कोकणी समुदाय के लोग कोकण भाषा बोलते हैं। दरअसल, यह भाषा भी मराठी भाषा की तरह ही होती है। महाराष्ट्र में कोकण क्षेत्र में रहने वाले लोग यहां अल्पसंख्यक है।

महाराष्ट्र की वेशभूषा (Traditional dress of Maharashtra)

वैसे तो वैश्वीकरण के बाद से महाराष्ट्र के पारंपरिक वेशभूषा में भी अंतर आ गया है। अब यहां के लोग भी पश्चिमी परिधान पहनना पसंद करते हैं। लेकिन महाराष्ट्र में कई ऐसे क्षेत्र अब भी मौजूद है जहां पर यहां की पारंपरिक पोशाक को पहना जाता है। दरअसल महाराष्ट्र की महिलाएं मराठी साड़ी पहनती है।

महाराष्ट्र की महिलाओं की साड़ियों की खासियत यह है कि यह साड़ी 9 गज की होती है जिसे नौवारी साड़ी के नाम से जाना जाता है। यह साड़ी धोती से काफी मिलती-जुलती होती है। वहीं यहां के पुरुष अपने पारंपरिक धोती और शर्ट पहनते हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र के पुरूष सर पर पगड़ी या फिर बांधी भी पहनते हैं। उत्सव के दौरान वे चूड़ीदार, पायजामा, अचकन भी पहनते है।

महाराष्ट्र के प्रमुख त्यौहार (Maharashtra Festivals)

साल भर में महाराष्ट्र में कई त्योहार मनाए जाते हैं इनमें होली, रंग-पंचमी, रामनवमी, गुढीपाडवा, अक्षय तृतीया, बुद्धा जयंती, वट पूर्णिमा, रमजान, दशहरा, नवरोज या पारसी नववर्ष, सावित्री व्रत आदि शामिल है। इसके अलावा महाराष्ट्र में पोला त्यौहार मनाया जाता है।

पोला त्यौहार में किसान अपने बैलों को सजाते-सवारते हैं और अपने गांव तथा शहर की गलियों में घुमाते हैं। इसके अलावा जब गणेश उत्सव मनाया जाता है तब पूरे राज्य भर में इसे काफी धूमधाम से मनाते हैं, साथ ही जगह-जगह पर मिट्टी से बने गणेश की प्रतिमा भी बेची जाती है। महाराष्ट्र में सभी धर्मों के त्योहारों को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

महाराष्ट्र के प्रमुख मंदिर (Famous Temples of Maharashtra)

महाराष्ट्र को रंगीन राज्य तथा संतो की भूमि के नाम से जाना जाता है। इसके पीछे की वजह है कि यहां पर साल भर में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक व सांस्कृतिक त्योहारों का आयोजन किया जाता है। यह त्यौहार ज्यादातर यहां के विशेष मंदिरों में मनाए जाते हैं। महाराष्ट्र के प्रमुख मंदिरों में मुंबा देवी मंदिर, कैलाश मंदिर, गिरिजा माता विनायक, सिद्धिविनायक मंदिर, एलिफेंटा गुफा मंदिर, बालाजी मंदिर, कपालेश्वर मंदिर, साईं बाबा मंदिर तथा मुक्ति धाम मंदिर शामिल है।

महाराष्ट्र के प्रमुख पर्यटन स्थल (Famous Tourist Places of Maharashtra)

  1. अमरावती

अमरावती को देवताओं के राजा यानी के इंद्र का शहर कहा जाता है। यह राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित है। अमरावती अपने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है यहां पर कई ऐतिहासिक मंदिर तथा अभ्यारण है जो कि प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिने जाते हैं। धार्मिक दृष्टि से यहां पर कई प्रसिद्ध मंदिर भी है जिनमें देवी अंबा, भगवान श्री कृष्ण और वेंकटेश्वर मंदिर काफी प्रसिद्ध है। अमरावती में 2 झीलें हैं जो कि काफी प्रसिद्ध हैं। इनका नाम है बीर और शक्कर झील। अमरावती का टाइगर रिजर्व अमरावती जिले के चिकलधारा और धर्नी तहसील में स्थित है।

  1. मुंबई

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है मुंबई पहले बॉम्बे नाम से जाना जाता था। यह महाराष्ट्र की राजधानी होने के साथ भारत के चार मुख्य महानगरों में से एक है। इसे देश की आर्थिक राजधानी के रूप में पहचान मिली है। मुंबई में आपको कई दर्शनीय जगह देखने को मिलेगी जिनमें जुहू बीच, हैंगिंग गार्डन, मरीन ड्राइव, गेटवे ऑफ इंडिया, हाजी अली दरगाह, सिद्धिविनायक मंदिर आदि शामिल है।

  1. लोनावला

आपने कई फिल्मों मे लोनावला का नाम तो जरूर सुना होगा। दरअसल यह यहां का प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। इस हिल स्टेशन को सह्याद्री पहाड़ियों के मणि के नाम से भी पहचान मिली है। यह स्थल समुद्र से 625 मीटर ऊंचाई पर है। लोनावला में आपको कई दर्शनीय स्थल मिलेंगे, यहां पर जैविक उद्यान तथा ईसाई कब्रिस्तान मौजूद है। दरअसल यह कब्रिस्तान काफी पुराना है और यहां पर 100 साल पुरानी कब्रें मौजूद है।

महाराष्ट्र के बारे में रोचक तथ्य (Interesting & Amazing facts about Maharashtra in Hindi)

  1. भारत का सबसे बड़ा शेयर बाजार मुंबई शेयर बाजार है जो कि महाराष्ट्र में स्थित है।
  2. भारत में अधिकांश प्याज का उत्पादन महाराष्ट्र में किया जाता है। नासिक में ही देश का सबसे बड़ा प्याज बाजार भी है।
  3. भारत में सबसे पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1853 में चली थी जो कि मुंबई और ठाणे के बीच 35 किलोमीटर की दूरी पर चलाई गई।
  4. महाराष्ट्र का पुणे (Pune) देश का छठवां सबसे बड़ा शहर है।
  5. महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित हाजी अली मकबरा ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। दरअसल इस मकबरे का निर्माण 15वीं शताब्दी के शुरुआत में किया गया था। यह मकबरा 400 साल पुराना है।
  6. महाराष्ट्र देश का ऐसा पहला राज्य है जहां पर दो मेट्रो सिटी मुंबई और पुणे मौजूद है।
  7. महाराष्ट्र का सबसे प्रमुख त्यौहार गणेश चतुर्थी है जिसे काफी धूमधाम से मनाया जाता है।
  8. महाराष्ट्र में ताजमहल की वास्तुकला से प्रेरित बीबी का मकबरा स्थित है जो कि देखने में ताजमहल जैसा ही लगता है इसीलिए इसे दक्कन का ताजमहल भी कहा जाता है।
  9. भारत की प्रथम फिल्म राजा हरिश्चंद्र मानी जाती है। आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि राजा हरिश्चंद्र फिल्म महाराष्ट्र में बनाई गई थी इस फिल्म को दादा साहब फाल्के ने नासिक जेल में बनाया था।
  10. महाराष्ट्र में अजंता की गुफाएं देशभर में काफी लोकप्रिय है।

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तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना महाराष्ट्र का इतिहास और रोचक तथ्य (Maharashtra History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।

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