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History of Sikkim in Hindi

History of Sikkim in Hindi
Pic: Kangchenjunga, Third Highest Mountain in the World, Sikkim
History of Sikkim & Interesting Facts in Hindi | सिक्किम का इतिहास और रोचक तथ्य

History of Sikkim & Interesting Facts in Hindi | सिक्किम का इतिहास और रोचक तथ्य

सिक्किम भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित एक प्रदेश हैं। इस राज्य की सीमाएं पश्चिम बंगाल, भूटान, तिब्बत और नेपाल से मिलती है। यह भारत के सबसे कम आबादी वाले राज्यों में शामिल है। क्षेत्रफल की दृष्टि से भी यह देश के सबसे छोटे राज्यों में शुमार है। इस प्रदेश की राजधानी का नाम गंगटोक है।

सिक्किम में ही भारत की सबसे ऊंची तथा दुनिया की तृतीय सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा है। ऐसा बताया जाता है कि सिक्किम साम्राज्य का गठन 17वीं शताब्दी में हुआ था। इसका गठन नागयाल शासकों द्वारा किया गया था। जब भारत, अंग्रेजों के चंगुल से आजाद हुआ तब सिक्किम ने खुद को स्वतंत्र राज्य का दर्जा दिया। लेकिन 1975 में भारत ने इसे 22वें राज्य के रूप में शामिल किया।

राज्य का नामसिक्किम
राजधानी
गंगटोक
जनसंख्या6,10,577
क्षेत्रफल7,096 वर्ग किमी
राज्य की भाषाएंअंग्रेजी, भूटिया, गुरुढ़, नेपाली भाषा, लिंबू, मगर, शेरपा, मुखिया, लेपचा, राई, तमाड़
स्थापना10 अप्रैल 1975
History of Sikkim & Interesting Facts in Hindi | सिक्किम का इतिहास और रोचक तथ्य

सिक्किम का इतिहास (History of Sikkim)

भारत को साल 1947 में अंग्रेजों के शासन से स्वाधीनता हासिल हुई जिसके बाद सरदार बल्लभ भाई पटेल ने भारत की विभिन्न रियासतों का विलय करना शुरू किया। 6 अप्रैल 1975 को सिक्किम को भारत में शामिल किया गया। उस दौरान सिक्किम में जनमत संग्रह भी करवाया गया था जिससे यह पता चल सके कि यहां के कितने लोग भारत के साथ समिल्लित होने पक्ष में है।

जनमत संग्रह में पाया गया कि 97.5 प्रतिशत लोग भारत के साथ मिलने के पक्ष में थे जिसके बाद 23 April 1975 को लोकसभा में सिक्किम को 22वां राज्य बनाने का बिल पेश किया गया और यह उसी दिन पास भी हो गया। राज्यसभा में यह Bill 26 April 1975 को पास हुआ था। 15 मई को उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के बिल में हस्ताक्षर करने के बाद यह भारत का 22वां राज्य बना।

सिक्किम का क्षेत्रफल (Area of Sikkim)

राज्य का क्षेत्रफल 7,096 वर्ग किलोमीटर है।

सिक्किम की जनसंख्या (Population of Sikkim)

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल आबादी 610,577 है। जिसमें से पुरुषों की आबादी 323,057 और महिलाओं की आबादी 287,520 है। सिक्किम की जनसंख्या भारत की जनसंख्या का 0.05% है। यहां की पुरुष साक्षरता दर 86.56% और महिला साक्षरता दर 75.61% है।

यानी कि साक्षर पुरुषों की कुल संख्या 251269 और साक्षर महिलाओं की कुल संख्या 193683 है। साल 2020 की अनुमानित जनसंख्या 658,019 है। साल 2021 के आंकड़ों पर नजर डालें तो यहां पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या 348,158 और महिलाओं की अनुमानित आबादी 309,861 है।

सिक्किम के जिले (Districts of Sikkim)

सिक्किम में सिर्फ 4 जिले हैं। इसमें सर्वाधिक साक्षरता वाला जिला पूर्वी सिक्किम है जिसकी साक्षरता दर 83.85% है। इसके साथ ही पूर्वी सिक्किम सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला भी है। साल 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की जनसंख्या 2,835,83 है। क्षेत्रफल की दृष्टि से सिक्किम का सबसे बड़ा जिला उत्तरी सिक्किम है। इसका क्षेत्रफल 4,226 वर्ग किलोमीटर है।

सिक्किम के जिलों के नाम निम्नलिखित हैं:-

  1. पूर्वी सिक्किम
  2. उत्तर सिक्किम
  3. दक्षिण सिक्किम
  4. पश्चिम सिक्किम

सिक्किम का धर्म (Religion of Sikkim)

सिक्किम में कई धर्म के लोग निवास करते हैं। यहां पर हिंदू, मुसलमान, बौद्ध, सिख, जैन धर्मों के लोग भी रहते हैं। साल 2011 के जनगणना के अनुसार यहां हिंदू धर्म के लोग बहुसंख्यक है जो कि राज्य में 57.76% है।

वही यहां पर दूसरा सबसे बड़ा धर्म बौद्ध है। बौद्ध धर्म के लोगों की जनसंख्या 27.39% है। यहां का तीसरा सबसे बड़ा धर्म ईसाई है, इनकी संख्या 9.91% है। यहां पर अन्य धर्म अल्प संख्या में है। मुसलमान, सिख ,बौद्ध और जैन धर्म के लोग क्रमशः 1.62% 0.31% 0.05% है।

सिक्किम के त्यौहार (Festivals of Sikkim)

सिक्किम में समस्त भारत के अन्य प्रदेशों की तरह ही दिवाली, दशहरा जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। हालांकि यहां पर बौद्ध धर्म के लोग ल्होसार, लॉसोंग, सागा दावा, भूमच आदि त्योहारों को मनाते है। सिक्किम में कुछ अन्य समुदायों के लोग जैसे भूटिया, लेप्चा और नेपाली लोग निवास करते हैं इसीलिए यहां पर माघी संक्रांति, दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा, दसई, चैत्र दसाई, सोनम लोसुंग आदि प्रमुख त्यौहार मनाते हैं।

सिक्किम की भाषाएं (Official Language of Sikkim)

वर्तमान में सिक्किम राज्य में 6 भाषाओं का प्रयोग आपस में संपर्क साधने के लिए किया जाता है। सिक्किम में नेपाली लोगों की संख्या ज्यादा है जिस वजह से यहां नेपाली भी बोली जाती है। सिक्किम में दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा भुटिया है जो कि तिब्बती बर्मन परिवार से संबंधित है। इसके अलावा लोगों के बीच लेप्चा, शेरपा, लिंबू भाषाओं का प्रयोग संपर्क साधने और स्कूलों में शिक्षण के लिए किया जाता है।

सिक्किम का खानपान (Traditional Food of Sikkim)

सिक्किम का प्रमुख भोजन चावल है। इसके अलावा यहां का मोमोस स्थानीय लोगों और पर्यटको द्वारा काफी पसंद किया जाता है। आइए सिक्किम के कुछ मुख्य व्यंजनों के बारे में जानते हैं:-

सिक्किम में सर्दियों के मौसम में नूडल सूप पिया जाता है जिसे थुकपा के नाम से जाना जाता है। यह खाने में स्वादिष्ट होने के साथ ही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफी अच्छा होता है। थुपका में लोग सब्जियां और मांस मिलाकर इसके प्रोटीन में बढ़ोतरी करते हैं।

गोरखाली मेमन नेपाल का एक पारंपरिक व्यंजन है जो कि सिक्किम में भी खाया जाता है। यह दरअसल ग्रिल्ड लैंब के टुकड़ों और मिर्च के साथ मिलाकर बनाया जाता है। इसे लोग सेल रोटी के साथ खाते हैं।

सिक्किम में यह डिस काफी पसंद की जाती है। इसमें ब्रेड, मीट मिलाया जाता है तथा इससे फ्राई करके बनाया जाता है। वैसे तो पारंपरिक रूप से इस व्यंजन में बीफ भरा जाता है लेकिन जो लोग शाकाहारी है वे इसमें चीज़ या टोफू डालकर खाते हैं।

सिक्किम की वेशभूषा (Traditional Attire of Sikkim)

सिक्किम की वेशभूषा में आपको यहां की सामाजिक व सांस्कृतिक जीवन शैली नजर आएगी। सिक्किम में मुख्यतः लेप्चा, भूटिया और नेपाली लोग रहते हैं। इन तीनों समुदायों के लोगों की वेशभूषा में अंतर है। सिक्किम में लेप्चा पुरुषों की वेशभूषा का नाम ‘थोकोरो-दम’ है।

इसमें एक लेप्चा शर्ट, सफेद पजामा येन्हत्से, टोपी और लेप्चा शर्ट शामिल है। पुरुषों के परिधानों को खुरदुरा और लंबे समय तक चलने वाले कपड़ों से बनाया जाता है। यह कपड़े खेत और जंगल में काम करने के लिए उपयुक्त होते हैं। वही भूटिया पुरुष ‘खो’ नामक परिधान पहनते हैं। इस कपड़े को ‘बाखू’ के नाम से भी जाना जाता है। वही नेपाली पुरुष चूड़ीदार पाजामा,दउरा या शूरवल पहनते है।

सिक्किम के लेप्चा महिलाओं के वेशभूषा में डमवम, नामचोक, ग्यार, कंगन आदि शामिल है भूटिया समुदाय की महिलाएं खो, हंजु वस्त्र पहनती हैं। वही नेपाली महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान जैसे फरियाद साड़ी भी पहनती है ।

सिक्किम के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major Tourist Places of Sikkim)

सिक्किम भारत के सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। आइए इसके कुछ दर्शनीय स्थलों के बारे में जाने:-

सिक्किम का गुरुडोंगमार झील सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय है बल्कि यह सिक्किम के पवित्र जिलों में से एक माना जाता है। यह झील सिक्किम से 190 किलोमीटर दूर है तथा समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 17800 फिट है। झील की खूबसूरती और शांत वातावरण यहां पर्यटकों को आकर्षित करती है। इसके रखरखाव में यहां के विभाग ने काफी मेहनत की है।

ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जिससे गांव ना पसंद हो। गांवों की सादगी भरी जिंदगी हम सभी को पसंद आती है। ऐसे में सिक्किम के गांव की बात ही अलग है। यह गांव उत्तरी सिक्किम में है। गांव की सुंदरता सबसे अधिक तब बढ़ जाती है जब यहां पर बर्फ गिरती है। यही वजह है कि यहां पर दुनिया भर से पर्यटक आते हैं।

यह वाटरफॉल सिक्किम के गंगतोक-लाचुंग हाईवे पर है। यह सबसे महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट्स में से एक है। गंगतोक से इसकी दूरी 32 किलोमीटर है। गंगतोक से यहां जाने में 40 मिनट लगता है। आप यहां पर किसी बस या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से भी जा सकते हैं लेकिन यदि आप इसे करीब से देखना चाहते हैं तो यहां पर कार या टू व्हीलर लेकर जा सकते हैं।

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तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना सिक्किम का इतिहास और रोचक तथ्य (Sikkim History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।

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