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Sardar Vallabh Bhai Patel

Last updated on: August 22nd, 2020

Image Source: Social Media

Sardar Patel Biography | सरदार पटेल की जीवनी

सरदार वल्लभ भाई पटेल जीवन परिचय (संक्षिप्त विवरण)
जन्म: 31 OCT 1875
मृत्यु: 15 DEC 1950
राष्ट्रीयता: भारतीय (INDIAN)
राजनीतिक दल: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
माता: लादबा देवी
पिता: क्षवेर भाई पटेल
संतान: दह्याभाई पटेल, मणिबेन पटेल
पेशा: वकालत, राजनीति

सरदार का जीवन परिचय (Sardar Vallabhbhai Patel Biography)
Sardar vallabhbhai patel ka jeevan parichay: Sardar Vallabhbhai Patel का जन्म 31 अक्टूबर 1850 में नाडियाड , गुजरात के पटेल परिवार में हुआ था।

सरदार जी के भ्राता नरसी भाई, सोमाभाई और वित्तलभाई थे। सरदार जी ने लंदन जा कर बैरिस्टर की पढ़ाई की और वापस अहमदाबाद आकर वकालत करने लगे।

सरदार जी महत्मा गांधी जी के विचारों से अत्यधिक प्रभावित थे और इसी वजह से भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भी शामिल हुए ।

सरदार वल्लभ भाई पटेल उप प्रधानमंत्री (Sardar Vallabhbhai Pate Deputy Prime Minister of India)
सरदार वल्लभ भाई पटेल अखंड भारत के पहले उप प्रधानमंत्री थे । सरदार पटेल का जन्म 31 OCT 1875 को गुजरात स्थित खेड़ा जिले में हुआ था ।

सरदार पटेल का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था, सरदार पटेल कूटनीतिक क्षमताओं के धनी थे, भारत की वापस एकजुट करने के लिए सरदार पटेल की कूटनीतिक और सियासी संतुलन दोनों ही काम आये।

सरदार पटेल एक कुशल एडवोकेट और राजनेता थे, आप भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे।

सरदार पटेल ने स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई और एक राष्ट्र, स्वतन्त्र राष्ट्र के एकीकरण का मार्ग प्रसस्त किया।

1947 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सरदार जी ने गृह मंत्री के रूप में कार्य किया ।

संघर्ष
1918 में हुए खेड़ा आंदोलन में सरदार पटेल ने सबसे अहम् योगदान दिया। उस दौरान खेड़ा खंड गंभीर सूखे से ग्रस्त था और अंग्रेजी हुकूमत किसानो पर लगने वाले करों में रियायत नहीं दे रही थी।

किसानो की कर रियायत की मांग को बार बार अंग्रेजी हुकूमत अस्वीकार कर रही थी तब गाँधी जी के साथ सरदार पटेल इस आंदोलन में कूदे और किसानो का नेतृत्व किया और अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आंदलोन किया। आंदोलन के उग्र रूप को भांपते हुए अंग्रेजी सरकर ने किसानो की कर माफ़ी को मान लिया और उस वर्ष करों में किसानो को राहत प्रदान की गयी।

सरदार वल्लभ भाई पटेल एयरपोर्ट (Sardar Vallabhbhai Patel Airport)
अहमदाबाद(गुजरात) के हवाई अड्डे(Airport) का नामकरण सरदार वल्लभ भाई पटेल अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र रखा गया है ।
यह हवाई अड्डा भारत का आठवां सबसे व्यस्ततम Airport माना जाता है।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Sardar Vallabhbhai Patel Statue)
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा है इस प्रतिमा का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 OCT 2018 को किया. सरदार पटेल की यह प्रतिमा स्वयं लौह पुरष सरदार पटेल को समर्पित है, जो हमेशा अपनी जमीन से जुड़े रहे.

इस प्रतिमा को बनाने में 5 वर्षों का समय और लगभग 3000 करोड़ रुपये की लागत आयी।

सरदार का लेखन कार्य और प्रकाशित पुस्तकें
लगातार संघर्ष, देश की सम्प्रभुता और अखण्डता को बनाये रखने के अपने प्रयासों के बीच स्वतन्त्र रूप से पुस्तक रचना व लेखन का अवकाश तो सरदार पटेल को प्राप्त नहीं हुआ परन्तु सरदार पटेल के पत्रों, टिप्पणियों और उनके व्याख्यानों से निर्मित साहित्य आज उपलब्ध है जिनके संकलन विभिन्न रूपों में प्रकाशित किये गए।

सरदार पटेल के उपलब्ध साहित्य संकलन इस प्रकार हैं :
हिंदी में
1. सरदार पटेल: चुना हुआ पत्र व्यवहार (1945 से 1950)
2. सरदारश्री के विशिष्ट और अनोखे पत्र (1918-1950)
3. भारत विभाजन
4. गांधी, नेहरू, सुभाष
5. आर्थिक एवं विदेश नीति
6. मुसलमान और शरणार्थी
7. कश्मीर और हैदराबाद

आज़ादी के बाद
आज़ादी के उपरान्त: महात्मा गांधी जी की इच्छा का आदर करते हुए प्रधानमंत्री पद से खुद को दूर रखा और इसके लिए नेहरू जी का समर्थन किया। सरदार पटेल को उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री का कार्यभार सौंपा गया।

देश के गृहमंत्री के रूप में सरदार पटेल की प्रथम प्राथमिकता देशी रियासतों को भारत में वापस मिलाना था। इसके लिए उनकी कूटनीतिक सूझबूझ काम आयी और बिना किसी द्वन्द के यह काम बखूबी कर दिखाया। भारत के एकीकरण में सरदार पटेल के अद्बुध योगदान के लिए आपको लौह पुरुष की उपाधि से नवाजा गया. 15 DEC 1950 में उनका निधन हो गया।

सरदार पटेल यूनिवर्सिटी (Sardar Patel University)
सरदार पटेल विश्वविद्यालय (SPU) गुजरात, भारत में स्थित है। इसका नाम लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर रखा गया है और इसकी स्थापना DEC 1955 में हुई थी.

सरदार पटेल स्टेडियम (Sardar Patel Stadium)
सरदार पटेल स्टेडियम अहमदाबाद,गुजरात में स्थित है , इसे दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम माना जाता है। इस स्टेडियम की स्थापना साल 1982 में हुई थी परन्तु 2015 में इसे गिरा कर साल 2020 में जाकर नए रूप में तैयार किया गया।

स्टेडियम कुल 63 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है। इसको बनवाने में 750 करोड़ की लागत आयी।

सरदार पटेल स्कॉलरशिप (Sardar Vallabhbhai Scholarship)
यह स्कॉलरशिप Buddy4Study India Foundation संस्था द्वारा आयोजित दी जाती है। इसका स्कॉलरशिप प्रमुख उद्देश्य पिछड़े व कमजोर वर्ग के बच्चों की मदद करना है।

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