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3G, 4G & 5G Difference in Hindi

Difference between 5G 4G and 3G in Hindi
Difference between 3G, 4G and 5G in Hindi | 3G, 4G और 5G के बीच अंतर

Difference between 3G, 4G and 5G in Hindi | 3G, 4G और 5G के बीच अंतर

वैश्वीकरण और प्रौद्योगिकी के प्रसार के साथ ही इंटरनेट की इस दुनिया में कई तरह के परिवर्तन सामने आए। एक वक्त था जब लोग 1G का उपयोग किया करते थे और आज सभी 4G का उपयोग कर रहे हैं।

4G अपने साथ कई तरह की तकनीकी लेकर आया। लेकिन अब भारत में 5G भी दस्तक देने को तैयार है, जो 4G से ज्यादा तेज इंटरनेट स्पीड देता है। लेकिन क्या आप 3G, 4G, 5G के बीच के अंतर को जानते है? यदि नहीं, तो हम इस लेख में आपको इन तीनों के बीच के अंतर को बताएंगे।

G का क्या अर्थ है? (What does G Mean?)

लेकिन इनके अंतर को समझने से पहले यह जानना जरूरी है कि कि इन अंकों के साथ लगने वाले G का क्या अर्थ होता है? दरअसल G का मतलब Generation है। हिंदी में इसका मतलब होता है पीढ़ी। उदाहरण के लिए 3G का मतलब होता है थर्ड जेनरेशन और 4G का फोर्थ जनरेशन

यानी कि जनरेशन के साथ लगने वाले यह अंक यह बताते हैं कि किसी जनरेशन में अलग-अलग टेलीफोन के स्टैंडर्ड क्या थे। आपने कई बार सुना होगा जब भी मार्केट में कोई नया फोन आता है उसे नेक्स्ट जनरेशन (Next Generation) का स्मार्टफोन बताया जाता है।

उदाहरण: पहले Wired फोन का उपयोग किया जाता था उसके बाद Cordless फोन सामने आए और अब पूरी तरह से Wireless फोन का उपयोग किया जा रहा है। यही तकनीक का बदलाव है जिसे जनरेशन कहा जाता है।

साल 1950 में 1G यानी कि फर्स्ट जनरेशन की शुरुआत हुई थी और तब से लेकर अब तक 2G, 3G, 4G और अब 5G का भी आगमन होने वाला है। तो आइए जानते हैं 3G, 4G और 5G में क्या अंतर है?

3G क्या है? (What is 3G?)

3G का फुल फॉर्म होता है थर्ड जेनरेशन। साल 2000 में यह अस्तित्व में आया। 3G डाटा की स्पीड 2G के मुकाबले ज्यादा होती है। 2G के मुकाबले इसकी डाटा स्पीड 114 Kbps से 2 Mbps के बीच है। 3G ने अपने आगमन के बाद से ही वॉइस कॉल (Voice Call) के साथ वीडियो कॉल (Video Call) की भी सुविधा प्रदान की।

इसके जरिए आप कोई भी फाइल ट्रांसफर करना, ऑनलाइन टीवी देखना, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करना, 3D गेमिंग आदि कई तरह के फीचर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। 2G के मुकाबले 3G टेक्नोलॉजी को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। इसमें किसी भी चीज को Download करने की अधिकतम स्पीड 21 Mbps तथा Upload करने की अधिकतम स्पीड 5.7 Mbps के आसपास होती थी।

3G की कुछ विशेषताएं (Features of 3G in Hindi)

  1. 3G नेटवर्क का इंटरनेट स्पीड अधिकतम 2 Mbps तक होता है।
  2. 2G के मुकाबले 3G की ब्राउजिंग स्पीड भी ज्यादा तेज होती है।
  3. 3G की फ्रीक्वेंसी 1.6-2.0 GHz होती है।
  4. यह आपको वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, मल्टीमीडिया, ईमेल जैसे वेब आधारित एप्लीकेशन चलाने की सुविधा देता है।
  5. इससे आप 3D गेमिंग के लुत्फ उठा सकते हैं।

3G की कमियां (Drawbacks of 3G in Hindi)

  1. 3जी डाटा सर्विस महंगा होता है।
  2. 1G, 2G के मुकाबले 3G के स्मार्टफोन भी महंगे होते हैं।

4G क्या है? (What is 4G?)

4G का मतलब होता है चौथी पीढ़ी। 4G की शुरुआत साल 2012 में हुई। 3G के मुकाबले इसके इंटरनेट की स्पीड कहीं ज्यादा तेज होती है। वैसे तो फोर्थ जनरेशन में 3G जैसे ही कई फीचर्स होते हैं। जैसे- गेम खेलना, Download करना, वीडियो देखना आदि। लेकिन 3G के मुकाबले 4G की स्पीड काफी ज्यादा होती है जिससे आपको एक हाई क्वालिटी की किसी भी फिल्म को Download करने में 5-6 मिनट का समय लगता है।

4G का इस्तेमाल दो तरीके से किया जाता है जिसमें से एक है LTE (Long Term Evolution) और दूसरा है VoLTE – LTE (Voice Over Long Term evolution). इसमें LTE की डाउनलोड क्षमता 150 Mbps प्रति सेकंड तथा अपलोड क्षमता 50 Mbps प्रति सेकंड होती है। जबकि VoLTE में वॉइस की क्वालिटी और नेटवर्क कनेक्टिविटी काफी ज्यादा बेहतर होती है।

4G की विशेषताएं (Features of 4G in Hindi)

  1. इसमें आपको उच्च बैंडविथ के साथ हाय कनेक्टिविटी (High Connectivity) भी मिलेगी।
  2. 4G के जरिए आप किसी भी डाटा फाइल को आसानी से डाउनलोड और अपलोड कर सकते हैं।
  3. इस नेटवर्क के जरिए आप मल्टीमीडिया सेवाओं का इस्तेमाल काफी आसानी से कर सकते हैं।
  4. 4G नेटवर्क आपको ज्यादा सुरक्षा और गोपनीयता का विश्वास देता है।
  5. इसमें इंटरनेट की स्पीड 150 Mbps लेकर 1 Gbps तक हो सकती है।
  6. क्लाउड कंप्यूटिंग की सुविधा मिलती है।
  7. इसके जरिए आप MIMO (मल्टीपल इनपुट मल्टीपल आउटपुट) व OFDM (ऑर्थोगोनल फ्रिकवेंसी डिविजन मल्टीप्लेक्सिंग) का उपयोग कर सकते हैं।

4G की कमियां (Drawbacks of 4G in Hindi)

  1. 3G की अपेक्षा 4G की कीमत ज्यादा होती है।
  2. इससे बैटरी की खपत ज्यादा होती है।
  3. 4G नेटवर्क के कनेक्टिविटी कुछ निश्चित स्थानों तक सीमित है।
  4. 4G नेटवर्क के प्रयोग हेतु आपको 4G फोन खरीदना जरूरी होता है।

5G क्या है? (What is 5G in Hindi?)

5G यानी कि पांचवी जनरेशन तकनीक। जो 1G, 2G, 3G और 4G के मुकाबले सबसे ज्यादा फास्ट काम करेगी। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जहां 3 घंटे के एचडी फिल्म (HD Film) को 4G में Download करने के लिए आपको 7 से 10 मिनट का समय लग जाता है वही 5G के जरिए आप 3 घंटे की उसी फिल्म को सिर्फ 1 मिनट से कम समय में डाउनलोड कर पाएंगे। इसमें इंटरनेट स्पीड बिजली की रफ्तार से दौड़ेगी यानी कि किसी भी वीडियो को देखने से पहले आपको बफरिंग की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

5G की विशेषताएं (Features of 5G in Hindi)

  1. 5G नेटवर्क के जरिए आप 10GB प्रति सेकंड की स्पीड हासिल कर सकेंगे।
  2. इसमें आपको बेहतर वॉइस क्वॉलिटी मिलेगी।
  3. 5G नेटवर्क के जरिए डाउनलोड की स्पीड 4G से ज्यादा होगी।
  4. इसके जरिए प्रत्येक व्यक्ति किसी भी चीज से वर्चुअली आसानी से कनेक्ट हो सकेगा।
  5. 5G से नेटवर्क कनेक्शन जल्दी स्थापित होता है यानी कि इससे नेटवर्क बेस स्टेशन पर ट्रैफिक लोड का भार कम पड़ेगा।
  6. इसके जरिए आप अपने Computer को Mobile Handset के जरिए कंट्रोल कर सकते हैं।
  7. इस नेटवर्क की अल्ट्रा-लो-लेटेंसी प्रतिक्रिया बेहद कम है।

5G की कमियां (Drawbacks of 5G in Hindi)

  1. 5G का सर्कुलर नेटवर्क पुरानी डिवाइस को सपोर्ट नहीं करते।
  2. कुछ लोगों का मानना है कि 5G की रेडिएशन फ्रिकवेंसी काफी ज्यादा होती है।
  3. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि 5G के रेडियो फ्रिकवेंसी की वजह से शरीर के तापमान में वृद्धि होगी।
  4. 5G पर गोपनीयता और सुरक्षा को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े किए गए हैं।
  5. 5G नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में बड़ी लागत की आवश्यकता होगी।

हालांकि इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यदि शरीर का तापमान बढ़ता भी है तो इससे स्वास्थ्य को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 5G इन्फ्रास्ट्रक्चर से 3.5 गीगाबाइट्स का एक्स्पोज़र होता है जो कि मोबाइल बेस स्टेशन के बराबर है।

भारत में 5G

4G को भारत में काफी लोकप्रियता और सफलता मिली जिस वजह से अब 5G के लिए भी लोग आतुर हो रहे। आपको बता दें, विश्व के 40 से ज्यादा टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने 5G को लॉन्च किया है। इसीलिए कहा जा रहा है कि 5G भारत की टेलीकॉम कंपनियों की कनेक्टिविटी से आगे बढ़ेगा और कंजूमर, इंडस्ट्रीज और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए नए रास्ते खोलेगा।

स्पीड के आधार पर अंतर

  1. 3G : इसकी स्पीड 114 Kbps से लेकर 2 Mbps/सेकंड होती है।
  2. 4G : इस स्पीड 150 Mbps से लेकर 1 Gbps/सेकंड होती है।
  3. 5G : इसकी स्पीड सबसे ज्यादा होती है जोकि 10 Gbps/सेकंड है।

डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड में अंतर

एलसीडी और एलईडी टेलीविजन में अंतर

तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना Difference between 5G, 4G and 3G in Hindi (5G, 4G और 3G के बीच अंतर), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

आपको हमारा लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं, अपने सुझाव या प्रश्न भी कमेंट सेक्शन में जा कर पूछ सकते हैं। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए HelpHindiMe को Subscribe करना न भूले।

Author:

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।

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