पुकार
एक मासूम अबोध बच्चा
जब रोता है
तब वो वास्तव में अपनी मां से
अनुरोध/पुकार करता है
कि हे माँ
इस धरती पर प्रथम
बस एक तेरा सहारा मिला,
ईश्वरीय प्रतिरूप में
तेरे आँचल का सहारा मिला।
अब तू मुझे अपने से दूर मत करना,
ईश्वर का संदेश
सदा स्मरण रखना,
ईश्वर के प्रतिरूप में ही
सदा रहना।
ईशवर के इस अंश को
कभी अपने से दूर मत करना।
हे माँ!
मुझे जो एक तेरा सहारा मिला है,
उसकी डोर को तू कभी
कमजोर मत करना,
ईश्वर के इस अंश को सदा
अपने साये में महफूज रखना।
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All HINDI KAVITA
लौटकर नहीं आओगी
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Note: There is a rating embedded within this post, please visit this post to rate it.About Author:
✍सुधीर श्रीवास्तव
शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल
बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002