रिश्ता
कुर्सी और पद का मोह
इंसान को कितना गिरा देता है
कि अपनी ही थाली में
अपने ही किए छेद को
कितनी बेशर्मी से
किसी और का बता देता है।
ये बयान बतलाता है कि
फिल्मी दुनियाँ के
नशे के सौदागरों का
देश के बाहर भी
मौत के सौदागरों से
कहीं न कहीं नाता है।
किसी का मौत का
इन्हें अफसोस तक नहीं होता,
इन्हें तो बस अपराध के दलदल
बनाये रखने का ही
बस जैसे शौक होता।
किसी और के
बेटे,भाई,भतीजे,की
मौत का तो बस जैसे
इंतजार होता।
फिल्मी दुनियां के
शहशाहों का मौन,
अपने आप में है
बहुत कुछ कहता।
नशे की दुनियां से
फिल्मी दुनियाँ का
है गहरा रिश्ता।
Read Also:
All HINDI KAVITA
लौटकर नहीं आओगी
अगर आप की कोई कृति है जो हमसे साझा करना चाहते हो तो कृपया नीचे कमेंट सेक्शन पर जा कर बताये अथवा contact@helphindime.in पर मेल करें.
Note: There is a rating embedded within this post, please visit this post to rate it.About Author:
✍सुधीर श्रीवास्तव
शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल
बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002