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History of Assam & Interesting Facts in Hindi | असम का इतिहास और रोचक तथ्य
असम भारत के उत्तर पूर्व का एक राज्य है जिसकी राजधानी दिसपुर है। असम में दिसपुर को 1973 में राजधानी के रूप में चुना गया। असम के गुवाहाटी शहर से दिसपुर की दूरी 10 किलोमीटर है। असम 7 बहनों (7 Sisters) कहे जाने वाले राज्यों से घिरा हुआ है। असम की सीमाएं अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय से मिलती है। इसके अलावा असम की सीमा से भूटान और बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा भी जुड़ती हैं।
असम का इतिहास (History of Assam)
असम पर कोच और अहोम राजवंशों ने मध्यकालीन युग में राज किया था। अहोम ताई मूल के लोग थे वही कोच तिब्बती-बर्मी मूल के लोग थे। यूं तो भारत पर कई हमले किए गए और अंग्रेजों ने भी भारत पर राज किया लेकिन अंग्रेजों के अलावा किसी भी विदेशी ताकत ने असम पर राज नहीं किया। मुगलों ने भी असम पर अपना साम्राज्य विस्तार करना चाहा लेकिन उनके 17 बार किए गए आक्रमण विफल रहे।
साल 1826 में असम पर East India Company ने कब्जा जमाया। वर्ष 1833 में पुरंदर सिंघा असम के राजा बने। एक राज्य के रूप में असम की स्थापना 1912 में हुई। असम राज्य का गठन वर्ष 15 अगस्त 1947 को हुआ जब भारत आजाद हुआ। 1968 में नागालैंड असम से अलग हो गया और 1972 में मिजोरम और मेघालय को असम से अलग किया गया।
असम का भूगोल (Geography of Assam)
असम का क्षेत्रफल 78,438 किमी² है। ब्रह्मपुत्र असम की सबसे महत्वपूर्ण नदी मानी जाती है। यह नदी असम के पूर्वोत्तर सिरे से शुरू होती है और पश्चिम तक 724 किलोमीटर की यात्रा तय कर दक्षिण की ओर मुड़ जाती है जो बांग्लादेश के मैदानी इलाकों में बहती है। असम में इस नदी की कई सहायक नदियां हैं जिनमें माजुली, भरेली, सोनई, दिबांग, कपिली, धनसिरि आदि शामिल है। असम का काजीरंगा नेशनल पार्क तथा वाइल्डलाइफ अभ्यारण यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शुमार है।
असम की जनसंख्या (Assam’s Population)
वर्ष 2011 में जनगणना की गई थी जिसके मुताबिक असम की जनसंख्या 31,205,576 थी। अनुमान के मुताबिक पिछले 10 सालों में असम की जनसंख्या में 16.9 3% से वृद्धि हुई है। साल 2020 में असम के अनुमानित जनसंख्या 35,998,752 थी। वर्ष 2011 में की गई जनगणना में राज्य की साक्षरता दर 73.18% थी। जिसके अंतर्गत महिलाओं की साक्षरता दर 67.27 प्रतिशत और पुरुषों की साक्षरता दर 78.81 प्रतिशत थी। साल 2021 के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक असम में पुरुषों की अनुमानित संख्या 18,385,471 के करीब है वहीं महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या 17,613,281 है।
असम के जिले (Districts of Assam)
आजादी के दौरान असम में 13 जिले थे लेकिन समय के साथ इनमें बढ़ोतरी हुई और आज असम में कुल 34 जिले हैं जिनमें क्षेत्रफल की दृष्टि से असम का सबसे बड़ा जिला कार्बी आंगलोंग है, क्षेत्रफल की दृष्टि से असम का सबसे छोटा जिला कामरूप मेट्रोपॉलिटन है। जनसंख्या की दृष्टि से असम का सबसे बड़ा जिला नौगांव है। वही जनसंख्या की दृष्टि से असम का सबसे छोटा जिला दीमा हासाओ है।
असम की भाषा (Official Language of Assam)
असम में अधिकारिक भाषा असमिया, बोडो और बंगाली को माना जाता है। असम में ब्रजावली भाषा भी बोली जाती है। आपको बता दें, ब्रजावली भारत की विभिन्न भाषाओं के मेल से बनी हुई एक भाषा है। इन भाषाओं के अलावा असम में भाषाएं समुदाय के आधार पर बटी हुई है। विभिन्न समुदाय के लोग भिन्न-भिन्न भाषाओं का प्रयोग करते हैं। यही वजह है कि असम में कुल 45 भाषाएं बोली जाती हैं। असम में जो भाषा अत्यधिक बोली जाती है वह आदिवासी भाषा संथाली है।
वहीं असम के पश्चिमी हिस्से में राजबोंगशी भाषा बोली जाती है इस भाषा को गोल परिया, कमातापुरी भी कहा जाता है। यहां के कुछ लोग मणिपुरी भाषा भी बोलते हैं वही कुछ भागों में नेपाली भाषा भी पाई जाती है।
असम की संस्कृति (Culture of Assam)
असम की संस्कृति में अलग-अलग समय काल के दौरान बदलाव आए। जब असम पर अहोम और कोच राजवंश ने राज किया तो यहां की संस्कृति प्रभावित हुई। आगे जाकर श्रीमंत शंकरदेवा वैष्णव आंदोलन ने भी यहां कई सांस्कृतिक बदलाव किए। इस आंदोलन के फलस्वरुप असम की संस्कृति में कला, साहित्य, परफॉर्मिंग आर्ट और भाषा के क्षेत्र का विकास हुआ। जब असम पर अंग्रेजों ने राज किया तब असम की संस्कृति में पाश्चात्य संस्कृति का मिश्रण हुआ।
असम की संस्कृति की विशेषताएं हैं यहां के नृत्य और नाटक। यहां पर अंकिया नाट, कूषण नृत्य, सत्तरिया, बिहू नृत्य, बंजर केकन, बगुरुम्बा, बोरडोईसिखला, मिशिंग बिहू आदि है।
असम की वेशभूषा या पहनावा (Assam’s Traditional Attire)
वैसे तो जिस तरह प्रत्येक राज्य में समय के साथ पहनावे में भी अंतर देखा जा रहा है उसी तरह का अंतर आज असम के युवाओं के पहनावे में भी आ चुका है। अब यहां के लोग पश्चिमी सभ्यता की वेशभूषा को भी खुले मन से अपना रहे हैं। जिस तरह की वेशभूषा समस्त भारत में पहनी जा रही है वहीं वेशभूषा के बदलाव असम में भी देखा जा सकता है।
हालांकि यदि उनके पारंपरिक पोशाक की बात करें तो असम के पारंपरिक पोशाकों को आप उनके त्योहारों में देख सकते हैं। असम के पुरुष यहां कमर के नीचे एक धोती पहनते हैं तथा कमर से ऊपर एक चादर नुमा कपड़ा पहनते हैं इसे गमोशा कहा जाता है। यहां की सब महिलाएं भी कमर के ऊपरी हिस्से पर एक चादर की तरह एक कपड़ा पहनती है वही कमर से नीचे के पहनावे को वहां मेखला के नाम से जाना जाता है।
असम का खानपान (Food of Assam)
असम का मुख्य आहार चावल है वहां चावल को भात कहते हैं। यहां तेंगा माछ( मछली) और खार भी काफी लोकप्रिय है।
असम के प्रमुख त्यौहार (Major Festivals of Assam)
असम का प्रमुख त्यौहार बिहू है जो 1 साल के अंदर तीन बार मनाया जाता है। इसे अलग-अलग नामों से जानते हैं और इनके अलग-अलग प्रतीक होते हैं जैसे रंगोली बिहू और बोहाग बिहू और यह फसल की बुवाई की शुरुआत का प्रतीक होती है। इसी के साथ नया साल भी शुरू होता है वही भोगली बिहू और माघ बिहू को फसल की कटाई के दौरान धूमधाम से मनाया जाता है। इसके अलावा कती बिहू या कांगली बिहू को शरद ऋतु में मनाया जाता है।
इन त्यौहारों के अलावा असम में कई धार्मिक त्योहार भी मनाए जाते हैं जिनमें शिवरात्रि मेला, दीवाली, परशुराम मेला, अशोक अष्टमी मेला, दुर्गा पूजा, ईद, क्रिसमस आदि मुख्य हैं।
असम के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major Tourist Places of Assam)
असम भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक माना जाता है। यह हरे-भरे जंगल, नदियों और चाय के बागानों से घिरा हुआ राज्य हैं। यदि आप प्रकृति के करीब रहना पसंद करते हैं तो ऐसे में असम में घूमने पर आपको प्रकृति के साथ निकटता का अनुभव होगा। हम आपको यात्रा करने के कुछ बेहतरीन स्थानों के बारे में बताएंगे, आइए जानते है:-
- काजीरंगा नेशनल पार्क: असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की विशेषता यह है कि यहां पर एक सींग वाले गैंडे (Indian Rhinoceros or One Horned Rhinos) पाए जाते हैं। यह वैश्विक धरोहर स्थल भी है। राष्ट्रीय उद्यान में आपको एक सींग वाले गैंडे के साथ-साथ अनेक तरह के पशु जैसे हाथी, जंगली भैंस, बंगाल फॉक्स, चीनी पैंगोलिन आदि पाए जाते हैं।
- गुवाहाटी: असम के गुवाहाटी में कई हजारों लोग घूमने जाते हैं। यहां कामाख्या मंदिर के अलावा प्राचीन शिव मंदिर, ब्रह्मपुत्र नदी, बालाजी मंदिर, विज्ञान संग्रहालय तथा गुवाहाटी विश्वविद्यालय है जो इसे पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाते हैं।
- कामाख्या शक्तिपीठ: यह असम के गुवाहाटी के करीब नीलांचल पर्वत पर स्थित है। दरअसल यह शक्तिपीठ माता सती के लिए जाना जाता है। प्राचीन काल की कथाओं के मुताबिक जब भगवान विष्णु ने माता सती को भगवान शिव को भुलवाने के लिए अपना सुदर्शन चक्र चलाया था तब माता सती का मृत शरीर 51 भागों में बट गया था। जहाँ उनके शरीर के अंग गिरे उन्हें शक्ति पीठ कहा गया। कामाख्या शक्ति पीठ में माता सती का गुह्वा यानी की योनि भाग गिरा था।
इसके अलावा भी असम में कई अन्य मुख्य पर्यटन स्थल भी हैं जिनमें माजुली, उमानंदा मंदिर, श्रीमंत शंकरदेव कलाशेत्र, प्राचीन महाभैरब मंदिर, असम बोटैनिकल गार्डन आदि शामिल है।
असम के राजकीय प्रतीक (State Emblem of Assam)
राज्य पक्षी | सफेद पंखों वाली बत्तख |
राज्य पशु | एक सींग का गेंडा |
राज्य वृक्ष | होलोंग |
राज्य नदी | ब्रह्मपुत्र नदी |
राज्य भाषा | असमी |
राज्य गान | Ó Mür Apünar Desh |
राज्य नृत्य | बिहू |
असम के राष्ट्रीय उद्यानों के नाम (National Parks of Assam)
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
- मानस राष्ट्रीय उद्यान
- राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान
- ओरांग राष्ट्रीय उद्यान
- नामेरी राष्ट्रीय उद्यान
- डिब्रु राष्ट्रीय उद्यान
असम के बारे में 10 रोचक तथ्य (10 Interesting & Amazing facts about Assam in Hindi)
- भारत में सबसे ज्यादा जंगली भैंसे असम में पाई जाती हैं।
- असम में स्तनधारियों की 190 प्रजातियां तथा 820 तरह के पक्षी पाए जाते हैं।
- असम में भारत की 55 फ़ीसदी चाय का उत्पादन होता है वही विश्व की 16% चाय यही उगाई जाती है।
- प्राचीन ग्रथों में असम को प्रागज्योतिषपुर के नाम से जाना जाता है।
- अंग्रेजों के आने से पहले असम भारत का हिस्सा नहीं था। 1824-26 में एंग्लो- बर्मन युद्ध हुआ जिसके बाद यह भारतीय राज्य में शामिल हुआ।
- असम दुनिया का दूसरा स्थान है जहां पेट्रोलियम की खोज हुई थी।
- यूनेस्को ने असम के काजीरंगा नेशनल पार्क और मानस वाइल्डलाइफ सेंचुरी को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में जगह दी है।
- असम में 6-12 वर्ष के बच्चों को माध्यमिक स्तर तक पढ़ना अनिवार्य है तथा इन सभी बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है।
- गोल्डन सिल्क के नाम से मशहूर मूगा रेशम का उत्पादन असम में किया जाता है। यह रेशम प्राकृतिक रूप से पीले-सुनहरे रंग का होता है।
- असम के हाजो तीर्थ स्थल में हिंदू, मुस्लिम तथा बौद्ध धर्म के अनुयाई एक साथ पूजा अर्चना करते हैं।
तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना असम का इतिहास और रोचक तथ्य (Assam History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।
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Author:
भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।