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झारखंड का इतिहास

Interesting Information about Jharkhand in Hindi
झारखंड का इतिहास और रोचक तथ्य | Jharkhand History | Interesting Information about Jharkhand in Hindi

झारखंड का इतिहास और रोचक तथ्य | Jharkhand History and Interesting Facts in Hindi

झारखंड का मतलब होता है वन और झाड़ियों की भूमि। इसे इस नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि झारखंड में दूर-दूर तक नजर दौड़ाने पर आपको जंगल ही दिखेंगे। इस राज्य की राजधानी का नाम रांची है जो जनसंख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से झारखंड का सबसे बड़ा जिला है।

झारखंड अपनी सुंदरता के लिए भी मशहूर है ऐसे में इसके बारे में जानना जरूरी हो जाता है। इस लेख में हम आपको झारखंड से जुड़ी कई जानकारियों को बताएंगे आशा है आप इसे पूरा पढ़ेंगे।

झारखंड का इतिहास (History of Jharkhand in Hindi)

1765 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने झारखंड पर अपना आधिपत्य स्थापित किया। जिस तरह अंग्रेजों ने पूरे भारत में अत्याचार किए उसी तरह झारखंड में भी लोगों को प्रताड़ित किया गया। लेकिन झारखंड के लोगों ने समय-समय पर इसका प्रतिकार किया और ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई विद्रोह किए। जिनमें जुआड़ विद्रोह, पहाड़िया विद्रोह, तमाड़ विद्रोह और मुंडा विद्रोह आदि प्रमुख है।

अब यह जानते है कि आखिर झारखंड एक अलग राज्य कैसे बना। दरअसल, झारखंड को एक अलग राज्य बनाने की मांग काफी लंबे समय से चली आ रही है। 1938 में भारतीय हॉकी खिलाड़ी जयपाल सिंह ने भी बिहार के दक्षिणी जिले को मिलाकर झारखंड के रूप में एक अलग राज्य बनाने का अपना विचार रखा था। लेकिन तब इस विचार को ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई।

पहले झारखंड बिहार का हिस्सा था। लेकिन साल 1949 में जयपाल सिंह द्वारा झारखंड पार्टी का गठन किया गया। इस पार्टी के गठन के बाद से ही यहां के लोग अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर आंदोलन करने लगे। 1972 में झारखंड में संथाल नेता शिबू सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया जिसके बाद से अलग राज्य बनाने की मांग तेज होने लगी। लेकिन इसके कई सालों बाद वर्ष 2000 में संसद में एक बिल पारित किया गया जिसके तहत 15 नवंबर 2000 को जाकर झारखंड एक राज्य के रूप में स्थापित हुआ। यह भारत का 28वां राज्य बना।

झारखंड के जिले

मौजूदा समय में झारखंड में जिलों की संख्या 24 है तथा यहां पांच प्रमंडल है। जब राज्य के रूप में झारखंड की स्थापना हुई थी तब उस दौरान यहां जिलों की संख्या सिर्फ 18 थी। क्षेत्रफल और जनसंख्या के अनुसार झारखंड का सबसे बड़ा जिला रांची है।

झारखंड का भूगोल

झारखंड का क्षेत्रफल 79,714 वर्ग किलोमीटर है। यह देश के कुल क्षेत्रफल का 2.4% है। झारखंड में करीब 152 शहर और 32,615 गांव है । यहां कई प्रमुख नदियां बहती हैं जिनमें कोसी, दामोदर बार बराकर, घाघरा शामिल है।

झारखंड का राजकीय पेड़ साल, राजकीय फूल पलाश, राजकीय पशु हाथी और राजकीय पक्षी एशियाई कोयल है।

झारखंड की सीमाएं

झारखंड की सीमाएं उत्तर प्रदेश ,छत्तीसगढ़, बिहार, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल से जुड़ती है। यदि झारखंड के वनों के अनुपात को देखें तो यह राज्य अन्य राज्यों की तुलना में अग्रणी राज्य माना जाता है। यह वन्यजीवों के संरक्षण के लिए भी काफी प्रसिद्ध है।

झारखंड की जनजातियां

जनजातियों की दृष्टि से झारखंड विविधताओं से भरा हुआ राज्य है, जहां कई आदिवासी समुदाय से संबंधित लोग निवास करते हैं। इन आदिवासी समुदायों में असुर, गोंड, खरिया, खरवर, मंडा, संथाल और सवर आदि शामिल है।

झारखंड की जनसंख्या

वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक झारखंड की कुल जनसंख्या 32,988,134 थी। जिसमें पुरुषों की जनसंख्या 16,934,360 और महिलाओं की जनसंख्या 16,053,774 थी। साल 2020 में झारखंड की अनुमानित जनसंख्या 40,100,376 है। वहीं 2021 में पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या 20,585,408 है। और महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या 19,514,967 है।

झारखंड में हिंदू धर्म के लोग बहुसंख्यक है। राज्य में इनकी संख्या 67.8 फ़ीसदी है। झारखंड की दूसरी बड़ी जनसंख्या इस्लाम धर्म है जिनकी संख्या 14.5% है। राज्य की तीसरी सबसे ज्यादा आबादी है सरना धर्म की जो कि 12.8% है। इसके अलावा यहां ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों का आंकड़ा 4.5% है।

यदि बात करें राज्य की साक्षरता दर तो यह 65.4% है जिसमें पुरुष साक्षरता दर 76.81% और महिला साक्षरता दर 55.43% है।

झारखंड की भाषा

वैसे तो झारखंड की राजभाषा हिंदी है लेकिन झारखंड में भाषा को लेकर काफी विविधता है यहां 3 परिवारों की भाषाएं बोली जाती है जिनमें यूरोपीय भाषा परिवार ,ऑस्ट्रिक भाषा परिवार और द्रविड़ भाषा परिवार शामिल है। इन परिवारों से लगभग 25 भाषाएं और उपभाषाएं बोलचाल में इस्तेमाल की जाती है। इसे देखते हुए सरकार ने झारखंड में कुछ भाषाओं को द्वितीय राजभाषा भी बनाया है।

लेकिन भाषा के मुद्दे को लेकर झारखंड में काफी असमंजस की स्थिति है यहां की जनजातिय क्षेत्रीय भाषाओं में संताली, नागपुरी, मुंडारी, खोरठा, बंगला, कुरमाली अंगिका और उड़िया आदि शामिल है।

झारखंड की संस्कृति

झारखंड सांस्कृतिक विविधताओं से भरा हुआ राज्य हैं। यहां कई तरह के लोकगीत और संगीत प्रचलित है जिनमें डमकच, ओरजापी, फगुआ, झूमती, एक्हरिया, डमकच, डोड, असडी प्रमुख लोकगीत है। झारखंड में गायन और संगीत के लिए लोगों द्वारा कई तरह के उपकरणों का इस्तेमाल किया जाता है जिनमें नगाड़ा, धमसा, मदन भेवरी, घण्टा, कदरी, तसा, थाल, गुपी जंतर प्रमुख है।

झारखंड का लोक नृत्य इसकी संस्कृति का प्रतिबिंब है। झारखंड में पाईका नृत्य काफी प्रसिद्ध है। दरअसल पाईका एक मार्शल नृत्य है जो कि झारखंड में काफी लोकप्रिय है इसके अलावा अन्य लोक नृत्यों में झारखंड में चॉ, जादूर, करमा, नटनी, अग्नि, चौकार, मठ, सोहराई आदि प्रमुख है।

झारखंड का भोजन

झारखंड के लोगों का मुख्य भोजन गेहूं और चावल है। वहां खाने में सरसों के तेल का ज्यादा उपयोग करते हैं। इसके अलावा लोग अलग तरह की सब्जियों को खाना पसंद करते हैं उनके नियमित भोजन में दाल, चावल, रोटी सब्जी और अचार जरूर शामिल होता है। इसके अलावा झारखंड के लोग पंचफोरन (पांच बीजो के मिश्रण से बना एक तरह का मसाला) का तड़का देना खाने में पसंद करते हैं।

झारखंड में कई तरह के व्यंजन काफी चाव से खाए जाते हैं जिनमें चने का बना सत्तू, तेल बर्फी, लिट्टी आलू चोखा शामिल है।

झारखंड के त्यौहार

झारखंड अनेक तरह के त्योहारों से भरा हुआ राज्य है जहां अलग-अलग जाति समुदाय के लोग अलग-अलग तरह के त्यौहार मनाते हैं। जिनमें करमा, सरहुल, बदना, टुसू आदि त्योहारों को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

1. बांदा

इस त्यौहार को कार्तिक अमावस्या के दौरान मनाया जाता है। इन त्योहारों में जानवरों के योगदान को देखते हुए उनका पूजन किया जाता है।

2. सरहुल

इस त्यौहार को बसंत में मनाया जाता है। इसमें गांव की अलग-अलग जनजाति अपने देवताओं को खुश करते हैं और अपनी सुरक्षा की मांग करते हैं। सरहुल में प्रसाद के रूप में फूल दिया जाता है। यह फूल दोस्ती और भाईचारे का प्रतीक होता है। आदिवासी पुजारियों द्वारा इन फूलों को गांव के प्रत्येक घर में भेजा जाता है।

इसके साथ ही झारखंड में हल पुनाया,टुसू जैसे कई त्यौहार मनाए जाते हैं। झारखंड में कई जनजातियां निवास करती हैं तथा इन सभी जनजातियों के त्यौहार एक दूसरे से थोड़े अलग होते हैं। लेकिन झारखंड के जनजातियों द्वारा मनाए जाने वाले त्योहारों की खासियत यह है कि वे जल, जंगल, जमीन और जानवरों का पूजन करते हैं।

झारखंड के मुख्य पर्यटन स्थल

झारखंड को इसकी सुंदरता तथा आकर्षक घने जंगलों के लिए जाना जाता है। यह पूरा राज्य कई झरनों, पहाड़ों, प्राचीन मंदिरों से घिरा हुआ है इसकी व्यवस्था की वजह से ही यहां पर्यटकों का आना और जाना लगा रहता है।

1. रांची

रांची को झरनों के शहर के नाम से जाना जाता है। यह समुद्र तल से 700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। रांची में कई ऐसे दर्शनीय स्थल हैं जो काफी प्रसिद्ध है इसमें टैगोर हिल, रांची हिल स्टेशन, हुंदरू फॉल्स,कांके डैम, जनजातीय अनुसंधान संस्था शामिल है।

2. हजारी बाग

हजारीबाग रांची से 95 किलोमीटर की दूरी पर है। हर साल यहां पर कई पर्यटक हजारीबाग के अन्य स्थलों को देखने आते हैं जिनमें रॉक संरचनाएं,घने जंगल, राजपा मंदिर और वाइल्ड लाइफ सेंचुरी मुख्य है।

3. बोकारो स्टील सिटी

झारखंड के बोकारो स्टील सिटी को द स्टील कैपिटल ऑफ इंडिया के नाम से पहचाना जाता है। यह एक ऐसा प्राकृतिक स्थान है जहां पर आपको हरियाली और सुंदरता का मनोहर दृश्य देखने को मिलेगा। सन 1960 और 1970 के दौरान ही बोकारो स्टील सिटी स्थापित किया गया था। इसके प्रमुख आकर्षणों में गारगा डेम और स्टील प्लांट शामिल है।

झारखंड के बारे में कुछ रोचक तथ्य (5 Amazing & Interesting facts about Jharkhand in Hindi)

  1. झारखंड में नक्सली उग्रवाद की स्थिति कितनी चिंताजनक है इससे हर कोई वाकिफ है। साल 1967 में यहां नक्सलियों का उभार शुरू हुआ था और तब से लेकर आज तक हजारों लोग इन नक्सलियों की भीड़ में शामिल होते हो गए हैं।
  2. झारखंड की जनसंख्या में सबसे ज्यादा जनजातियों के लोग हैं। इनकी आबादी 28 फ़ीसदी है जिनमें से 12 फ़ीसदी अनुसूचित जाति से संबंधित है।
  3. झारखंड सेलिब्रिटीज़ का भी राज्य है क्योंकि यहां पर कई सेलिब्रिटीज का जन्म हुआ है जिनमें महेंद्र सिंह धोनी, प्रियंका चोपड़ा, तनुश्री दत्ता और 1981 की मिस इंडिया मीनाक्षी शेषाद्री शामिल है।
  4. आजादी से पहले झारखंड में 65 फीसदी जंगल था लेकिन अब यह सिर्फ 29 फ़ीसदी है।
  5. झारखंड के छोटा नागपुर में पाषाण युग के पत्थरों की प्राप्ति हुई है।

झारखंड से जुड़े हुए कुछ सवाल-जवाब

Ques: झारखंड के पहले मुख्यमंत्री कौन थे? (Who was the first Chief Minister of Jharkhand?)
Ans: बाबूलाल मरांडी, झारखंड के पहले मुख्यमंत्री थे, उनका शासन काल 15 नवम्बर 2000 से 18 मार्च 2003 तक रहा।

Ques: झारखंड की राजधानी कौन सी है? (Which is the capital of Jharkhand?)
Ans: रांची, झारखंड की राजधानी व जनसंख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से झारखंड का सबसे बड़ा जिला भी है।

Ques: झारखंड किस लिए प्रसिद्ध है? (What is Jharkhand famous for?)
Ans: झारखंड, छत्तीसगढ़ के बाद देश में खनिज संपदा का अग्रणी उत्पादक राज्य है, झारखंड में कोयला, लौह अयस्क, अभ्रक, तांबा अयस्क, ग्रेफाइट, बॉक्साइट, चूना पत्थर और यूरेनियम जैसे खनिजों पदार्थों की मौजूदगी है।

Ques: झारखंड क्यों बना? झारखंड किस राज्य से बना? (Why was Jharkhand formed?, Jharkhand formed from which state?)
Ans: झारखंड को एक अलग राज्य बनाने की मांग काफी लंबे समय से चली रही थी, इसके लिए कई सामाजिक आंदोलन भी किये गए, अंततः बिहार पुनर्गठन बिल के वर्ष 2000 में पास होने के साथ इसको अलग राज्य बनाये जाने का रास्ता साफ़ हुआ। पहले झारखंड, बिहार का दक्षिणी हिस्सा हुआ करता था।

मध्य प्रदेश का इतिहास

तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना झारखंड का इतिहास और रोचक तथ्य (Jharkhand History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।

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