Site icon Help Hindi Me

Moral Education Essay in Hindi

Last updated on: December 6th, 2021

Moral Education Essay in Hindi | नैतिक शिक्षा पर निबंध

Moral Education Essay in Hindi | नैतिक शिक्षा पर निबंध


नैतिक शिक्षा किसे कहा जाता है?

नैतिक शिक्षा को समझने से पूर्व ‘नैतिक’ शब्द को समझना आवश्यक है। दरअसल, नैतिक शब्द से तात्पर्य अच्छे व्यवहार और कर्तव्य से है जिसकी अपेक्षा हम दूसरों से करते हैं इसीलिए दूसरों से अच्छा व्यवहार हासिल करने के लिए हमें उनके साथ अच्छा व्यवहार करना होगा। नैतिक शिक्षा के द्वारा लोगों को इस बात का बोध कराया जाता है कि वह अन्य लोगों में नैतिक मूल्यों का संचार करें। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि नैतिक शिक्षा, नैतिक मूल्यों का संचार करता है जिससे न सिर्फ एक व्यक्ति का बल्कि बहु उपयोगी समाज का निर्माण किया जा सकता है।

नैतिक मूल्यों के अभाव से समाज में अपराध बढ़ जाता है। बच्चों को यदि शुरू से ही नैतिक शिक्षा नहीं प्रदान की जाती है तो आगे जाकर बच्चों के चरित्र के खराब होने, आपराधिक प्रवृत्तियों जैसे धूम्रपान व चोरी, डकैती, खून-खराबा आदि में संलिप्त होने की आशंका बढ़ जाती है। बच्चों का यह स्वभाव सिर्फ माता-पिता और उनके परिजनों के लिए ही एक समस्या नहीं है बल्कि यह समाज के लिए भी काफी ज्यादा खतरनाक है।

ऐसे में इन सभी घटनाओं को रोकने के लिए नैतिक शिक्षा काफी जरूरी है। नैतिक शिक्षा के द्वारा नैतिक मूल्यों को मानव मस्तिष्क में बिठाया जाता है जिससे व्यक्ति का सर्वांगीण उत्थान हो सके। नैतिक शिक्षा ही मानव को अन्य प्राणियों से अलग एक सामाजिक प्राणी बनने में सहायता करती है। जिससे वे अपने कर्तव्यों को समझ सके।

नैतिक शिक्षा की क्रियाएं

नैतिक शिक्षा का स्तर काफी व्यापक है तथा इसमें अलग-अलग क्रियाओं को समाहित किया गया है जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं :-

  1. मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना
  2. शिष्टाचार तथा अच्छा आचार व्यवहार
  3. अच्छा सामाजिक आचरण
  4. शारीरिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण
  5. धार्मिक प्रशिक्षण

बहुत से लोग नैतिक शिक्षा को धार्मिक शिक्षा का ही एक अंग मानते हैं। वहीं बहुत से लोगों का यह भी मानना है कि नैतिकता को न ही पढ़ाया जा सकता है न ही इसे पढ़ाई के द्वारा किसी अन्य को ग्रहण कराया जा सकता है।

नैतिक शिक्षा के उद्देश्य

नैतिक शिक्षा के कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य इस प्रकार है :-

नैतिक शिक्षा की आवश्यकता

हर समाज को नैतिक शिक्षा की काफी आवश्यकता होती है ऐसा इसलिए क्योकि यह नैतिक शिक्षा ही लोगों में नैतिकता को जगाती है। किसी देश में रहने वाले व्यक्ति उस देश के उत्थान और पतन के लिए जिम्मेदार होते हैं। नागरिक जिस स्तर के होंगे उसी स्तर का समाज वहां बनेगा। ऐसे में इन नागरिकों की शिक्षा पद्धति इस बात पर निर्भर करती है कि उस देश के नागरिक किस स्तर के होंगे।

आपने देखा होगा पूरे विश्व भर में कई तरह की ऐसी घटनाएं घटी जिसमें कहीं हद तक शिक्षा ही प्रधान साधन बनी रही। जर्मनी में जन्मा नाजीवाद, रूस और चीन का साम्यवाद यह सभी चीजें वहां की शिक्षा प्रणाली की वजह से ही उत्पन्न हुई।

शिक्षा इंसान की भौतिक और चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और जब यह शिक्षा व्यक्तियों के समूह को दिया जाता है तो यह व्यक्तियों का समूह देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि बच्चों को आरंभ से ही नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाने पर बल दिया जाता है।

क्योंकि जब बच्चा जन्म लेता है तो वह नैतिकता और अनैतिकता के ज्ञान से परे होता है। उस बच्चे की शिक्षा ही उसे नैतिक और अनैतिक बनाने का काम करती है। आखिर वह कौन से माता-पिता होंगे जो चाहते होंगे कि उनका बच्चा अनैतिक बने। हर माता-पिता चाहता है कि उनका बच्चा समाज में प्रशंसा और लोकप्रियता हासिल करें।

इसीलिए ज्यादातर माता-पिता अपने बच्चों को अपनी हैसियत से बढ़कर अच्छे स्कूलों में दाखिला करवाते हैं जिससे कि वह नैतिक बन सकें। हालांकि नैतिकता सिर्फ स्कूली शिक्षा से नहीं आ सकती। बल्कि नैतिक शिक्षा प्रदान करने में परिवार के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए बच्चों को शुरुआत से ही सच बोलना, लोगों की मदद करना, दया भावना दिखाना, निष्पक्ष रहना बड़ों की आज्ञा का पालन करना, राष्ट्र के लिए देशभक्ति की भावना रखना जैसे गुणों को सिखाना चाहिए।

आज पूरे विश्व को नैतिक शिक्षा की आवश्यकता है जिससे हर देश में नैतिकता को उत्पन्न किया जा सके और विश्व भर में शांति बहाल हो सके।

नैतिक शिक्षा का क्या महत्व है?

नैतिक शिक्षा बच्चों के जीवन में काफी महत्वपूर्ण होती है। आइए निम्नलिखित बिंदुओं से जानते हैं इसके क्या-क्या महत्व है:-

बच्चों को नैतिक शिक्षा कैसे दें?

बच्चों को स्कूलों व घरों दोनों जगहों पर यदि नैतिक शिक्षा का ज्ञान कराया जाए तो उनका सर्वागीण विकास होगा और वह अच्छे मूल्यों और गुणों को जल्दी सीखेंगे। आइए जानते हैं कि आप अपने स्तर पर बच्चों को नैतिक शिक्षा कैसे प्रदान कर सकते हैं:-

निष्कर्ष

वर्तमान समय में नैतिक शिक्षा बहुत ही जरूरी है क्योंकि नैतिक शिक्षा ही आम इंसान को मनुष्य बनाती है। इससे न सिर्फ व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है बल्कि राष्ट्रीय का भी सही अर्थों में निर्माण होता है।

अनाथालय की मेरी यात्रा पर निबंध

कैंसर पर निबंध

आपको हमारा लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं, अपने सुझाव या प्रश्न भी कमेंट सेक्शन में जा कर पूछ सकते हैं। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए HelpHindiMe को Subscribe करना न भूले।

Author:

Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।

Exit mobile version