मेरी यात्रा पर निबंध | Essay on my Trip in Hindi
हम सब हर वर्ष गर्मी की छुट्टियों में कहीं न कहीं घूमने जाया करते हैं। स्कूल में गर्मी की छुट्टियां होने हम सब परिवार सहित कुछ दिनों के लिए किसी अच्छी जगह यात्रा पर जाते हैं। मेरे परिवार में मैं, मेरा छोटा भाई और माता-पिता है।
आज के दौर में हम अपने काम और करियर के पीछे इतना व्यस्त हो गए हैं कि हमें अपने और अपने परिवार के लिए समय निकालना दूभर हो रहा है। एक जगह पर रहने से यहां एक ही काम लगातार करने से हमारे शारीरिक और मानसिक दोनों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए यात्रा पर जाना बहुत ही आवश्यक है। इसके साथ ही हमें उस स्थान के बारे में बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है, नए नए लोगों से बात करने का मौका मिलता है व नई नई जगह अन्वेषण कर सकते हैं।
इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों में मैं और मेरा पूरा परिवार दिल्ली की यात्रा पर गए थे जो बहुत ही यादगार थी हमें इस यात्रा पर बहुत ही आनंद आया। हमने इस यात्रा के दौरान बहुत कुछ सीखा। तो आइए मैं बताती हूं आपको अपनी दिल्ली के सफर की कहानी।
जून के महीने में 15 तारीख को हम सब ने हमसफर एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए प्रस्थान किया। 16 की सुबह हम सब दिल्ली पहुंच गए थे। दिल्ली में मेरे मामा जी रहते हैं तो हम सब रुकने के लिए उनके ही घर गए। मामा जी हमें लेने के लिए स्टेशन आए थे। घर पहुंचते ही मामी जी ने हमारा स्वागत किया। थोड़ी देर बाद हम सब ने स्नान करके नाश्ता किया और फिर बाहर घूमने गए जाने के लिए तैयार होने लगे। मेरा परिवार और मामा मामी हम सब मिलकर एक साथ घूमने के लिए निकले। दिल्ली शहर बहुत ही सुंदर व साफ सुथरा शहर है और बहुत बड़ा भी।
दिल्ली हमारे भारत देश की राजधानी है। यह बहुत बड़ी है और यह दो भागों में बटी है जिससे पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली के नाम से जाना जाता है। यहाँ बहुत ही सुंदर और दर्शनीय स्थल है जिसे देखने के लिए विश्व भर से लोग आया करते हैं।
दिल्ली के कुछ खास दर्शनीय स्थल
इंडिया गेट- इंडिया गेट पहले विश्व युद्ध में शहीद हुए सेनानियों की याद में बनाया गया था। यह जगह दिल्ली की विशेष दर्शनीय स्थल में से एक है। इंडिया गेट के पत्थरों पर शहीदों के नाम भी लिखे गए हैं। शहीदों की याद में अमर जवान ज्योति हर दिन, रात और दिन जलता रहता है। यहां हर दिन शाम को अनेक पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। इसके साथ ही वहां पार्क और खाने के बहुत से स्टॉल भी होते हैं जो मनोरंजन का केंद्र है। इंडिया गेट के ठीक सामने राष्ट्रपति भवन दिखता है।
क़ुतुब मीनार– कुतुब मीनार दिल्ली की सबसे ऊंची इमारतों में से एक है जो कुतुबुद्दीन ऐबक के द्वारा बनवाई गई थी। कुतुब मीनार को यूनेस्को विश्व विरासत स्थल में भी शामिल किया गया है या बहुत ही ऐतिहासिक और हरियाली से भरी हुई जगह है।
जामा मस्जिद– जामा मस्जिद देश की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है जो कि शाहजहां के द्वारा बनाई गई थी। जामा मस्जिद बहुत ही सुंदर और शांतिपूर्ण स्थान है यहां ईद के समय पर लाखों लोग ईद की नमाज अदा करने आते हैं। जामा मस्जिद के आसपास की जगह खाने के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। जामा मस्जिद पुरानी दिल्ली इलाके में स्थित है।
अक्षरधाम मंदिर- अक्षरधाम मंदिर दिल्ली के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल में से एक है, यह अपनी बहुत ही सुंदर कारीगरी के लिए प्रसिद्ध है और विश्व के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है। यह मंदिर बहुत ही बड़ा है जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम व वाटर शो आदि शाम के समय में होते हैं। यह सुबह 9:30 बजे से शाम के 6:00 बजे तक खुला रहता है।
लोटस टेंपल- लोटस टेंपल एक कमल के तरह दिखने वाला एक उपासना मंदिर है। यहां किसी विशेष भगवान की मूर्ति नहीं लगी है। कमल का फूल शांति और पवित्रता का प्रतीक होता है इसीलिए इसको कमल के रूप में निर्मित किया गया।
रेल म्यूजियम– नेशनल रेल म्यूजियम एक ऐसा म्यूजियम है जहां पुरानी रेल को विरासत के तौर पर रखा गया है। यहां आपको हर दौर की रेल देखने को मिलेगी। इसके साथ ही यहां आस-पास बहुत से अन्य चीज देखने और खाने को मिल जाएंगी। यह स्थान रोमांच से भरा हुआ है।
लाल किला- लाल किला मुगल शासक शाहजहां के द्वारा बनवाया गया था। यह भारत के इतिहास में बहुत महत्व रखता है। स्वतंत्रता दिवस पर देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहरा कर देश वासियों को संबोधित करते हैं। यहां बहुत से कार्यक्रम होते हैं, यदि आप दिल्ली आए तो लाल किले जरूर देखने जाए यह बहुत ही सुंदर है और इसके पास मीना बाजार स्थित है जो बहुत ही प्रसिद्ध है।
जंतरमंतर– जंतर मंतर का निर्माण जयपुर के राजा जयसिंह द्वितीय ने कराया था। जंतर मंतर पर एक बहुत बड़ा डायल बना है जिससे प्रिंस ऑफ डायल के नाम से जाना जाता है। जंतर मंतर बहुत ही रोमांचक स्थान है, यहां बहुत सारे उपकरण है जो खगोलीय भ्रमण के रास्ते का ग्राफ बनाने में मदद करते हैं।
गुरुद्वारा बांग्ला साहिब– यह सिखों का धार्मिक स्थल है। यह स्थान बहुत ही सुंदर और शांति दायक है, गुरु नानक जयंती व गुरु पर्व के अवसर पर यह बहुत ही सुंदर तरह से सजाया जाता है और हजारों लोग यहां दर्शन के लिए आते हैं।
राजघाट– यह दिल्ली का बहुत ही पवित्र स्थान है महात्मा गांधी जी की हत्या के दूसरे दिन उनका अंतिम संस्कार इसी जगह पर हुआ था। इस जगह पर लोग गांधीजी के स्मरण में और उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने जाते हैं।
कनॉट प्लेस– यदि आप दिल्ली जाए तो कनॉट प्लेस जरूर जाए, यह स्थान मनोरंजन का केंद्र है। वैसे तो यहां हर प्रकार की दुकानें मिल जाएंगी इसके साथ ही यहां बहुत सारी प्रसिद्ध खाने की चीजें भी मिलती है, यहां लोग शाम के समय में आकर बैठा करते हैं।
हुमायूं का मकबरा– जिसे हुमायूं टॉम्ब के नाम से जाना जाता है। इसे हुमायूं की पत्नी हाजी बेगम ने बनवाया था। यह मकबरा मुगल वास्तुकला का उदाहरण है। इसके चारों ओर हरियाली है और बड़े-बड़े पत्थर और दरवाजों से यह बहुत ही सुंदर तरीके से बना हुआ है।
इसके साथ ही दिल्ली में बहुत से अन्य जगह है जो खाने वह खरीदारी के लिए प्रसिद्ध है। जैसे चांदनी चौक, परांठे वाली गली, पालिका बाज़ार, सफदर मार्केट, खाँ मार्केट आदि खाने के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है, इसके साथ ही खरीदारी के लिए दिल्ली एक केंद्र है।
करोल बाग, लाजपत नगर, सरोजिनी व चांदनी चौक में बहुत ही सुंदर और कम दाम पर कपड़े खरीदे जा सकते हैं। दिल्ली में बहुत ही बड़ी-बड़ी इमारतें है जिनमें होटल, क्लब है जो कि युवाओं के आकर्षण का केंद्र है।
इसके साथ दिल्ली में बहुत सारे सरकारी कार्यालय व संसद भवन आदि स्थित है। देश के सभी बड़े नेता दिल्ली में ही निवास करते हैं।
दिल्ली की यह यात्रा स्मरणीय रहेगी और निसंदेह मैं दोबारा दिल्ली जाना चाहूंगी। दिल्ली पढ़ाई के लिए भी बहुत अच्छा केंद्र है। देश भर में कोने कोने से छात्र यहां पढ़ाई करने व परीक्षा की तैयारी करने के लिए आते हैं।
हम सबको दिल्ली में बहुत मजा आया। हमने वहां बहुत सारी खरीदारी भी की, उसके बाद हम सब 20 तारीख को वापस अपने घर के लिए दिल्ली से रवाना हो गए। देश की राजधानी होने के साथ-साथ दिल्ली एक बहुत ही सुंदर स्थान है जहां हर देशवासियों को अपने जीवन में एक बार जरूर जाना चाहिए।
तो ऊपर दिए गए लेख में आपने पढ़ा मेरी यात्रा पर निबंध | Essay on my Trip in Hindi, उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।
आपको हमारा लेख कैसा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं, अपने सुझाव या प्रश्न भी कमेंट सेक्शन में जा कर पूछ सकते हैं। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए HelpHindiMe को Subscribe करना न भूले।
Author:
आयशा जाफ़री, प्रयागराज