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History of Aligarh and Interesting Facts | अलीगढ़ का इतिहास और रोचक तथ्य
उत्तर प्रदेश, जनसंख्या और क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े राज्यों में शुमार है। विविधताओं से भरे इस राज्य में कई चीजें प्रसिद्ध हैं। इस राज्य की प्रसिद्धि सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि विश्व भर में उत्तर प्रदेश अपनी कई चीजों के लिए जाना जाता है।
उदाहरण के तौर पर उत्तर प्रदेश में मौजूद ताजमहल दुनिया के सात अजूबों में से एक माना जाता है। इसके अलावा इस राज्य में स्थित आगरा का किला, फतेहपुर सीकरी विश्व भर में प्रसिद्ध है।
हालांकि, आज हम आपको उत्तर प्रदेश के शहर अलीगढ़ के बारे में कुछ रोचक तथ्य बताएंगे।
राज्य का नाम | उत्तर प्रदेश |
जिला | अलीगढ़ |
स्थापना | 1753 |
अलीगढ़
अलीगढ़ उत्तर प्रदेश में स्थित है। अलीगढ़ के ‘अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय’ को विश्व भर में लोग जानते हैं। इतना ही नही इस विश्वविद्यालय में विश्व भर से कई छात्र पढ़ने आते हैं।
इसके अलावा अलीगढ़ अपने तालों के लिए भी जाना जाता है। हालांकि इस बारे में हम आपको आगे विस्तार से बताएंगे। इससे पहले अलीगढ़ का इतिहास जान लेते हैं।
अलीगढ़ का इतिहास
अलीगढ़ का उल्लेख महाभारत और रामायण में भी किया गया है। उस दौरान इसे ‘कोइल’ व ‘कोल’ के नाम से जाना जाता था। दरअसल, उस दौरान अलीगढ़ में कोल नाम की तहसील हुआ करती थी जो कि वर्तमान समय में भी मौजूद हैं।
अलीगढ़ का यह नाम ‘नजफ़ खां’ ने रखा है। हालांकि, इससे पहले भी अलीगढ़ के कई नाम रखे गए थे। 1717 ईसवी में अलीगढ़ को ‘साबितगढ़’ के नाम से जाना जाता था। इसका यह नाम साबित खां ने रखा था। आगे जाकर 1757 में इसका नाम जाटों द्वारा रामगढ़ कर दिया गया। इसी तरह इसके नामकरण का सिलसिला साल दर साल बदलता रहा और आज इसे अलीगढ़ के नाम से ही जाना जाता है।
अलीगढ़ की आबादी
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक अलीगढ़ की जनसंख्या 36,73,889 है। इसमें पुरुषों की संख्या 19,51,996 है। वहीं महिलाओं की जनसंख्या 17,21,893 है। इनमें हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों की आबादी 484,036 है जबकि मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोगों की संख्या 372,881 है। ईसाई और सिख धर्म को मानने वाले लोगों की आबादी क्रमशः 4,612 और 3,139 है।
अलीगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल
अलीगढ़ में कई प्रमुख पर्यटन स्थल मौजूद हैं। इस शहर के बीचोंबीच डोरगढ़ नामक एक प्राचीन किला मौजूद है। हालांकि यह अब एक खंडहर में तबदील हो चुका है। इसके अलावा यहां आप बोना चोर किला जिसे अलीगढ़ किला के नाम से जाना जाता है, शेखा झील, नौ देवी मंदिर, मंगल यात्रा मंदिर, विश्वामित्र पूरी, बेसवा इगलास जैसे कई दर्शनीय स्थलों पर जा सकते हैं।
अलीगढ़ के तालें
अलीगढ़ के ताले अपने अलग डिजाइन और विविधताओं के लिए पूरे विश्व भर में जाने जाते हैं। दरअसल 1870 ई. यानी की 130 साल पहले Johnson and Company ने यहाँ तालों का व्यापार शुरू किया, यह ताले इंग्लैंड से इम्पोर्ट कर अलीगढ में बेचे जाते थे। यह कंपनी तालों के साथ ही पीतल की कलाकृतियां भी बनाती थी। वर्तमान समय में अलीगढ़ के ताले देश दुनिया में काफी प्रसिद्ध है। यही वजह है कि अलीगढ़ को ‘ताला नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है।
अलीगढ़ में कई कंपनियां मौजूद हैं, जो कि तालों का निर्माण करती हैं। तालों के व्यापार से करीब 1 लाख लोगों को रोजगार हासिल होता है। तालों के बिजनेस में हिंदू और मुसलमान दोनों ही धर्मों के लोग जुड़े हुए हैं और मिलजुल कर ताला बनाने का काम करते हैं। ज्यादातर लोग अपने घरों से ही ताले के निर्माण का कार्य करते हैं। जैसे कि कोई ताले को पॉलिश करता है, कोई ताला बनाता है तो वहीं कोई चाबी को आकार देने का कार्य करता है। ये सभी कार्य अलग-अलग लोग अपने घरों से ही करते हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ में स्थित है। यह भारत की प्रमुख यूनिवर्सिटीज में से एक है। इसका गठन महान विचारक सर सैय्यद अहमद खान द्वारा किया गया था। इसे पहले मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज के नाम से जाना जाता था।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना 1920 में हुई थी। इसके कुछ समय बाद यानी कि 1921 में भारतीय संसद में एक अधिनियम पारित किया गया और इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा हासिल हुआ।
तो ऊपर दिए गए लेख में आपने पढ़ा अलीगढ़ का इतिहास और रोचक तथ्य (History of Aligarh and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।
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Author:
भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।