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बिहार का इतिहास और रोचक तथ्य | Bihar History and Interesting Facts in Hindi
बिहार भारत के पूर्व में स्थित एक बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है। बिहार की राजधानी पटना है जो प्राचीन काल में पाटलिपुत्र के नाम से प्रसिद्ध था। बिहार अपने कण-कण में कई इतिहास को दबाए हुए हैं। बिहार के बिना तो भारत का इतिहास भी अधूरा है। ऐसे में इसके बारे में जानकारी होना काफी जरूरी है तो आइए जानते हैं बिहार से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें:-
बिहार का इतिहास
बिहार का इतिहास काफी व्यापक और समृद्ध है। प्राचीन समय में इसे मगध के नाम से जाना जाता था। बिहार पर कई राजवंशों ने राज किया है जिनमें बिंबिसार, चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, उदयन आदि शामिल है। इनके बाद बिहार में कुषाण शासकों और गुप्त वंश के चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने राज किया। मध्यकाल आते-आते बिहार पर मुस्लिम शासकों का राज रहा। सबसे पहले मोहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने बिहार पर विजय हासिल किया।
साल 1912 में जब बंगाल का विभाजन हुआ था उस दौरान ही बिहार राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। बिहार की स्थापना 22 मार्च 1912 में हुई। बिहार से कई राज्य अलग भी हुए जिनमें 1936 में उड़ीसा तथा साल 2000 में झारखंड शामिल है।
बिहार की भौगोलिक स्थिति
बिहार का क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर है। इसमें से 92,257.51 वर्ग किलोमीटर ग्रामीण भूभाग है। बिहार में सर्दियों का मौसम नवंबर से मध्य फरवरी के दौरान रहता है। इस दौरान तापमान 5 से 15 डिग्री सेल्सियस होता है। वहीं अप्रैल महीने में यहां गर्मी की शुरुआत होती है जो जुलाई के मध्य तक रहती है। गर्मियों के दौरान तापमान 35 से 45 डिग्री तक होता है। बिहार में बरसात के मौसम की शुरुआत जुलाई-अगस्त में होती है और अक्टूबर में जाकर यह चक्र पूरा होता है।
बिहार के जिले
बिहार 38 जिलों और 9 प्रमण्डलों में बटा हुआ है। जनसंख्या की दृष्टि से बिहार का सबसे बड़ा जिला पटना है और इसी आधार पर सबसे छोटा जिला शेखपुरा है। क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो बिहार का पश्चिम चंपारण सबसे बड़ा जिला है। वहीं इसी आधार पर बिहार का शिवहर जिला सबसे छोटा जिला है।
बिहार की भाषा
वैसे तो बिहार में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती है जिनमें से हिंदी प्रमुख भाषा है। हिंदी के अलावा बिहार में भोजपुरी, मैथिली, मगही, उर्दू अंगिका आदि भाषाओं का चलन है। लेकिन बिहार में जो भाषा सबसे ज्यादा लोकप्रिय है वह भोजपुरी है। जानकारी के लिए आपको बता दें, बिहार में बोली जाने वाली मगही भाषा असल में मौर्य साम्राज्य की अधिकारिक भाषा थी।
बिहार की संस्कृति
ऐतिहासिक रूप से बिहार में कई राजवंशों ने राज किया जिस वजह से अलग-अलग शासनकाल की संस्कृतियों का मेल बिहार में पाया जाता है। यहाँ मुख्यतः मिथिला, वज्जी, मगध, अंग जैसी मिली जुली संस्कृति देखने को मिलती है।
बिहार के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आपको पारंपरिक रीति-रिवाजों में कोई अंतर नहीं दिखेगा। बिहार के लोकगीत भी इसकी संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां जब किसी बच्चे का जन्म होता है तब सोहर नामक गीत गाया जाता है। शादी के समय सुमंगली गीत तथा धान की बुवाई के दौरान कटनी गीत का गायन किया जाता है। जब फसल काटी जाती है तब रोपनी गीत गाया जाता है। बिहार के प्रसिद्ध लोक नृत्यों में झूमर नाच, जितिया नाच, गोंड नाच शामिल है।
बिहार का खानपान
बिहार का खानपान विविधताओं से परिपूर्ण है। यहां शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के भोजन का सेवन किया जाता है। शाकाहारी खाने में दाल, चावल, सब्जी और रोटी हर किसी के घर में खाई जाती है।
बिहार में अलग-अलग तरह की मिठाइयां भी मिलती है। जैसे- अनारस की गोली, मोतीचूर का लड्डू, खाजा आदि। बिहार की मशहूर दही-चुरा व लिट्टी-चोखा के बारे में शायद ही कोई न जानता हो। बिहार में लिट्टी-चोखा को पसंद करने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। इसके अलावा बिहार में लहसुन की चटनी भी काफी पसंद की जाती है।
बिहार का लिट्टी-चोखा इतना प्रसिद्ध है कि एक समय भारतीय रेल के प्रमुख स्टेशनों में लिट्टी-चोखा मिलता था। बिहार के अन्य व्यंजनों में दाल-पुरी, मखाना, खीर, खजूरी, बैंगन का भरता आदि शामिल है।
बिहार की वेशभूषा
कई लोगों का मानना है कि बिहार की कोई पारंपरिक वेशभूषा नहीं है। हालांकि यह बात सच नहीं है क्योंकि अन्य राज्यों की तरह बिहार की भी अपनी एक वेशभूषा है। यहां महिलाओं की प्रमुख वेशभूषा लहंगा है क्योंकि बिहार में रक्षाबंधन, भाई दूज जैसे त्योहारों में बहने मुख्यत: लहंगा ही पहनती है। वही यहां के पूर्वज धोती-कुर्ता और पजामा-कुर्ता पहनना पसंद करते हैं।
बिहार में जब छठ पूजा मनाई जाती है तब महिलाएं चुनरी साड़ी पहना करती हैं। वहीं त्यौहार में पुरुष धोती व बनियान पहनते हैं। बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग पहनावा प्रसिद्ध है जैसे मिथिलांचल में पुरुष सिर पर पाग और धोती कुर्ता पहनते है।
बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल
- गया
बिहार में गया प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है क्योंकि गया में ही बौद्ध धर्म के संस्थापक यानी कि भगवान गौतम बुद्ध को बौद्ध ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। गया कई छोटी-छोटी पहाड़ियों जिनमें मंगला-गौरी, श्रृंग-स्थान, रामशिला और ब्रह्मा योनि से चारों तरफ से घिरा हुआ है जो इसकी सुंदरता को और श्रेष्ठ बनाता है। इसके पश्चिम में फल्गु प्रवाहित होती है।
यहां कई ऐसे मंदिर हैं जिन को लेकर लोगों की श्रद्धा काफी ज्यादा है इसमें महाबोधि मंदिर और विष्णु मंदिर मुख्य हैं। दरअसल यहां के विष्णु मंदिर के बारे में यह मान्यता है इस मंदिर में भगवान विष्णु के चरणों के निशान थे जिसके बाद ही इसका निर्माण किया गया। गया में पितृपक्ष मेला लगता है जो कि विश्व भर में प्रसिद्ध है।
- पटना
यदि आप बिहार में पर्यटन के लिए जा रहे हैं तो इसमें पटना सबसे अच्छा विकल्प है। पटना जहां बिहार की राजधानी है वही यह दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है। पटना को प्राचीन काल में पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था।
यह शहर गंगा नदी के किनारे स्थित है। पटना में कई ऐसे केंद्र हैं जहां पर्यटक घूमना पसंद करते हैं जिनमें बिहार संग्रहालय, हनुमान मंदिर, अगम कुआं, कुम्हरार, गोलघर, बुद्ध स्मृति पार्क आदि शामिल है। यह सिख धर्म के लिए भी काफी अहम स्थान रखती है क्योंकि पटना में ही अंतिम सिख गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ था।
- जल मंदिर पावापुरी
यह जैन धर्म के अनुयायियों के लिए पवित्र शहर माना जाता है क्योंकि यह प्रमुख जैन तीर्थ स्थल है। इसी स्थल में भगवान महावीर को मोक्ष प्राप्त हुआ था। खूबसूरत मंदिर में भगवान महावीर की प्राचीन चरण पादुका को पूजा जाता है। ऐसा बताया जाता है कि यहां भगवान महावीर के पार्थिव अवशेषों को दफन किया गया था।
बिहार के महत्वपूर्ण त्योहार
बिहार में छठ पूजा सबसे प्रमुख त्योहार है। छठ पूजा के अलावा जो त्योहार समस्त भारतवर्ष में मनाए जाते हैं वही बिहार में भी मनाए जाते हैं जिनमें दीपावली, दशहरा, महाशिवरात्रि, नागपंचमी, ईद, मुहर्रम, क्रिसमस आदि शामिल है।
बिहार के बारे में रोचक तथ्य
- बिहार का पटना दुनिया का सबसे बड़ा Wi-Fi रेंज जोन है। बिहार सरकार द्वारा साल 2014 में इसे लांच किया गया था। यहां आप 20 KM के दायरे में मुफ्त इंटरनेट का आनंद ले सकते हैं।
- इस बात से हर कोई वाकिफ है कि उत्तर प्रदेश के बाद बिहार ऐसा दूसरा राज्य है जहां से सबसे ज्यादा आईएएस और आईपीएस अधिकारी निकलते हैं। यह माना जाता है कि बिहार के लोग बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान होते हैं।
- बिहार बौद्ध और जैन धर्म की जन्मस्थली मानी जाती है। इसके साथ ही बिहार में 26 साल पहले अहिंसा की अवधारणा का विकास हुआ था।
- सिर्फ जैन और बौद्ध धर्म के लिए ही नहीं सिख धर्म के लिए भी बिहार काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म हुआ था।
- भारत के सफल क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जन्म भी बिहार में ही हुआ था।
- बिहार का नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया की सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान रखता है।
- आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट (2020-21) के अनुसार बिहार का विकास दर 10.5% है, यानी कि बिहार तेज़ी से विकास कर रहा है।
- ‘बिहार’ शब्द का उद्भव संस्कृत व पाली भाषा से हुआ है। संस्कृत व पाली में बिहार का अर्थ ‘निवास’ होता है।
- बिहार की भारत छोड़ो आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका थी।
- बिहार से ही चंपारण विद्रोह हुआ था जो कि इतिहास की दृष्टि से महत्वपूर्ण घटना है।
तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना बिहार का इतिहास और रोचक तथ्य (Bihar History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।
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Author:
भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।