हिंद देश के सिपाही
हिंद देश के सिपाही हैं,
सरहद पर डटे हुए सिपाही हैं।
बंदूक मेरी गोली के कायल हैं,
सरहद पार दुश्मन घायल हैं।
रोज हम होली खेलने को तैयार हैं,
दुश्मन के वार का रहता इंतजार है।
हम भारतीय अहिंसा के पुजारी है,
हम शांति ,सद्भावना वाले भारत के वासी है।
जो भारत के तिरंगे में लिपटने का जुनुन है,
वो मां और बेटे के मिलन का सुकून है।
हम सीमा पर डटे रहते हुए खड़े रहे हैं,
तब जाकर हमारा हिंद शान से सोते रहे हैं।
सर्द, गर्म या हो बरसात हमको फर्क नहीं पड़ता,
इस मिट्टी में जीने का कुछ और मर्म नहीं रहता।
सोनी किसी और को होती कहा ऐसी विदाई,
तिरंगे में लिपटा हूँ और मां की गोद है आई।
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All HINDI KAVITA
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मेरा नाम निर्भय सोनी है और मैं उत्तर प्रदेश के रहने वाला हूँ। मुझे लिखने में अच्छी रूचि है। मुझे विश्वास है कि आप लोगों को मेरा ये लेख जरुर पसन्द आएगा। आप लोग अपना आशिर्वाद और प्यार इसी तरह बनाए रखिये। 🙏🏻😊