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क्रिसमस पर निबंध | Essay on Christmas
प्रस्तावना Introduction
भारत देश अपने अनेक त्योहारों के लिए जाना जाता है। भारत में हर जाति वर्ग के लोगों के अपने-अपने त्योहार हैं जिन्हें मिलकर पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं। पूरे वर्ष में शायद ही कोई ऐसा महीना होता हो जिसमें भारत में कोई त्योहार न हो। भारत के प्रमुख त्योहारों में ईद, दिवाली, दशहरा, होली, ईस्टर, क्रिसमस आदि है।
When Christmas is celebrated/Christmas kab hai
क्रिसमस ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार है, यह हर वर्ष 25 दिसंबर को पूरे विश्व में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
क्रिसमस क्यो मनाते है? Why Christmas is celebrated?
क्रिसमस का त्यौहार यीशु मसीह के जन्म के अवसर पर पूरी पवित्रता और आस्था के साथ मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसी दिन यीशु मसीह(जीजस) का जन्म Bethlehem (बैथलहम) शहर में एक गौशाला में हुआ था।
कई हजार साल वर्ष पहले यीशु मसीह ने मां मरियम को पवित्र मानकर उनके गर्भ से जन्म लिया था। यह बात उन्हें बताने के लिए उन्होंने अपने दूत गैब्रियल को भेजा। उस समय मां मरियम अविवाहित थी और ईश्वरीय शक्ति से गर्भवती हुई, जब गैब्रियल ने उनके मंगेतर यूसुफ को यह बात बताई तो उन्होंने मां मरियम से विवाह कर लिया और उन्हें नासरत नगर से लेकर बेथलहम शहर चले गए। जहां एक गौशाला में मां मरियम ने यीशु को जन्म दिया।
येशु मसीह लोगों को इंसानियत की शिक्षा और प्रेम फैलाने आए थे। उन्होंने लोगों को मिलकर रहने का संदेश दिया। उस समय के शासकों को वह पसंद नहीं थी और उन्होंने यीशु मसीह को सूली पर लटका कर मार दिया। ऐसा माना जाता है कि येशु मसीह दोबारा जीवित हो गए थे।
क्रिसमस की विशेष तैयारी Special preparations of Christmas
क्रिसमस को लेकर लोगों में बहुत ही उत्साह रहता है। इसकी तैयारी कई महीने पहले से ही शुरू हो जाती है। घरों की सफाई, सजावटी सामान लेना, क्रिसमस ट्री सजाना जैसी बहुत सी तैयारियां पूरे जोरों शोरों से शुरू हो जाती है।
क्रिसमस के दिन पूरे शहर को लाइटों से सजाया जाता है, इस दिन मेले आदि का भी आयोजन होता है। क्रिसमस के दिन चर्च में होने वाली विशेष प्रार्थना का भी बहुत महत्व है। लोग अपने परिवार के साथ चर्च जाते हैं और वहां प्रार्थना करते हैं वह क्रिसमस गीत गाते हैं जिसे अंग्रेजी में क्रिसमस कैरल्स कहा जाता है। इसके साथ ही लोग चर्च के बाहर मोमबत्तियां जलाते हैं और अपने और अपने परिवारों के लिए दुआ मांगते हैं।
How Christmas is celebrated
क्रिसमस ट्री का महत्व- क्रिसमस के दिन जो सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र होता है वह होता है क्रिसमस ट्री। क्रिसमस के दिन घरों में एक क्रिसमस ट्री लाया जाता है और उसे लाइटों और छोटी-छोटी घंटियों से सजाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि यहां पर बुरी आत्माओं को दूर और अच्छी एवं पवित्र आत्माओं को आकर्षित करने के लिए इसे सजाया जाता है।
सैंटा क्लॉस- हर वर्ष क्रिसमस के दिन कोई बूढ़ा व्यक्ति सैंटा क्लॉस का रूप धारण करके बच्चों में तोहफ़े बाटता है। बच्चों में इसका विशेष रूप से उत्साह होता है बच्चे यह मानते हैं कि सैंटा क्लॉस रात में आएंगे और उनका मनपसंद तोहफा उन्हें दे कर जाएंगे।
झाँकिया- इस दिन गिरजाघर, घरों में और अलग-अलग स्थानों पर बहुत ही सुंदर झांकियां सजाई जाती है, जिसमें एक अस्तबल बनाकर यीशु मसीह के जन्म को प्रदर्शित किया जाता है, जोकि दिखने में बहुत ही सुंदर लगता है। इसके साथ ही बहुत स्थानों पर मसीह समुदाय के द्वारा जुलूस भी निकाला जाता है। लोग देर रात तक बाहर घूमते हैं और इस सुंदर पर्व का आनंद लेते हैं।
क्रिसमस के दिन लोग अच्छे वस्त्र पहनते हैं अपने घरों को सजाते हैं और अच्छे-अच्छे पकवान बनाते जिनमें क्रिसमस केक का सबसे अधिक महत्व होता है। लोग इस दिन अपने हाथों से क्रिसमस कार्ड बनाते हैं अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाते हैं और सब को क्रिसमस की बधाइयां देते हैं। इसके साथ ही विद्यालयों में इसकी विशेष रूप से तैयारी होती है बच्चे अपने स्कूलों को सजाते हैं वह अनेक प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन करते हैं।
उपसंहार Conclusion
क्रिसमस का त्यौहार पूरे विश्व में अलग-अलग तरह से मनाया जाता है। फिलीपींस में क्रिसमस के पहले जायंट लैंटर्न फेस्टिवल (Giant Lantern Festival) का आयोजन किया जाता है। भारत में लोग चर्च जाते है, मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना करते हैं और शाम को पूरे जोर-शोर से क्रिसमस का जश्न मनाते हैं।
क्रिसमस का त्योहार आनंद व खुशियां लेकर आता है। कहने को तो यह ईसाई धर्म का त्योहार है लेकिन इसे हर धर्म और जाति के लोग उतने ही उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन लोग प्रभु ईसा मसीह की अपने परिवार के साथ मिलकर प्रार्थना करते है व अपनी गलतियों की क्षमा मांगते हैं। इस दिन हमें सभी मनमुटाव और बुराई को भूलकर भाईचारे और प्रेम के साथ इस त्यौहार को मनाना चाहिए। इसके साथ ही हमें गरीबों को तोहफे बांटने चाहिए। यह त्यौहार हमें आपस में एकता, भाईचारे का संदेश देता है।
Author:
आयशा जाफ़री, प्रयागराज