शैंपू और कंडीशनर के बीच अंतर

Difference between Shampoo and Conditioner in Hindi
शैंपू और कंडीशनर के बीच क्या अंतर है | Difference between Shampoo and Conditioner in Hindi

शैंपू और कंडीशनर के बीच क्या अंतर है | Difference between Shampoo and Conditioner in Hindi

लोग अपनी सुंदरता को बनाए रखने के लिए तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। लड़कियों के लिए बाल उनकी पर्सनैलिटी को निखारने का एक अहम हिस्सा होता हैं, जितनी इंपॉर्टेंस त्वचा की होती है उससे कहीं ज्यादा बालों की होती है।

हर किसी की चाह होती है कि उनके पास सॉफ्ट, सिल्की और लहराते हुए बाल हो। सुंदर और स्वस्थ बाल पाने के लिए लोग पता नहीं कितने तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। हेयर प्रोडक्ट्स में जो चीज़े सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं वह है शैंपू (Shampoo) और कंडीशनर (Conditioner)।

ऐसे में कई लोग यह जानना चाहते हैं कि शैंपू और कंडीशनर के मध्य क्या अंतर है? (What is the difference between Shampoo and Conditioner in Hindi?)

आज हम आपको बताएंगे शैंपू और कंडीशनर के बीच क्या-क्या अंतर है तथा इन दोनों का सही से इस्तेमाल कैसे करते हैं:-

शैंपू और कंडीशनर का परिचय


शैम्पू

शैंपू बालों में एक सफाई एजेंट के रूप में काम करता है। यह आपके बालों के स्कैल्प से तेल, गंदगी, पराग, धूल-मिट्टी, हानिकारक बैक्टीरिया और मृत त्वचा व कोशिकाओं को साफ करता है। शैंपू के आविष्कार से पहले लोग साबुन और तेल के इस्तेमाल से बालों की देखभाल किया करते थे।

लेकिन यह बालों के लिए ज्यादा मददगार साबित नहीं होता था क्योंकि इससे बाल अस्वस्थ और चिपचिपे दिखते थे। लेकिन 20वी सदी में शैंपू हर आयु वर्ग के लिए बनाया व बेचा जाने लगा। 1930 में सिंथेटिक सर्फेक्टेंट के इस्तेमाल से बने शैंपू को बनाने का श्रेय ‘ड्रेन’ को दिया जाता है। समय बीतने के साथ शैंपू में कई तत्वों के इस्तेमाल से इसे और बेहतर बनाया गया।

कई शैंपू बालों से रूसी हटाने में मददगार साबित होते है। बाजार में आजकल ऐसे कई शैंपू मौजूद है जो बालों से रूसी को निकालते हैं। हालांकि शैम्पू इसके साथ ही आपके बालों में मौजूद प्राकृतिक तेल को भी बाहर निकाल देते है। इसका खामियाजा आपके बालों को भुगतना पड़ता है क्योंकि इससे बाल रूखे और बेजान से होने लगते हैं। जिसके लिए कंडीशनर का इस्तेमाल किया जाता है।

शैम्पू कैसे काम करता है?

हमारी त्वचा सीबम का उत्पादन करती है जो हमारे बालों और केश कूपों (Hair Follicles) की रक्षा करती है। लेकिन समय के साथ यही सीबम बालों में जमा होने लग जाती हैं जिससे बाल आपस में चिपक जाते हैं और इनमें चिकनाहट आ जाती है। इसकी वजह से धूल, गन्दगी और प्रदूषक तत्व हमारे बालों में चिपक जाते हैं। जो हमारे बालों को डैमेज कर देते हैं इसीलिए सीबम को निकालना जरूरी होता है।

लेकिन तेल और सीबम पानी से निकाले नहीं जा सकते इसके लिए शैंपू की मदद ली जाती है। शैंपू का मुख्य घटक सर्फेक्टेंट होता है जो डिटर्जेंट के रूप में काम करते हुए हमारे बालों से अशुद्धियों को दूर कर देता है। इसकी मदद से आसानी से तेल और सीबम को निकाला जा सकता है। लेकिन शैंपू के अत्यधिक इस्तेमाल से बाल शुष्क और भंगुर नजर आते हैं।

वर्तमान में बाजार में कई प्रकार के शैंपू उपलब्ध है। अलग-अलग आयु वर्ग के लिए अलग-अलग शैंपू मौजूद हैं जिनमें पुरुषों, महिलाओं यहां तक कि छोटे बच्चों के लिए भी शैंपू पाए जाते हैं। इसके अलावा बालों के विशेष उपचार के लिए भी कुछ शैंपू पाए जाते हैं जिनमें बालों से रूसी हटाना, बालों का झड़ना रोकना आदि शामिल है।

कंडीशनर

कंडीशनर एक हेयर केयर उत्पाद है जो तरल रूप में पाया जाता है। कंडीशनर का उपयोग बाल धोने के बाद किया जाता है यानी कि बालों में शैम्पू लगाने के बाद गीले बालों में कंडीशनर लगाया जाता है जिससे आपके बाल सॉफ्ट, स्मूथ और सिल्की हो सके। कंडीशनर बालों की कई समस्याओं का समाधान करते हैं। यह आपके उलझे बालों को सुलझाने का काम करता है। कंडीशनर को लगाकर कुछ समय रखना पड़ता है। आप इसे 2 से 5 मिनट तक लगा कर रख सकते हैं। इसके बाद आपको बाल पानी से धोने होते हैं।

कई लोग कंडीशनर का प्रयोग करना पसंद करते हैं क्योंकि इसके इस्तेमाल से आपके बाल नरम तथा स्मूथ हो जाते हैं। कंडीशनर का आविष्कार 1900 में पेरिस के इत्र निर्माता एडोर्ड पिनाउड (Edouard Pinaud) ने किया।

उन्होंने अपने इस प्रोडक्ट को ब्रिलिएंटाइन का नाम दिया। इस कंडीशनर का आविष्कार मूल रूप से पुरुषों के बालों को नरम करने के लिए किया गया था जिसमें पुरुषों की दाढ़ी और मूंछें तक शामिल थी। आगे जाकर कंडीशनर में अलग-अलग तरीके के तत्वों के इस्तेमाल से इसे और बेहतर किया गया।

कंडीशनर करने के फायदे

कंडीशनर का इस्तेमाल व्यापक स्तर पर किया जाता है। आज कंडीशनर में कई तरह के गुण मौजूद होते हैं इनमें प्राकृतिक तेल, एंटी-फ्रिज आदि जैसे तत्व देखे जा सकते हैं कंडीशनर का इस्तेमाल जब बालों में किया जाता है तब यह इन गुणों को अवशोषित कर लेता है तथा बालों को स्वस्थ बनाता है

  1. बालों को सुलझाता है: कई बार देखा गया है शैंपू करने के बाद बाल उलझ जाते हैं। लेकिन कंडीशनर लगाने के बाद ऐसा नहीं होता। बल्कि कंडीशनर बालों को बहुत आसानी से सुलझा देता है जिससे आपके बाल कम टूटते हैं।
  2. बालों को नरम बनाता है: कंडीशनर में ऐसे कई तरह की सामग्रियां मिलाई जाती हैं जिससे आपके बालों के क्यूटिकल्स सुरक्षित रहते हैं। रोजाना हम अपने बालों में कई तरह के हेयर स्टाइलिंग मशीनों का इस्तेमाल करते हैं जिससे हमारे बाल डैमेज हो जाते हैं। इन्हीं खराब बालों पर कंडीशनर सुरक्षा का एक लेयर बनाता है जिसकी मदद से बालों का रूखापन खत्म हो जाता है और यह कोमल और नरम हो जाते हैं।
  3. बालों को सिल्की बनाता है: लगातार शैंपू के इस्तेमाल से आपके बालों की चमक कम हो जाती है कंडीशनर में कई तरह के तेल मिले होते हैं जो आपके बालों को सिल्की और चमकदार बनाते हैं।
  4. बालों को डैमेज होने से बचाता है: कंडीशनर बालों में सुरक्षा की एक परत बनाता है जिससे मौसम के बदलाव का प्रभाव बालों पर नहीं पड़ता। गर्मियों में सूरज की किरणों से बालों को काफी नुकसान पहुंचता है इसके अलावा हेयर स्ट्रेटनिंग उपकरणों के इस्तेमाल से कई बार बाल जल जाते हैं। कंडीशनर इन उपकरणों से होने वाले नुकसानों से आपके बालों को बचाता है।

शैंपू और कंडीशनर का इस्तेमाल कैसे करें?

शैंपू और कंडीशनर के सही तरीके से इस्तेमाल करने के चरण निम्नलिखित हैं:-

  • सबसे पहले अपने बालों को पानी से पूरी तरह से गीला करें।
  • अब अपनी हथेलियों में थोड़ी मात्रा में शैंपू निकाले।
  • शैंपू को अपने स्कैल्प तथा बालों में ठीक तरह से लगाएं व मसाज करते रहें।
  • शैंपू से पूरी तरह से झाग उत्पन्न हो जाने के बाद अपने बालों को धो लें, फिर अपने हाथ में कंडीशनर की थोड़ी मात्रा लें।
  • अपने बालों की लंबाई के हिसाब से कंडीशनर को लगाते जाए। ध्यान रहे आप कंडीशनर का इस्तेमाल अपने स्कैल्प पर बिल्कुल न करें क्योंकि स्कैल्प पर कंडीशनर के इस्तेमाल से बाल झड़ने लगते हैं।
  • कंडीशनर लगाने के बाद इसे 2 से 5 मिनट तक अपने बालों पर लगा रहने दें फिर कुछ समय बाद धो लें।

शैंपू और कंडीशनर के बीच मुख्य अंतर (Main difference between shampoo and conditioner in Hindi)

  1. वैसे देखा जाए तो शैंपू और कंडीशनर दोनों ही बालों की देखभाल करने वाले यानी कि हेयर केयर प्रोडक्ट होते हैं लेकिन इनके बीच जो मुख्य अंतर है वह यह है कि शैंपू का काम होता है बालों से धूल, गंदगी, प्रदूषक तत्व और तेल को निकालना। वहीं दूसरी ओर कंडीशनर का काम होता है बालों को नम और मुलायम बनाना तथा उन्हें मजबूती प्रदान करना।
  2. इन दोनों के मध्य दूसरा अंतर है, इन दोनों को बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली चीजें। शैंपू में वही चीजें पाई जाती हैं जो कि एक आम साबुन में होती हैं जबकि कंडीशनर में प्रोटीन और मॉइस्चराइजर को शामिल किया जाता है जिससे बाल मुलायम हो सके।
  3. वही शैंपू और कंडीशनर में पाया जाने वाला पीएच संतुलन (PH BALANCE) भी अलग-अलग होता है। शैंपू की अपेक्षा कंडीशनर में कम PH पाया जाता है, हालांकि इन दोनों की प्रकृति अम्लीय होती है।
  4. शैंपू को बालों को धोने से पहले इस्तेमाल किया जाता है वहीं दूसरी ओर कंडीशनर का इस्तेमाल बालों को धोने के पश्चात किया जाता है।
  5. शैंपू में क्लीनिंग एजेंट (डिटर्जन और सर्फेक्टेंट) पाए जाते हैं जबकि यह चीजें कंडीशनर में नहीं होती।
  6. शैंपू झाग का उत्पादन करता है पर कंडीशनर नहीं करता।
  7. शैंपू में कई सर्फेक्टेंट पाए जाते हैं जिनमें अमोनियम लॉरेथ सल्फेट, अमोनियम लॉरिल सल्फेट तथा कोकेमिडोप्रोपिल आदि शामिल होते हैं। वही कंडीशनर में हाइड्रेटिंग और मॉइस्चराइज़िंग एजेंट्स डायमेथीकॉन व डायमेथिकोनॉल पाए जाते हैं।
  8. शैंपू सिर्फ बालों को साफ करता है लेकिन कंडीशनर आपके बालों को सुलझाते है।
  9. बालों में शैंपू का इस्तेमाल करना जरूरी होता है सप्ताह में दो से तीन बार हल्के शैंपू का प्रयोग बालों में करना चाहिए क्योंकि यह बालों से गंदगियों को निकालता है। हालांकि कंडीशनर का इस्तेमाल करना जरूरी नहीं होता यदि आपके बाल पहले से ही मॉइस्चराइज और चमकदार हैं।
  10. शैंपू को इस्तेमाल करने के बाद धोना आवश्यक होता है। वही आजकल बाजार में दो तरह के कंडीशनर पाए जाते है। जिनमें एक कंडीशनर वे होते हैं जिनके इस्तेमाल के बाद बालों को धोना जरूरी होता है जबकि दूसरी तरह के कंडीशनर में बालों को धोने की आवश्यकता नहीं होती।

तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना कि शैंपू और कंडीशनर के बीच क्या अंतर है | Difference between Shampoo and Conditioner in Hindi, उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।