गांव की बात
सपने बहुत दिखाये तुम स्मार्ट सिटी के
कभी तो करलो बात तुम स्मार्ट गांव के
शहरों मे बैठे वादे करते तुम जुमला वाले
कभी तो गांव की विकास की सोचो
आते हो तुम पाँच साल में एक दिन
जैसे नई नवेली दुल्हन ब्याह के आयी घर में
सपने बहुत दिखाये तुम स्मार्ट सिटी के
कभी तो करलो बात तुम स्मार्ट गांव के
पानी, बिजली और रोजगार नहीं है
जब इस पर किसी का ध्यान नहीं है
और तुम क्या वादे करते जब निभा नहीं सकते
कोई भूखे मर रहा है और कोई डिग्री ले घूम रहा है
सपने बहुत दिखाये तुम स्मार्ट सिटी के
कभी तो करलो बात तुम स्मार्ट गांव के
हर जगह है लूट मची जो जहां पाये खाए
कोई गरीब की सुनता नहीं बिन पैसा लाए
जब बात हक़ की हो तो सब देता दबाए
गांव गरीब का कौन है सब राम भरोसे भाए
सपने बहुत दिखाये तुम स्मार्ट सिटी के
कभी तो करलो बात तुम स्मार्ट गांव के
कभी सूखा, कभी बारिश, कभी कर्जा
किसान भी परेशान हैं भारत की आन हैं
देता है दबा उनको जो भारत की जान हैं
किसान महान है फिर भी कर्जदार हैं
कभी सूखा, कभी बारिश, कभी कर्जा
सपने बहुत दिखाये तुम स्मार्ट सिटी के
कभी तो करलो बात तुम स्मार्ट गांव के
कुछ सुविधाये गांव को चाहिए अब तो
युवाओँ को रोजगार दे दो, महिलाओंं को
सम्मान दे दो, गांव को नया आयाम दे दो
किसानों को हक़ उनका और काम दे दो
सपने बहुत दिखाये तुम स्मार्ट सिटी के
कभी तो करलो बात तुम स्मार्ट गांव के
Read More:
HINDI KAVITA: नींव
HINDI KAVITA: गाँठ
HINDI KAVITA: माँ की ममता
अगर आप की कोई कृति है जो हमसे साझा करना चाहते हो तो कृपया नीचे कमेंट सेक्शन पर जा कर बताये अथवा contact@helphindime.in पर मेल करें.
About Author:
मेरा नाम निर्भय सोनी है और मैं उत्तर प्रदेश के रहने वाला हूँ। मुझे लिखने में अच्छी रूचि है। मुझे विश्वास है कि आप लोगों को मेरा ये लेख जरुर पसन्द आएगा। आप लोग अपना आशिर्वाद और प्यार इसी तरह बनाए रखिये। 🙏🏻😊