राम मंदिर
तारीख नहीं है पन्नो पर इतिहास लिखा इक जायेगा
भारत भूमि की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा
गर हिन्दू हो तो गर्व करो तुम अपने हिन्दू होने पर
लहरा दो भगवा जाकर तुम भारत के कोने कोने पर
लिख दो कोई गाथा ऐसी तुम के देश गौरवशाली कहलायेगा
भारत भूमि की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा.
कितने लालों ने जान गवाई सीने पर गोली खाकर के
चढ़ गए कोठारी बंधू जो बाबरी के गुम्बद पर जाकर के
जो हंसकर जान गवां बैठे न दूजा गवां कोई पायेगा
भारत भूमि की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा.
पांच सौ वर्षों तक प्रभु श्री राम ने कितने कष्ट सहे
सूर्यवंशी मर्यादा पुर्षोत्तम इक टेंट के अंदर बैठे रहे
स्वर्ण सिंहासन पर प्रभु श्री राम को अब बैठाया जायेगा
भारत भूमि की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा.
सदियों तरसी हैं अंखिया जो श्री राम के दर्शन पाने को
समझा लेना ओ जन मानुष तुम सभी अपने अपने मन को
हर घर में मनेगी दिवाली हर घर दीप जलाया जायेगा
भारत भूमि की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा.
सुन ओ मेरी जनता प्यारी करो राम मंदिर की तैयारी
सब मिल हर्ष और खुशियाँ मनाओ आरहे है प्रभु राम धनुषधारी
हर घर दीवाली तुम मनाओ मिलकर जगमग द्वीप जलाओ
हनुमान सा सेवक प्रभु राम को सिंहासन पर बैठायेगा.
भारत भूमि की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा
भव्य मंदिर के अंदर श्री राम लला विराजेंगे जगमग जगमग दीप जलेंगे घंटे घड़ियाल भी बाजेंगे
स्वर्ण सिंहासन प्रभु राम जी सोभायमान से साजेंगे
होगा पल वो स्वर्णिम अवसर इतिहास जिसे दोहराएगा
भारत भूमी की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा
कितने कार सेवकों ने प्राणों के बलिदान दिए
राम जन्मभूमि बचाने की खातिर आंदोलन थे तान दिए
कर दिए प्राण न्योछावर भारत भूमी का स्वाभिमान
लिए उन महापुरुषों का बलिदान
कोई भी भुला नहीं पाएगा भारत भूमि की संस्कृति पर अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा अब तो अयोध्या नगरी को इतिहास सदा दोहराएगा दर्शन पाने को राम लला के जन मानुस जा पाएगा पाएंगे जब दर्शन प्रभु के मन हर्षित होजायेगा भारत भूमी की संस्कृति में अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा अभिनन्दन करती हूँ ह्रदय से मन प्रसन्न होता है विजय से गूंज उठे आकाश भी मेरा मेरे प्रभु श्री राम की जय से जयकारों से प्रभू राम के संसार गूंज ये जाएगा भारत भूमि की संस्कृति में अयोध्या नगरी को सजाया जाएगा
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सोनल उमाकांत बादल , कुछ इस तरह अभिसंचित करो अपने व्यक्तित्व की अदा, सुनकर तुम्हारी कविताएं कोई भी हो जाये तुमपर फ़िदा 🙏🏻💐😊
अयोध्या नगरी मैं आई गये प्रभु राम, पार लगइहैं नइया सबकी बनइहें बिगड़े काम,