HINDI KAVITA: स्टेटस बनाते हैं

स्टेटस बनाते हैं

जिन्हें कुछ करना नहीं होता
वो बस भाव खाते हैं,
खुद किसी काबिल नहीं
दूसरों को खूब आजमाते हैं।

क्या करें वो भी बेचारे
बेशर्म जो ठहरे,
भीख तो माँग नहीं सकते
बस इसी तरह किसी तरह
अपना स्टेटस बनाते हैं,

बेहया इतने हैं कि
चाय भी माँग कर पीते हैं,
दिनभर चाय की दुकान पर बैठे बैठे
किसे आजमा सकते हैं,
ये ही जुगाड़ भिड़ाते हैं।

यह भी पढ़ें:
हिंदी कविता: ये दिन

अगर आप की कोई कृति है जो हमसे साझा करना चाहते हो तो कृपया नीचे कमेंट सेक्शन पर जा कर बताये अथवा contact@helphindime.in पर मेल करें.

यह कविता आपको कैसी लगी ? नीचे 👇 रेटिंग देकर हमें बताइये।

1 Star2 Stars3 Stars4 Stars5 Stars (1 votes, average: 5.00 out of 5)
Loading...

कृपया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और whatsApp पर शेयर करना न भूले 🙏 शेयर बटन नीचे दिए गए हैं । इस कविता से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख कर हमे बता सकते हैं।

Author:

सुधीर श्रीवास्तव
शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल
बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002