HINDI KAVITA: मुक्त ही करो
Last updated on: October 8th, 2020 मुक्त ही करो आखिर कब तक तक हम बेटियां यूं ही लुटती पिटती मरती रहेंगी, कब तक हमारी खुशियां हमारा सुखचैन यूं ही छिनता रहेगा । कभी गर्भ में,कभी दहेज के लिए, कभी जिस्म के भूखे दरिंदों की भेंट हम चढ़ते रहेंगे । कब तक हम गरम गोश्त केभूखे […]