उदास शाम
जब ऑफ़िस से थका हारा घर आता हूँ
बीबी के हाथोंं एक गिलास पानी पाता हूँ
उसके बाद बच्चों को प्यार जताता हूँ
रात दुगुना दिन चौगुना खुशी पाता हूँ
उदास शाम को मै बहुत खुशी से जी पाता हूँ
मेरा परिवार मेरे हर ख़ुशी का साथी है
मै खर्चो को अच्छे से निभा पाता हूँ
इसीलिए मेरा परिवार सुकून से सो पाता है
दुःख को भी हसी हसी सह लेता है
बीबी के हर ख्वाहिशें पूरी कर पता हूँ
बच्चों को भी सबकुछ दिला देता हूँ
उदास शाम को मै बहुत खुशी से जी पाता हूँ
मेरी थकान भी अब घुटने टेक देती है
परिवार के आगे सबकुछ रेत जैसी है
मेरी सारी दुनिया मेरा परिवार ही है
अब उदास शाम को मै बहुत दूर पाता हूँ
उदास शाम को मै बहुत खुशी से जी पाता हूँ।
Read Also:
HINDI KAVITA: बेटी की अभिलाषा
HINDI KAVITA: गाँठ
HINDI KAVITA: माँ की ममता
अगर आप की कोई कृति है जो हमसे साझा करना चाहते हो तो कृपया नीचे कमेंट सेक्शन पर जा कर बताये अथवा contact@helphindime.in पर मेल करें.
About Author:
मेरा नाम निर्भय सोनी है और मैं उत्तर प्रदेश के रहने वाला हूँ। मुझे लिखने में अच्छी रूचि है। मुझे विश्वास है कि आप लोगों को मेरा ये लेख जरुर पसन्द आएगा। आप लोग अपना आशिर्वाद और प्यार इसी तरह बनाए रखिये। 🙏🏻😊