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अब्राहम लिंकन की जीवनी | Biography of Abraham Lincoln in Hindi
पूरा नाम | अब्राहम लिंकन |
जन्म | 12 फरवरी 1809 |
जन्म स्थान | केंटकी, अमेरिका |
मृत्यु | 14 अप्रैल 1865 |
माता का नाम | नैंसी हैंक्स लिंकन |
पिता का नाम | थॉमस लिंकन |
विवाह | मेरी टोड |
बच्चे | रॉबर्ट, एडवर्ड, विल्ली और टेड |
व्यवसाय | वकील और राष्ट्रपति |
राष्ट्रीयता | अमेरिकन |
ऊंचाई/लम्बाई | 1.93 मीटर/6 फुट 4 इंच |
जन्म व परिवार (Birth & Family)
अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फरवरी 1809 को हॉजेनविले, केंटकी मे हुआ था। अब्राहम लिंकन के पिता थॉमस लिंकन और माता नैंसी हैंक्स लिंकन थीं।
उनकी एक सारा नाम की बड़ी बहन भी थी जिनका बहुत जल्द ही निधन हो गया था और एक छोटा भाई थॉमस था। 1817 में जमीन के विवाद की वजह से लिंकन और उनके परिवार को केंटुकी से इंडियाना के पैरी काउंटी आना पड़ा जहां थॉमस ने एक जमीन खरीदी।
1818 में अब्राहम जब 9 साल के थे तो उनकी माता की मृत्यु हो गई। इनकी माता की मृत्यु के बाद उनका पूरा परिवार अस्त-व्यस्त हो गया। 1819 में अब्राहम के पिता थॉमस ने सारा बुश जॉनसन से दूसरी शादी की जिनसे उनके 3 बच्चे हुए। सौतेली मां होते हुए भी सारा ने अब्राहम को अपने सगे बेटे जैसा ही स्नेह दिया।
अब्राहम लिंकन की शिक्षा व वकील बनना (Abraham Lincoln’s Education & becoming a Lawyer)
अब्राहम लिंकन की स्कूली शिक्षा कुछ खास नहीं रही। इंडियाना में उनके आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी और वहां पढ़ाई के लिए पुस्तकें भी उपलब्ध नहीं होती थी इसलिए अब्राहम की शिक्षा घर पर ही हुई। 1830 में अब्राहम लिंकन अपने परिवार सहित मैंकौन काउंटी में रहने लगे।
22 वर्ष की आयु में अब्राहम ने बहुत से छोटे-मोटे काम किए, जैसे मजदूरी, कसाई, चौकीदारी आदि। 1837 में अब्राहम लिंकन को राजनीति में रुचि हुई और आगे जाकर व्हिग पार्टी के नेता बने। परंतु वह आर्थिक रूप से मजबूत न होने के कारण राजनीति में बहुत सफलता प्राप्त नहीं कर पाए। उसके बाद उन्होंने गरीबों को न्याय दिलाने का फैसला किया और वकील बनने की पढ़ाई शुरू की।
अब्राहम 1844 में विलियम हैरंदो से वकालत की शिक्षा ली। अब्राहम लिंकन बहुत ही ईमानदार वकील थे। उन्होंने अपनी वकालत के जीवन में कभी भी झूठ का साथ नहीं दिया। एक बार एक मुवक्किल ने उन्हें $25 दिए किंतु उन्होंने $10 वापस कर दिए हैं क्योंकि उनके केवल $15 बनते थे।
अब्राहम लिंकन का राजनीति में कदम (Abraham Lincoln’s Political Career)
1854 में अब्राहम लिंकन ने दोबारा राजनीति में कदम रखा व कई सारे चुनाव भी लड़े। उस समय भी व्हिग पार्टी (Whig party) से जुड़े हुए थे। 1857 में वे रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य बने और रिपब्लिकन पार्टी के एक कद्दावर नेता के रूप में उभरे। वह उपराष्ट्रपति के पद पर भी खड़े हुए परंतु हार गए।
अब्राहम लिंकन ने देश में गुलामी की क्रूर प्रथा खत्म करने के लिए बहुत अच्छे कदम उठाए थे और इसी कारण वे वहां लोगों के पसंदीदा होने लगे।
लिंकन ने अपने एक भाषण में कहा था- “राष्ट्र का बंटवारा नहीं हो सकता,एक राष्ट्र आधा गुलाम और आधा बिना गुलाम नहीं रह सकता, सभी एकजुट होकर ही रहेंगे”। इस भाषण के बाद अब्राहम लिंकन के साहस और कार्य के लिए उन्हें अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया।
राष्ट्रपति के रूप में अब्राहम लिंकन (Abraham Lincoln as President)
1860 में अब्राहम लिंकन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति (4 मार्च 1861- 15 अप्रैल 1865) बने। जब वह राष्ट्रपति बने थे उस समय दक्षिण और उत्तर राज्यों में गुलामी की प्रथा थी परंतु अब्राहम लिंकन ने गुलामी की क्रूर प्रथा का खात्मा करने का पूरा प्रयास किया।
इसके साथ ही अब्राहम लिंकन ने अमेरिका के गृह युद्ध में भी अपना पूरा योगदान दिया। यह युद्ध 1861 से 1865 तक चला। इस युद्ध के दौरान उन्होंने देश को गुलामी से आजादी दिलाने के लिए बहुत से कानून बनाए। और अंत में युद्ध समाप्त हुआ और दक्षिण राज्यों ने आखिरकार गुलामी की प्रथा खत्म करके देश को गुलामी से आजादी दी।
अब्राहम लिंकन का विवाह (Abraham Lincoln Marriage)
1842 में अब्राहम लिंकन ने मेरी टोड से विवाह किया था। मेरी टोड हमेशा कहा करती थीं कि वह ऐसे पुरुष से विवाह करेंगी जो आगे जाकर अमेरिका का राष्ट्रपति बनेगा। अब्राहम लिंकन और मेरी टोड की चार संतानें हुईं जिनमें से केवल एक संतान रॉबर्ट टोड ही जीवित रहे।
अब्राहम लिंकन की मृत्यु (Abraham Lincoln Death)
अब्राहम लिंकन की मृत्यु 14 अप्रैल 1865 में अमेरिका की राजधानी Washington, D.C. में हुई। इनकी हत्या सिनेमाघर में जाने-माने अभिनेता जॉन वाईक्स बूथ ने की थी। अब्राहम लिंकन की कब्र उनके घर के समीप ही बनाई गई है।
अब्राहम लिंकन को मिलने वाला सम्मान व अवार्ड (Honour & Award)
- अब्राहम लिंकन को मिलने वाले सम्मानों में सबसे बड़ा सम्मान यह है कि अमेरिकी नोटों पर उनकी तस्वीर होती है। $5 की नोट और अमेरिकी सेंट और पेनी पर भी अब्राहम की तस्वीर छपी है।
- माउंट रश्मोर नेशनल मेमोरियल में अब्राहम लिंकन की एक प्रसिद्ध मूर्ति बनी हुई है।
- Washington, D.C. में पीटरसन हाउस(Peterson House) में भी अब्राहम की एक मूर्ति बनाई गई है।
- स्प्रिंगफील्ड (Springfield) इलिनॉय में अब्राहम लिंकन की याद में संग्रहालय और लाइब्रेरी बनी हुई है।
अब्राहम लिंकन के कुछ अनमोल विचार (Some precious words of Abraham Lincoln)
- तुम जो कोई भी हो, एक नेक इंसान बनो।
- अगर आप एक बार अपने जनता का भरोसा तोड़ दें तो आप फिर कभी उनका सम्मान नहीं प्राप्त कर सकेंगे।
- मैं जो भी हूं जैसा भी हूं या जो होने की उम्मीद करता हूं उसका सारा श्रेय मेरी मां को जाता है।
- मैं धीमी गति से जरूर चलता हूं लेकिन कभी वापस नहीं चलता।
- पहले निश्चित कर लो कि तुम्हारे पैर सही जगह पर पड़े हैं तभी सीधे खड़े हो।
- साधारण दिखने वाले व्यक्ति दुनिया के सबसे अच्छे व्यक्ति होते हैं यही वजह है कि भगवान ऐसे ही बहुत सारे व्यक्तियों का सृजन करते हैं।
अब्राहम लिंकन के बारे में कुछ रोचक तथ्य (Some Interesting Facts about Abraham Lincoln in Hindi)
- अब्राहम लिंकन अमेरिका के अब तक के सबसे लंबे कद के राष्ट्रपति रहे हैं। इनका कद लगभग 6 फुट 4 इंच था।
- 9 वर्ष की अवस्था में अब्राहम लिंकन की माता की मृत्यु हो गयी थी, इनकी सौतेली माता ने इन्हें सगी मां से भी बढ़कर प्यार किया।
- राजनीति में आने से पहले लिंकन एक वकील भी थे। इन्होंने स्वंय ही वकालत की शिक्षा प्राप्त की।
- अमेरिकी गृह युद्ध मे लिंकन का बहुत बड़ा योगदान दिया। इस युद्ध में लगभग लाखों लोग मारे गए परंतु अंत में लिंकन को जीत प्राप्त हुई और युद्ध शांत हुआ और अमेरिका को गुलामी से आजादी मिली।
Author:
आयशा जाफ़री, प्रयागराज
अब्राहम लिंकन जो अमेरिका के राष्ट्रपति हुए उन्होंने ही संयुक्त राष्ट्र अमेरिका का निर्माण किया ब्लैक के साथ दास प्रथा खत्म करने के लिए आंदोलन छेड़ा जिसके परिणाम स्वरूप गृह युद्ध छिड़ गया पर उनकी जीत हुई।