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अजवाइन के फायदे | Benefits of Ajwain in Hindi
अजवाइन बीज जैसा दिखने वाला एक फल है जिसको ज्यादातर भारतीय पकवानों में मसाले के तौर पर प्रयोग किया जाता है। यह सौंफ और जीरे की तरह ही काफी अच्छी सुगंध वाला और एक अलग से स्वाद वाला होता है।
हालांकि इसका स्वाद हल्का कड़वा और थोड़ा तीक्ष्ण भी होता है। फिर भी यह जिस पकवान में डाला जाता है उसका स्वाद और भी बढ़ा देता है। किसी भी व्यंजन में मिलाने से पहले इसे तेल अथवा घी में डालकर हल्का भून लिया जाता है।
धनिया, जीरा और सौंफ की तरह अजवाइन के पौधे भी Apiaceacea फैमिली से आते हैं और इसका साइंटिफिक नाम Trachyspermum Ammi है।
यह हल्के खाकी रंग के होते हैं जिसकी बनावट अंडाकार होती है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर भारतीय मध्य पूर्वी और अफ्रीकी व्यंजनों में होता है।
अजवाइन के बारे में कहा जाता है कि सिर्फ यह अकेली औषधि अनेकों प्रकार से अन्न पचाने में मदद करती है। यह बहुत सी बीमारियां भी ठीक कर सकती है। ज्यादातर लोग अजवाइन को सिर्फ खाना पकाने में ही इस्तेमाल करते हैं और इसके औषधीय गुणों से परिचित नहीं होते। इसलिए वे लोग इस दिव्य औषधि का भरपूर लाभ नहीं उठा पाते।
यह मुख्यतः 3 तरीके की होती है। अजवाइन, जंगली अजवायन और खुरासानी अजवाइन।
अंग्रेजी भाषा में इसे अजोवा सीड्स या कैरम सीड्स बोला जाता है। इसे ओवम, अजमान, जमानो आदि नामों से भी जाना जाता है । इसको अलग-अलग तरीके से खाया जा सकता है। कुछ लोग इसे केवल मसालों में इस्तेमाल करते हैं तो है कुछ लोग इस को काढ़ा या जूस आदि बनाकर पीते हैं। तो वहीं कुछ लोग इसका पाउडर बनाकर खाते हैं। पुराने समय में दादी नानी के घरेलू नुस्खे में गैस, एसिडिटी, पेट में जलन आदि होने की समस्याओं में अजवाइन को रामबाण के रूप में प्रयोग किया जाता था।
अजवाइन की तासीर गर्म होती है। इसलिए इसका जरूरत से ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर कुछ संभव स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती है।
आइए जानते हैं अजवाइन के कुछ दिव्य फायदे जो इसको एक बेहतरीन औषधि के रूप में प्रस्तुत करते हैं।
अजवाइन के फायदे:-
लड़े बैक्टीरिया और फंगस से
अजवाइन में कुछ खास केमिकल तत्व पाए जाते हैं उनमें से एक का नाम है थाइमोल। यह तत्व बैक्टीरिया और फंगस के विकास की वजह से होने वाली बीमारियों को रोकने में काफी मदद करते हैं। एक शोध में तो यह भी पता चला है कि अजवाइन कैंडिडा एलबिकंस और स्ट्रैप्टॉकोक्कस जैसे बैक्टीरिया के खिलाफ एक प्रतिरोधक क्षमता बनाने में काफी मददगार होते हैं। यह पेट के कीड़ों को मारने में भी काफी मदद करती है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल को करे कंट्रोल
बहुत से अध्ययनों और रिसर्च से यह पता चला है कि अजवाइन को खाने से कोलेस्ट्रोल और शरीर का ट्राइग्लिसराइड लेवल काफी हद तक कम होता है। इन दोनों के कम हो जाने से दिल से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है।
मासिक धर्म की पीड़ा में फायदेमंद
अजवाइन का पानी पीने से बहुत सी बीमारियों के खिलाफ अच्छे प्रभाव दिखाई देते हैं। यह पेट और स्त्रियों के गर्भाशय के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हुआ है। जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान असहनीय पीड़ा होती है अथवा भारी रक्त स्त्राव होता है उनके लिए इसका उपयोग एक जादुई औषधि की तरह है।
अजवाइन को पानी में उबालकर इसमें थोड़ा सा गुड़ डाल दें और 10-15 मिनट तक पकाएं जब तक गुड़ और अजवाइन आपस में मिल न जाए। बाद में इस पानी को छानकर पी ले। इसका सेवन सुबह तथा शाम करें। ऐसा करने से मासिक धर्म से जुड़ी सभी बीमारियां ठीक हो जाती है। ज्यादा दिनों तक इसका उपयोग न करें क्योंकि इस की तासीर गर्म होती है ऐसे में आपको मासिक स्त्राव ज्यादा भी हो सकता है।
वज़न करने में फायदेमंद
अजवाइन खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है तथा मोटापे की वजह से इकट्ठी हुई चर्बी को यह धीरे-धीरे कम करता है। यह शरीर में फैट बर्न करने की प्रक्रिया को तेज करता है। इसके लिए बस एक रात पहले एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन भिगोकर रख दें। सुबह उस पानी को छानकर पी लें। आप चाहे तो उसमें एक चम्मच शहद भी डाल सकते हैं। यह पानी खाली पेट पीना है। इसका सेवन 45 दिन तक लगातार करने पर आपको फायदा जरूर मिलेगा।
अजवाइन करे पाचन तंत्र मजबूत
अजवाइन का इस्तेमाल लगभग हर भारतीय रसोई में होता है। यह खाना पचाने में काफी फायदेमंद होती है। इसी वजह से इसको लगभग उन सभी आयुर्वेदिक औषधियों में इस्तेमाल किया जाता है जो पेट संबंधी परेशानियों का इलाज करने में सहायक होती है। इसमें सक्रिय एंजाइम से गैस्ट्रिक जूस निकलता है जो पाचन क्रिया में मदद करता है।
यदि एक चम्मच जीरा और एक चम्मच अजवाइन के बीच आधा चम्मच अदरक पाउडर मिला कर खाया जाए तो यह सीने में जलन का इलाज कर सकता है। इसमें मौजूद केमिकल तत्व थाइमोल गैस्ट्रिक जूस के स्तर को बढ़ाता है जिससे हम बेहतर तरीके से खाना पचा सकते हैं।
इसके रेचक गुण मल को त्यागने में मदद करते हैं और कब्ज की समस्या होने से रोकते है। यह बच्चों और शिशुओं का पेट दर्द ठीक करने के लिये भी दी जाती है।
गर्भावस्था में अजवाइन के फायदे
जैसा कि हमने जाना कि अजवाइन पेट के लिए काफी फायदेमंद होती है। उसी प्रकार ही यह गर्भवती महिला के लिए भी काफी फायदेमंद होती है। क्योंकि गर्भावस्था में पेट फूलने की वजह से पेट में कई प्रकार के विकार पैदा हो जाते हैं जिससे खाना पचाने आदि में दिक्कत पैदा होने लगती है। कई बार कब्ज की समस्या हो जाती है तो कई बार दस्त लग जाते हैं। ऐसे में अजवाइन खाने से पेट की सभी समस्याओं से राहत मिलती है साथ ही यह खून साफ करने में भी काफी मदद करती है तथा गर्भवती महिला के शरीर में रक्त के प्रवाह को समान मात्रा में चलाते रहने में मदद करती है।
कान दर्द में सहायक
कई बार सर्दी खांसी हो जाने पर कान तथा नाक में बलगम जमा हो जाती है। यह बलगम कान का दर्द पैदा कर देती है। ऐसे में अजवाइन का तेल बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें anti-inflammatory और एंटीबैक्टीरियल गुण होने की वजह से यह दर्द और बैक्टीरिया को खत्म कर कान के दर्द से राहत दिलाती है।
ब्लड प्रैशर को रखे कंट्रोल में
बेशक अजवाइन की तासीर गर्म है पर यह ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी को कम करने में काफी मदद करती है। मॉडर्न साइंस में ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए कैलशियम चैनल ब्लॉकर्स जैसी दवाइयां दी जाती है। यह दवाइयां कैल्शियम को आपके दिल की कोशिकाओं में जाने से रोकती है तथा उनको फैलने से रोक कर ब्लड प्रेशर को कम करती है। इसमें मौजूद थाईमोल कैलशियम चैनल ब्लॉकर्स का काम करता है। जिसकी मदद से ब्लड प्रेशर लेवल में कमी होने लगती हैI
अजवाइन करे सूजन को कम
अजवाइन में anti-inflammatory गुण पाए जाते हैं इसलिए यह सूजन जैसी परेशानियों को कम करने में काफी मददगार होती है। यदि एक चम्मच अजवाइन को रात भर एक ग्लास पानी मे भिगो कर रखा जाए और सुबह इस पानी को छान कर यदि लगातार 21 दिन तक पिया जाए तो यह शरीर में अनेक प्रकार की सूजन से जुड़े रोगों को कम करती है।
करे मुहांसो की समस्या को दूर
अजवाइन का पेस्ट यदि मुहांसों पर लगा लिया जाए तो यह मुहांसो में सूजन और लाली कम करने में मदद करते हैं। अजवाइन एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक है जिसमें गामा टेरपिन मौजूद है। यह पिंपल के विकास को कम करते हैं और संक्रमण को रोकते हैं। यदि मुहांसों वाली जगह पर अजवाइन के बीज पीसकर उसमें कुछ नींबू का रस मिलाकर लगाया जाए तो यह मुंहासे को बहुत जल्दी खत्म कर देते हैं तथा उस जगह पर निशान भी नहीं बनने देते।
अजवाइन के नुकसान:-
समान मात्रा में खाने पर अजवाइन कोई नुकसान नहीं पहुंचाती। लेकिन यदि इसका सेवन जरूरत से ज्यादा किया जाए तो यह पेट की गैस, जलन आदि समस्याएं पैदा कर सकती है। यदि किसी व्यक्ति को पेट में अल्सर, अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे रोग है तो अजवाइन खाने से परहेज करना चाहिए।
तो यह हुए अजवाइन के कुछ फायदे और नुकसान। यदि आप किसी भी बीमारी के इलाज के लिए अजवाइन का सेवन शुरू करना चाहते हैं तो एक बार डॉक्टरी परामर्श जरूर ले लें कुछ भी स्वतः शुरू न करें।
Author:
Geeta Verma Malhotra
M.Pharmacy (Ayurved)
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