आंवला के फायदे, औषधीय गुण | Benefits of Amla in Hindi
भारतीय औषधि जगत में अनेकों ही जड़ी बूटियां मौजूद है। लेकिन इन जड़ी बूटियों में आंवला का विशेष स्थान है। आंवले के फल को सात्विक फल भी माना जाता है इसके पीछे बहुत सी धार्मिक घटनाएं जुड़ी है ।
इसी वजह से भारतीय कैलेंडर में आंवला नवमी भी मनाई जाती है जो इसकी महानता को दर्शाती है। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ आंवले को पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से इसे फलों का राजा भी मानते हैं।
- आयुर्वेदिक पद्धति के अनुसार आंवला एक अमृत फल है। इसे धात्री फल भी कहा गया है। मॉडर्न साइंस में आंवला का नाम phyllanthus emblica के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह euphorbiaceae family से नाता रखता है ।अलग-अलग जगहों पर इसके अलग-अलग नाम है। आयुर्वेद के मुताबिक आंवला एक ऐसा फल है जिसके न जाने कितने ही लाभ हैं।
- आयुर्वेद में मुख्यतः दो तरीके की औषधि बनती है। जो औषधि पेड़ पौधों का इस्तेमाल करके बनाई जाती है उसे काष्ठ औषधि कहते हैं। वही जो औषधि में धातु या खनिज इस्तेमाल हो उस औषधि को रस औषधि का नाम दिया गया है। आंवले की विशेषता यह है कि यह दोनों ही तरीके की औषधियों में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी तासीर ठंडी है इसलिए इसका उपयोग मुख्यत: पाचन तंत्र तथा त्वचा के रोगों का इलाज करने के लिए किया जाता है।
- रसायन द्रव्य:- आंवला रसायन द्रव्य में सबसे अच्छा माना जाता है। रसायन द्रव्यों का मतलब होता है कि जो चीज में जान न हो यह उस चीज में दोबारा से जान भर सकता है। आयुर्वेदिक मत के अनुसार आंवला एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसके नियमित सेवन करने से न केवल विभिन्न रोगों से मुक्ति मिलती है बल्कि त्वचा और शरीर की कोशिकाएं युवा बनी रहती है ।
- शरीर मे आयी रक्त की कमी में लाभदायक:- आंवला विटामिन सी से भरपूर है और यह लगभग हर मौसम में लाभदायक होता है। इसमें विटामिन बी, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस ,आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसी वजह से रक्त की कमी होने पर इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके इन्हीं गुणों की वजह से आंवला का इस्तेमाल चवनप्राश में मुख्य औषधि के रूप में किया जाता है।
- सर्दी जुखाम से करे बचाव:- आंवला के अंदर मौजूद पोषक तत्व शरीर से बहुत से विषाणु और कीटाणु खत्म करने में सक्षम होते हैं। यह है आपको कोल्ड और फ्लू जैसे विषाणु से दूर रखने में काफी मदद करता है।
- कैंसर से लड़ने की क्षमता:- इसमें मौजूद पॉलिफिनॉल्स कैंसर जैसी घातक बीमारी को खत्म करने में सक्षम है।
- पाचन तंत्र को करे मजबूत:- अपने आहार में आंवला जूस को जोड़ना बहुत ही लाभदायक है। आयुर्वेद के मुताबिक आंवला जूस शरीर के तीनों दोषों वात, पित्त और कफ को समान मात्रा में बनाए रखने में काफ़ी कारगर सिद्ध हुआ है। आप इसे रोजाना खाली पेट पानी में डालकर पी सकते हैं। यह आपके पाचन तंत्र की गंदगी को साफ कर के आप शरीर को रोग मुक्त करने में मदद करेगा।
- कोलेस्ट्रॉल को करे काबू:- आंवला हृदय रोगों में भी काफी फायदेमंद माना जाता है । इसमें मौजूद आयरन, एंथोसाइनीन, फ्लेवोनॉयड्स, पोटैशियम जैसे प्राकृतिक तत्व हृदय को काफी फायदा पहुंचाते हैं। इसमें पाए जाने वाले अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स की वजह से यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके एचडीएल को बढ़ाकर ह्रदय में धमनियों में आने वाली रुकावटें को कम करता है तथा ह्रदय को सेहतमंद रखता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि आंवला हृदय की रक्त वाहिकाओं की दीवार को मोटा होने से रोकता है । यह शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर फैट को कम करने में मदद करता है।
- आंवला बढ़ाये आंखों की चमक:- आंवला को सभी पोषक तत्वों का राजा माना जाता है। इसलिए यह आपकी आंखों की सेहत का भी खास ध्यान रखने में मदद करता है। यह आपकी आंखों की कोशिकाओं और सेल्स को समान मात्रा में कार्य करने की शक्ति प्रदान करता है। यह आंखों से मोतियाबिंद जैसी घातक बीमारियों को भी दूर रखने में काम करता है। इसमें मौजूद फ्री रेडिकल आपकी आंखों की नसों को ताकत देते हैं। नियमित रूप से आंखों को आंवला जूस के साथ घुले हुए पानी के साथ साफ करने से आंखें तरोताजा महसूस करती हैं।
- वजन घटाने का कारगर नुस्खा:- जब बात वजन कम करने की आए तो हम अक्सर यह सुनते हैं कि कड़वा खाना वजन कम करने में काफी मदद करता है। मोटापा धीमे हुए मेटाबॉलिज्म का नतीजा होता है। आंवला जूस पीने से आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म दोबारा से स्वस्थ होने लगता है और शरीर में से फ्री रेडिकल्स और घातक टॉक्सिन पाचन तंत्र के रास्ते शरीर से बाहर निकलने लगते हैं। ऐसी प्रक्रिया शुरू होने पर आप का बढ़ा हुआ वजन दोबारा से कम होने लगता है। रोजाना एक गिलास आंवले का जूस पीने से आपके शरीर की फालतू चर्बी कम होने लगती है और प्रोटीन बनने की क्षमता बढ़ती है ।जिस वजह से आपके शरीर का अनचाहा मोटापा कम होने लगता है और आप तरोताजा महसूस करते हैं।
- लीवर को रखे सही:- यदि आप चाहते हैं कि आपका शरीर सही तरीके से काम करे और घातक केमिकल से बचा रहे तो आपके लीवर का सही तरीके से काम करना बहुत जरूरी है ।आपके लीवर को सेहतमंद करने के लिए आपके आहार में आंवला का होना बहुत जरूरी है। आंवला आपके लीवर सेल्स को बचाने में बहुत ही बेहतरीन काम करता है। यह शरीर से सारी इंफेक्शन और जहरीले कीटाणुओं को समय-समय पर बाहर निकालता रहता है। आंवला जूस पीने से आपका लीवर डीटॉक्सिफाई हो जाता है तथा शरीर से बहुत सी बीमारियां निकल जाती है।
- अल्सर के इलाज में दे फायदा:- आंवला में मौजूद anti-inflammatory प्रॉपर्टीज की वजह यह अल्सर खास करके मुंह के अल्सर को ठीक करने में काफी मदद करता है। आंवला जूस पानी में मिलाकर गरारे करने से मुंह के अल्सर में काफी आराम मिलता है।
- हाई ब्लड प्रेशर के लिये वरदान:- आंवला हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों में बहुत कारगर सिद्ध हुआ है यह शरीर के बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में काफी मदद करता है यह आपके दिमाग और शरीर के बढ़े हुए रक्त प्रभाव को राहत देता है।
- आंवला दे चमकती त्वचा:- अगर आपको त्वचा से संबंधित बहुत सी दिक्कतें हैं तो आंवला ठंडा होने की वजह से इन परेशानियों को दूर करने में बहुत लाभदायक है। यदि आपके चेहरे पर मुंहासे हैं तो आंवला पाउडर, गुलाब जल और नींबू के रस को मिलाकर मुंहासों वाली जगह पर लगाया जाए तो बहुत जल्दी मुहांसे ठीक होने लगते हैं। आंवला में मौजूद एंटी वायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण आपकी त्वचा की कोशिकाओं को अलग-अलग तरीके के रोगों से बचाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी की वजह से शरीर में से विषैले पदार्थ पाचन तंत्र के जरिए निकलकर शरीर की पाचन शक्ति को बढ़ाते हैं जिसकी वजह से त्वचा की कोशिकाओं को अपना भोजन अच्छे से मिलता है और वह चमकदार और स्वस्थ बनी रहती है। इसमें रक्त को शुद्ध करने के बहुत से गुण शामिल है इसका रोजाना सेवन करने से शरीर पर झुरिया नहीं आती और शरीर में एक अलग ही ऊर्जा बनी रहती है यह एक क्लीनर के रूप में भी कार्य करता है ।
- आंवला करदे हड्डियां मजबूत और स्वस्थ:- आंवला शरीर की हड्डियों को मजबूत करने में भी काफी निपुण है। क्योंकि इसमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों के लिए काफी मददगार होता है। इसमें मौजूद वात निरोधक गुण व्यक्ति को गठिया जैसी बीमारी से भी बचाती है। यह जोड़ों के दर्द से प्राकृतिक रूप में मुक्ति पाने में काफी मददगार है। इसमें मौजूद कैल्शियम शरीर में ओस्टियोक्लास्ट्स को कम करता है। ओस्टियोक्लास्ट्स की वजह से शरीर की हड्डियां कमजोर होती है। इसलिए आंवला का नियमित रूप से उपयोग हड्डियों से होने वाली दिक्कतों को कम करने में मदद करता है।
- आँवला दे श्वसन प्रणाली को फायदा:- हमारी श्वसन प्रणाली हमारे सांस लेने में काफी अहम भूमिका निभाती है परंतु बढ़ते पोलूशन और गंदगी की वजह से हमारे श्वसन प्रणाली में बहुत से गंभीर रोग पैदा हो जाते हैं। इन में मुख्यता सर्दी खांसी, दमा, ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां मुख्य रूप से पैदा होती हैं ।आंवला इन बीमारियों को दूर करने में काफी मदद करता है। बेशक आंवला ठंडे स्वभाव का है फिर भी अगर इसका सेवन शहद या काली मिर्च के साथ किया जाए तो यह श्वास संबंधित रोगों में काफी मददगार होता है। विटामिन सी की मात्रा होने की वजह से यह सांस संबंधी रोगों को दूर करता है बहुत सी आयुर्वेदिक दवाओं में आंवला का प्रयोग सर्दी और खांसी के इलाज के लिए भी किया जाता है। आंवले का नियमित सेवन करने से शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है और यह अस्थमा जैसे लक्षणों को कम करने में काफी मददगार माना जाता है।
- महिलाओं के रोगों में फायदेमंद:- आंवला में मौजूद खनिज और विटामिन महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में काफी फायदा पहुंचाते हैं। इसका नियमित रूप से सेवन करने से महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कम होती है। गर्भावस्था के दौरान आंवला का सेवन मां और बच्चे दोनों के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
आंवला सेवन करने के लिए भी अलग-अलग विधियां बताई गई है। कुछ लोग कच्चा आंवला खाना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोग इसका अचार जैम, केन्डी अथवा जूस पीना पसंद करते हैं।
तो हमने देखा कि आंवला किस प्रकार व्यक्ति के सर के बालों से लेकर पैर के अंगूठे के नाखून तक सभी भागों के लिए काफी फायदेमंद है। यह एक प्राकृतिक औषधीय फल है लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं ।
इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि इसे जरूरत से ज्यादा मात्रा में न खाएं। यदि आप मधुमेह के मरीज हैं तो इसको नियमित मात्रा में ही लें। जरूरत से ज्यादा मात्रा में लेने से यह आपकी मधुमेह की दवा के साथ कुछ गलत प्रभाव डाल सकता है। जैसा कि हमने बात की इसमें उच्च मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं तो ज्यादा मात्रा में आंवला का सेवन करने से डायरिया भी हो सकता है। आंवला सेवन करते समय पानी का सेवन भी इसके साथ जरूर करें। ज्यादा लंबे समय तक यदि इसका सेवन किया जाए तो यह शरीर में पथरी जैसी दिक्कत को भी जन्म दे सकता है।
अतः इसको खाने से पहले इसके दुष्प्रभाव और सावधानियां जरूर ध्यान में रखें और कोई भी नुस्खा अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से एक बार परामर्श जरूर लें।
Author:
Geeta Verma Malhotra
M.Pharmacy(Ayurved)
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