Awadhi Kavita: अरे परधान अरे परधान

अरे परधान अरे परधान

हाथ जोड़ी कय वोट लिहा
अव वादा पूरा नाय किहा
तबव करी तोहार सम्मान
अरे परधान अरे परधान

खड़नझा कय ईटा, बेचि कय खाय लिहा
तू केसे पइसा नाय लिहा
बइमान कहे पय तोहार अपमान
अरे परधान अरे परधान

डड़वार कूदय मा माहिर रह्या
लूट -पाट मा जगजाहिर राह्या
उमर ढलानें पय यतना ज्ञान
अरे परधान अरे परधान

बाबू उड़त चिरई, पहिचानीथय
हम तोहार कुल करनी जानीथय
तू हमरेन आगे करबा बखान
अरे परधान अरे परधान

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About Author:

दीपक वर्मा
हरदी पोस्ट लालपुर, जिला – अयोध्या