लेख: गांधी और शास्त्री जी

गांधी और शास्त्री जी

जैसा कि सभी जानते हैं कि आज 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री शास्त्री की जयंती है। गांधी जी ने जहां सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए देश को आजादी दिलाने में अपनी अहम भूमिका अदा की और आज हम उन्हें राष्ट्रपिता का सम्मान देते हैं।

दुबली पतली काया काया वाले गांधीजी ने सदा सत्य का मार्ग अपनाया और अहिंसा को अपना धर्म होना उन्हीं की प्रेरणा से हजारों लाखों लोग आजादी के आंदोलन में तन मन धन से जूटे और हमें आजादी प्राप्त हुई।

वही भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व.लाल बहादुर शास्त्री जी दृढ़ इच्छाशक्ति और सादगी की प्रतिमूर्ति थे ।सादगीपूर्ण व्यवहार के मामले में एक मिसाल थे।

जिसकी मिसाल आज भी दी जाती है। अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही उन्होंने एक समय अमेरिका जैसी महाशक्ति को भी अपनी दृढ़ता के आगे झुकने पर विवश कर दिया था,जब उसने गेहूँ न देने की धमकी दी थी। शास्त्री जी ने सभी भारतीयों को 1 दिन का उपवास करने का आवाहन किया और जय जवान जय किसान का नारा दिया ।

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सुधीर श्रीवास्तव
शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल
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