भारत वालों मिलकर रहना
भारत वालों मिलकर रहना
और नहीं कुछ तुमसे कहना
भारत बालों मिलकर रहना ।।
हम सब एक ही मां के हैं बेटे
एक ही मां की गोद में हैं लेटे ।
टूटे ना इस मां का यह गहना
भारत वालों मिलकर रहना ।।
जो भी यहां आतंक मचाए
उसको हम सब मार भगाएं ।
उस दुश्मन को अब छोड़ें ना
भारत वालों मिलकर रहना ।।
मंदिर ,मस्जिद और गुरूद्वारे
हम सबको हैं प्राणों से प्यारे ।
कोई भी इनको अब तोड़े ना
भारत बालों मिलकर रहना ।।
हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई
सब आपस में हैं भाई-भाई ।
अब आपस में झगड़ा हो ना
भारत वालों मिलकर रहना ।।
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About Author:
डॉ.राजेन्द्र सिंह”विचित्र’, असिस्टेंट प्रो.,तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश