चाॅक
स्कूल मेरा राष्ट्र है…
कक्षा मेरा प्रांत है…
और उसमें कोने में पड़ी मेंज…
मेरा घर है…
मैं चाॅक हूॅं , मैं अमर हूॅं…१
खड़िया मेरी पूर्वज है…
श्यामपट्ट मेरा मित्र है…
डस्टर मेरा शत्रु है…
ज्ञान मेरी आत्मा है…
मैं चाॅक हूॅं , मैं अमर हूॅं…२
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About Author:
मेरा नाम अनुराग यादव है। मैं उन्नाव, उत्तर प्रदेश से हूॅं। हिंदी भाषा में अत्यंन्त रुचि है। हिंदी के व्याकरण एवं कविता की बारीकियों से अनभिज्ञ हूॅं। फिर भी कविता लिखने का प्रयास करता हूं। त्रुटियों के लिये क्षमाप्रार्थी हूॅं एवं आपके आशीर्वाद और मार्गदर्शन का आकांक्षी हूॅं। 🙏🏻😊