History of Puducherry in Hindi

History of Puducherry in Hindi
Pic: Serenity Beach, Pondicherry
History of Puducherry & Interesting Facts in Hindi | पुडुचेरी का इतिहास और रोचक तथ्य

History of Puducherry & Interesting Facts in Hindi | पुडुचेरी का इतिहास और रोचक तथ्य

पुडुचेरी भारत का एक दक्षिण पूर्वी तटीय केंद्र शासित प्रदेश है। यह केंद्र शासित प्रदेश बंगाल की खाड़ी के कोरोमंडल तट के समक्ष स्थित है। पुडुचेरी पर 1954 तक फ्रांसीसी शासकों द्वारा शासन किया गया जिस वजह से यहां की सभ्यता, संस्कृति में फ्रांसीसी सभ्यता-संस्कृति की छटा नजर आती है।

यहां के अधिकतर लोग भी फ्रेंच भाषा में बात किया करते हैं। पहले पुडुचेरी को पांडिचेरी के नाम से जाना जाता था। भारत में विलय के बाद साल 2006 में इसका नाम बदला गया और पांडिचेरी से इसका नाम पुडुचेरी कर दिया गया। तो चलिए जानते हैं भारत के इस केंद्र शासित प्रदेश के बारे में समस्त जानकारी हिंदी में:-

नामपुडुचेरी
क्षेत्रफल19.54 वर्ग किमी
जनसंख्या244,377
जिला4
स्थापना1 नवंबर 1954
राज्य की मुख्य भाषाएंफ्रांसीसी, तमिल और अंग्रेजी
साक्षरता दर85.85%
History of Puducherry & Interesting Facts in Hindi | पुडुचेरी का इतिहास और रोचक तथ्य

पुडुचेरी का इतिहास (History of Puducherry)

प्राचीन काल में पुडुचेरी को पांडिचेरी के नाम से जाना जाता था। यहां पर चोल, मदुरई, विजयनगर और पंड्या सल्तनतों का राज था। पुडुचेरी, 300 सालों तक फ्रांसीसियों के कब्जे में था। उस दौरान यह फ्रांस के साथ किए जाने वाले व्यापार का मुख्य केंद्र था जिस वजह से यहां की वास्तुकला और संस्कृति में फ्रांसीसी संस्कृति की छटा नजर आती है।

यही वजह है कि इसे भारत में ‘फ्रांस का मिनी वर्जन’ भी कहा जाता है। 1 नवंबर 1954 में पुडुचेरी का विलय भारत में किया गया और साल 1963 में यह केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। इसके बाद साल 2006 में इसका नाम पांडिचेरी से बदलकर पुडुचेरी कर दिया गया।

पुडुचेरी के नाम का अर्थ (Meaning of the name Puducherry)

स्थानीय तमिल भाषा में पुडुचेरी नाम का अर्थ होता है “नया गांव”।

पुडुचेरी की जनसंख्या (Population of Puducherry)

2011 के जनगणना के अनुसार पुडुचेरी की कुल जनसंख्या 1,247,953 है जिसमें से पुरुषों की जनसंख्या 612,511 तथा महिलाओं की जनसंख्या 635,442 है। इस हिसाब से साल 2020 की अनुमानित जनसंख्या 1,646,050 है। 2021 के आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो यहां पुरुषों की संख्या 808,076 और महिलाओं की जनसंख्या 837,974 है।

2011 के जनगणना के अनुसार यहां की साक्षरता दर 85.85% है जिसमें से पुरुष साक्षरता दर 91.26% और महिला साक्षरता दर 80.67% है।

पुडुचेरी की जलवायु (Climate of Puducherry)

यहां की जलवायु गर्म और आद्र है। यहां गर्मियों के मौसम में अधिकतम तापमान 31.5°C होता है जबकि यहां का न्यूनतम तापमान 23.9°C है। यहां जुलाई से अगस्त और नवंबर से जनवरी के महीने में मानसून का मौसम होता है। मार्च से जुलाई तक यहां गर्मियों का मौसम रहता है।

पुडुचेरी के जिले (Districts of Puducherry)

पुडुचेरी में जिलों की संख्या चार है। साल 2011 की जनगणना के मुताबिक जनसंख्या के आधार पर पुडुचेरी का सबसे बड़ा जिला उत्तर पश्चिम पुडुचेरी है। पुडुचेरी के 4 जिले कुछ इस प्रकार हैं:-

  1. पुडुचेरी
  2. कराईकल
  3. यनम
  4. माहे

पुडुचेरी की भाषा (Official Language of Puducherry)

पुड्डुचेरी की आधिकारिक भाषाओं में मलयालम, तेलुगु, तमिल और फ्रांसीसी भाषाएं शामिल है। यहां रहने वाले लोग अंग्रेजी, फ्रेंच, तेलुगु, मलयालम और तमिल भाषाएं बोलते हैं। इसके अलावा यहां के स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों में तमिल ,मलयालम, तेलुगु, अंग्रेजी और फ्रेंच भाषाओं में पढ़ाया जाता है।

पुडुचेरी का खानपान (Traditional Food of Puducherry)

पुडुचेरी के प्रसिद्ध व्यंजनों में सब्जियों की करी, तंदूरी पोटैटो, सोया डोसा, इटालियन बेक्ड बीन, कोकोनट करी, स्टफ्ड कैबेज, इटालियन बेक्ड बीन, अस्साद और पोडनलांगकल प्रमुख है।

पुडुचेरी की संस्कृति और वेशभूषा (Culture and Traditional Attire of Puducherry)

प्राचीन समय में पुडुचेरी पर जितने भी शासकों ने राज किया उन सब की संस्कृतियों का प्रभाव यहां की संस्कृति में देखने को मिलता है। यही इसे एक बहु सांस्कृतिक केंद्र शासित प्रदेश भी बनाता है।

पुडुचेरी में सभी धर्मों के लोग आपस में मिलजुल कर निवास करते हैं। यहां पर कई लोक नृत्य प्रचलित हैं। इनमें से पोडिकाजहि काफी ज्यादा लोकप्रिय है। इसके अलावा पुडुचेरी में किया जाने वाला गरडी नृत्य भी काफी प्रचलित है। इस नृत्य का जन्म पुडुचेरी में ही हुआ था। इस नृत्य को करने वाले लोग रामायण के वानरों की तरह पुरुष वानर बनते हैं तथा वैसे ही हाव-भाव और मुद्राएं दिखाते हैं।

यहां पर आपको कई प्राचीन वस्तुएं मिलेंगी। इसके अलावा यहां की हस्तशिल्प से तैयार की गई मिट्टी के बर्तन, चमड़ी की वस्तुएं, हाथ से तैयार किया गया कागज, आदि अपने आप में अनोखा है।

पुडुचेरी के प्रमुख त्योहार (Major Festivals of Puducherry)

वैसे तो समस्त भारत में मनाए जाने वाले त्योहार पुडुचेरी में मनाए जाते हैं। यहां पर सभी धर्मों हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाई मिलजुल कर अपने-अपने त्योहार धूमधाम से मनाते हैं।

इसके अलावा पुडुचेरी के प्रमुख त्योहारों में गुड फ्राइडे, अक्षय तृतीया, बेस्टाइल डे, पोंगल, मासी मगम आदि शामिल है। पुडुचेरी में धूमधाम से मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार:-

  • फायर वॉकिंग: इस त्योहार में लोगों द्वारा 40 दिनों का व्रत रखा जाता है, इसके उपरान्त स्नान कर, भगवा वस्त्र धारण कर, आग के ऊपर चला जाता है, इस वजह से इसे फायर वाकिंग कहा जाता है।

  • मस्काराडे फेस्टिवल: मस्काराडे फेस्टिवल या मास्क फेस्टिवल को मार्च-अप्रैल माह में धूमधाम से मनाए जाने का प्रचलन है। यह त्योहार फ्रांसीसियों से प्रेरित है जिसमें लोग अलग-अलग तरह के मुखोटे और फैंसी पौशाक पहनते हैं। इन पोशाकों में वे सड़कों पर घूमा करते हैं तथा अलग-अलग तरह के नृत्यों की प्रस्तुति करते हैं। इन सारे नृत्यों का प्रदर्शन तुरही की धुन के बीच होता है।

  • आयधु पूजा: इस त्योहार को नवरात्रि की समाप्ति में मनाया जाता है। इस दिन कोई भी काम नहीं किया जाता तथा जितने भी उपकरण है, जैसे कार, मोटरसाइकिल इन सब की पूजा की जाती है।

पुडुचेरी के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major Tourist Places of Puducherry)

पुडुचेरी में हर साल कई पर्यटक इसके सुंदर समुद्र तटों तथा इसकी सभ्यता को देखने यहां आते हैं। पुडुचेरी सिर्फ पर्यटन की दृष्टि से ही एक प्रमुख केंद्र शासित प्रदेश नहीं है बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी यह काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं पुडुचेरी के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में:-

  1. अरबिंदो आश्रम

अरबिंदो आश्रम पुडुचेरी का काफी प्रसिद्ध स्थल है। यह पुडुचेरी के व्हाइट टाउन में स्थित है। इस आश्रम को श्री अरबिंदो घोष ने 24 नवंबर 1926 में बनवाया था इसलिए उनके नाम पर ही इसका नाम रखा गया है। अरबिंदो घोष जब राजनीति से सेवानिवृत्त हुए थे तब वे पुडुचेरी में आकर बस गए थे। इस आश्रम की स्थापना में मिर अल्फ़सा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

दरअसल, जब 1950 में श्री अरविंद घोष की मृत्यु हो गई तब इस आश्रम की बागडोर उन्होंने ही संभाली थी। इस आश्रम का निर्माण लोगों को मन की शांति प्राप्त करने में मदद करने के लिए किया गया था। मौजूदा समय में बड़ी संख्या में पर्यटक इस आश्रम में आते हैं तथा आध्यात्मिक ज्ञान का अनुभव प्राप्त करते हैं।

  1. सेरेनिटी समुद्र तट

यह समुद्र तट पुडुचेरी के कोट्टाकुप्पम में स्थित है। इस बीच पर कई लोग घूमने जाते हैं। हालांकि शहर से काफी दूर होने की वजह से यहां स्थानीय पर्यटकों की ज्यादा भीड़ नहीं दिखाई देती।

  1. बॉटैनिकल गार्डन

यह पुडुचेरी के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। इस बॉटैनिकल गार्डन की स्थापना 1862 में सी.एसपी पेरोटेट के द्वारा की गई थी। यहां पर आपको कई तरह के विदेशी पौधों की प्रजातियां नजर आएंगी जिन्हें दुनिया भर से एकत्र किया गया है। इसके साथ ही यहां पर एक एक्वेरियम है जहां पर अलग-अलग तरह के जलीय जीव देखने को मिलेंगे।

पुडुचेरी के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts about Puducherry)

  1. एक समय पर पुडुचेरी को व्हाइट टाउन के नाम से जाना जाता था।
  2. पहले पुडुचेरी को पांडिचेरी के नाम से जाना जाता था 20 सितंबर 2006 को इसका नाम बदलकर पुडुचेरी किया गया।
  3. 1954 में फ्रांस ने पुडुचेरी को भारत को सौंपा उसके बाद 1962 में जाकर इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया।
  4. पुडुचेरी की इमारतों में फ्रांसीसी संस्कृति का प्रभाव स्पष्ट देखा जा सकता है। पुडुचेरी में मासी मगम नामक एक त्योहार मनाया जाता है। इस त्योहार को फरवरी से मार्च महीने में मनाया जाता है। इस दौरान अलग-अलग मंदिरों से देवताओं की मूर्तियों का निकालकर समुद्र में स्नान कराया जाता है।
  5. पुडुचेरी के लोग 16 अगस्त को अपने आजादी का दिन मनाते हैं।

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तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना पुडुचेरी का इतिहास और रोचक तथ्य (Puducherry History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

Bharti
Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।