HINDI KAVITA: मैं अबला नहीं
मैं अबला नहीं अब वह समय नहीं रहा अब मैं अबला नहीं सबला हो गई हूँ। वो समय गुजर गया जब मैं छुईमुई सी हर बात में घबरा जाती थी , डर जाती थी , आज मेरे हौसलों को उड़ान मिल रही हैहर क्षेत्र में हमारी पहचान बन रही है। शिक्षा ,कला, साहित्य होसेना, विज्ञान,कला […]