जीवन में कैसे लाएं सकारात्मकता

Tips to Bring Positivity in Life in Hindi
Tips to Bring Positivity in Life in Hindi | जीवन में कैसे लाएं सकारात्मकता

Tips to Bring Positivity in Life in Hindi | जीवन में कैसे लाएं सकारात्मकता

विश्व भर में कोरोना महामारी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार कोरोना के आंकड़े परवान चढ़ते जा रहे हैं। दिन प्रतिदिन बदतर होते इन हालातों की खबरें रोजाना टेलीविजन पर दिखाई जा रही है जिस वजह से सभी लोगों के मन में एक तरह का डर घर कर गया है। दिन रात सिर्फ कोरोना की खबरों को सुन-सुनकर लोगों में एक नकारात्मक स्थिति पैदा हो चुकी है।

लेकिन सिर्फ महामारी ही जीवन में नकारात्मकता का कारण नहीं है। इसके अलावा परिवारिक संबंध, काम का बोझ, लड़ाई-झगड़े आदि ऐसे कई कारण है जिससे नकारात्मक सोच पैदा हो जाती है। लेकिन इस नकारात्मक सोच से छुटकारा पाकर लोगों को एक सकारात्मक जीवन जीने की जरूरत है। ऐसे में आज हम आपको ऐसे 10 टिप्स बताएंगे जिनकी मदद से आप तनाव मुक्त होकर एक सकारात्मक जीवन जी सकते हैं।

सकारात्मक जीवन जीने के लिए 10 टिप्स

1. जीवन को देखने का नजरिया बदलें

जिस नजरिए से लोग जीवन को देखते हैं वैसे ही उनकी सोच बनती है। यदि आप जीवन को लेकर संकुचित और नकारात्मक सोच रखते हैं, तो धीरे-धीरे आपके जीवन में निराशा प्रवेश करने लग जाती है। जीवन के प्रति हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए और इसी सकारात्मक सोच से जीवन को देखना चाहिए। जब आप जिंदगी को देखने का नजरिया बदलेंगे तभी वह बेहद खूबसूरत लगने लगेगा।

2. आज में जीना सीखें

कई लोग ऐसे होते हैं जो मौजूदा समय में न जी कर बीते हुए कल को लेकर परेशान होते हैं या आने वाले कल की चिंता करते हैं। और इसी सोच की वजह से उनका आज खराब हो जाता है लोगों को यह समझना चाहिए कि जो समय बीत चुका है वह कभी वापस नहीं लौट सकता और वही भविष्य में क्या होने वाला है यह निश्चित नहीं है। आपके हाथ में बस आपका आज का समय है। आप चाहे तो अपने आज को खुशहाल बना सकते हैं या भविष्य की चिंता कर इसे बर्बाद कर सकते हैं। इसलिए अपने जीवन को ठीक से जीने के लिए वर्तमान में जीना सीखें।

3. स्वयं से प्यार करें

पृथ्वी पर रहने वाला कोई भी व्यक्ति संपूर्ण नहीं हो सकता। किसी में कुछ ना कुछ कमी जरूर होती है चाहे यह कमी शारीरिक हो जैसे-रंग रूप, कद काठी आदि या फिर मानसिक। कई लोग अपनी तुलना दूसरों से करते हैं तथा अपनी कमियों को सोच-सोचकर नकारात्मक विचार उत्पन्न करते हैं। ऐसा सोच रखने की वजह से जीवन में निराशा छा जाती है। अपनी इन कमियों के बारे में ज्यादा सोचने की वजह से व्यक्ति उन कार्यों को करने में भी असमर्थ हो जाते है जिसमें वे बेहद अच्छे है। इसीलिए एक सकारात्मक जीवन जीने के लिए सबसे जरूरी चीज है खुद से प्यार करना। जब व्यक्ति स्वयं से प्यार करेगा तभी वह दूसरों से भी प्यार कर पाएगा। इसीलिए अपनी कमियों को स्वीकार कर जीवन में आगे बढ़ते रहने का प्रयास करते रहना चाहिए।

4. प्रत्येक दिन की शुरुआत सकारात्मक सोच से करें

रोज सुबह उठते ही आपका दिन कैसा बीतेगा इस बारे में अच्छा सोचे। यह सोचे कि आप आज जो कार्य करेंगे वह अच्छा ही जाएगा। यदि आप प्रत्येक दिन की शुरुआत सकारात्मक सोच के साथ करते हैं तो आपका दिन अच्छा बीतता है। लेकिन वही यदि आप नकारात्मक ख्यालात रखते हैं और सोचते हैं कि आपके साथ आज कुछ बुरा होगा या आप सुबह से ही किसी बात को लेकर परेशान रहते हैं तो यकीनन आपका पूरा दिन खराब जाएगा।

5. चुनौतियों से लड़े

सभी का जीवन चुनौतियों से भरा रहता है। जीवन के उतार-चढ़ाव का सामना प्रत्येक व्यक्ति को करना पड़ता है। ऐसे भी जीवन में जो भी चुनौतियां आती है उनका डटकर सामना करना पड़ता है। हालांकि यदि कभी ऐसा होता है कि कोई चीज आपके मन मुताबिक नहीं होती या आप किसी चीज में फेल हो जाते हैं तो कभी भी उससे सोच सोचकर निराश ना हो बल्कि उसका डटकर सामना करें।

6. जीवन में प्रत्येक कदम सोच-समझकर उठाएं

जीवन में कोई भी छोटे या बड़े फैसले लेने से पहले उसके बारे में सोच विचार जरूर करें। कोई भी फैसला हड़बड़ी में या किसी दबाव के कारण न लें। क्योंकि अक्सर देखा गया है कि एक गलत फैसले का प्रभाव आपको ताउम्र भुगतना पड़ता है। यदि आप चाहते हैं कि आपका जीवन अच्छा बीते तथा इसमें सकारात्मकता हो तो इसके लिए जीवन में कोई भी कदम उठाने से पहले उस बारे में प्रत्येक पहलू से सोच विचार करें। तभी आप अपने लिए कोई अच्छा निर्णय ले सकेंगे। हालांकि कई बार ऐसा होता है कि जीवन में ऐसी परेशानियां आ जाती है जिनके आगे आप का बस नहीं चलता। ऐसे में इन परेशानियों के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराने के बजाय अपने भाग्य को जिम्मेदार ठहराएं। यह सोचे कि यह आपके भाग्य में लिखा गया है। दरअसल, ऐसा सोचने से आपके मानसिक स्वास्थ्य में पड़ने वाला प्रभाव कम होता है।

7. दूसरों में कमियां ढूंढने से बचे

कई लोगों की यह फितरत होती है कि वह अपने जीवन से ज्यादा ध्यान दूसरों के जीवन में देते हैं। वह यह जानने में ज्यादा समय लगाते हैं कि दूसरा व्यक्ति कैसा है तथा उसमें क्या कमियां है। लेकिन दूसरों के प्रति इस तरह के बर्ताव से आपका जीवन भी खराब होता है, क्योंकि आप जिस तरह का व्यवहार सामने वाले व्यक्ति से करते हैं वैसा ही व्यवहार व्यक्ति भी आपसे करेगा इसीलिए दूसरों में कमियां ढूंढने से पहले खुद को बेहतर बनाएं।

8. मेडिटेशन करें

सकारात्मक सोच विचार का दामोदर हमारे मस्तिष्क का होता है, इसीलिए अपने मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मेडिटेशन करना जरूरी है। मेडिटेशन की वजह से ही आप में सकारात्मक विचार का संचार होता है। मेडिटेशन का फायदा यह होता है कि यह आपके गुस्से, दुख पर काबू करता है तथा आपके मन मस्तिष्क में शांति बनाए रखता है। इसीलिए रोजाना व्यायाम करें।

9. हमेशा चेहरे पर मुस्कुराहट रखें

हमेशा चेहरे पर मुस्कुराहट बनाए रखें क्योंकि एक मुस्कुराते चेहरे को ही हर कोई पसंद करता है। आप कोई भी कार्य कर रहे हो हमेशा खुश मन से करें। क्योंकि मुस्कुराहट ही सकारात्मता की पहचान होती है। हमेशा मायूस चेहरा रखने की वजह से आपके आसपास एक नकारात्मक वातावरण बनना शुरू हो जाता है।

10. लोगों से मिले

आप अपने जीवन में चाहे कितने भी व्यस्त क्यों ना हो जाए लेकिन अपनों के लिए समय जरूर निकालें। अपने दोस्तों और अपने परिजनों से मेल मिलाप करें। क्योंकि उनसे मिलकर आपको खुशी का अनुभव होगा। और यदि आप ऐसा नहीं करते तथा अकेले रहते हैं तो धीरे-धीरे आपके मस्तिष्क में नकारात्मक विचार आने शुरू हो जाते है।

निष्कर्ष

एक सकारात्मक जीवन से आप अपने जीवन को खुशहाल बनाते हैं। जीवन में चाहे कितनी ही तकलीफें, उतार-चढ़ाव क्यों ना आए लेकिन एक सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति हमेशा इन तकलीफों से बाहर आ जाता है। यदि आपके जीवन में एक वक़्त ऐसा आता है जब सब कुछ नकारात्मक ही घटित हो रहा हो तब भी अपने मन के अंदर यह विश्वास जगाए रखें कि हर रात के बाद सवेरा जरूर आता है।

यानी कि यदि आपने बुरा समय देखा है तो आपका अच्छा समय भी जरूर आएगा। यदि आप सकारात्मक जीवन जीने के इन टिप्स को ध्यान में रखकर अपने जीवन की और अग्रसर होंगे तो आप भी खुशहाल जीवन जी सकते हैं।

Loudspeakerसुखी जीवन जीने के तरीके

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Author:

Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।