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मखाने के फायदे | Benefits of Makhana in Hindi
कमल का फूल देखने में जितना सुंदर और आकर्षक होता है उतने ही फायदेमंद उसके बीज भी होते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं कमल के बीज यानी मखाना की। ज्यादातर इन मखानों को उपवास के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन यह बहुत ही पौष्टिक होते हैं। इन्हें बहुत से व्यंजनों में लोकप्रिय घटक के तौर पर इस्तेमाल किया जाने लगा है और यह वजन कम करने वालों के लिए भी काफी फायदेमंद सिद्ध हुए हैं।
मखाने पौष्टिक होने के कारण शरीर की ताकत को बढ़ाने में मदद करते हैं। पुरुषों में यौन संबंधी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए मखाना काफी फायदेमंद होता है। इसको खाने से पुरुषों के वीर्य दोष में काफी हद तक सुधार होता है।
ये कमल का बीज है तो जाहिर सी बात है कि यह जल में पाया जाता है। इसके बीज मटर के दानों की तरह दिखते हैं पर आकार में कुछ हद तक बड़े होते हैं। यह 8 से 20 के गुच्छों में लगे होते हैं और रंग में हल्के काले होते हैं। इन्हें कच्चा या फिर भूनकर खाया जाता है। यदि इनको रेत या बालू में भूना जाए तो यह फूल जाते हैं और इन्हें मखाना नाम दिया जाता है।
मॉडर्न साइंस में मखाना फूल को Euryale ferox Salisb नाम दिया गया है और यह Nymphaeaceae फैमिली का है।
इसको अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नामों से वर्णित किया गया है। संस्कृत भाषा में इसे पद्मबीजाभ नाम से जानते है। उर्दू, बंगाली, गुजराती में इसे मखाना नाम से जानते हैं। अरबी भाषा में इसे मखाना लवाह बोला जाता है।
इसे बहुत से लोग स्नेक्स के तौर पर खाना भी पसंद करते हैं। आयुर्वेदिक मत के मुताबिक मखाना स्वाद में मीठा और तासीर में ठंडा होता है। यह स्त्रियों को गर्भधारण करने में काफी हद तक मदद पहुंचाता है। इसको गर्भावस्था के दौरान खाने पर स्त्री के शरीर को काफी शक्ति मिलती है।
यह पूरी तरह से ऑर्गेनिक भोजन है क्योंकि इसके बीजों को उगाने के लिए किसी भी प्रकार की खाद का इस्तेमाल नहीं किया जाता।
मखाना में कोलेस्ट्रॉल, सोडियम और सैचुरेटेड फैट कम होने की वजह से आपके दिल के लिए काफी फायदेमंद है। यह मैग्नीशियम, पोटेशियम, मैंगनीज, फास्फोरस, प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसमें बहुत कम कैलोरी पाई जाती है इसलिए यह वजन कम करने में भी काफी मदद करता है। इसमें कैल्शियम मौजूद है इसलिए यह हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद है।
बहुत से अध्ययनों से यह पता चला है कि इसमें anti-inflammatory एंटीट्यूमर और एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। यह शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाकर बुखार आदि की समस्याओं को दूर करता है। इसमें खास एलकोलोइड्स पाए जाते हैं जो इसे हर प्रकार से स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बनाते हैं।
आइए बात करते हैं मखाने के फायदों के बारे में:-
मखाने के फायदे:-
दिल की ताकत बढ़ाये मखाना
मखाना पौष्टिकता से भरपूर है इसलिए यह दिल के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसका सही मात्रा में सेवन करने से व्यक्ति के शरीर में रक्त के प्रभाव में काफी सुधार आता है। यह हृदयाघात जैसी समस्याओं की रोकथाम में भी काफी मदद करता है।
यदि सुबह खाली पेट मखाने खाए जाएं तो इससे दिल मजबूत रहता है। इसलिए आयुर्वेदिक विशेषज्ञों द्वारा यह राय जरूर दी जाती है कि मखानों को खाली पेट जरूर खाना चाहिए।
इसमें काफी कम मात्रा में सोडियम होता है इसलिए यह शरीर में रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। जिससे कि यह उच्च रक्तचाप वाले मरीजों में काफी फायदेमंद साबित हुआ है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम, रक्त और ऑक्सीजन की क्वालिटी को बढ़ाता है तथा हृदय को अच्छी तरह से काम करने में मदद कर बीमारियां होने की संभावना को कम करता है।
तनाव से दे मखाना आजादी
पौष्टिकता से भरपूर होने की वजह से यह व्यक्ति के दिमाग में से तनाव को भी काफी हद तक कम करता है। ऐसा माना जाता है कि रात को सोते समय यदि गर्म दूध में 6 से 7 मखाने उबालकर और ठंडे कर के खाए जाए तो व्यक्ति को गहरी नींद आती है और तनाव से मुक्ति मिलती है।
मधुमेह में आपका सहयोगी मखाना
काफी अध्ययनों से यह पता चलता है कि मखाने मधुमेह की बीमारी को जड़ से खत्म करने में सक्षम है। यदि सुबह उठकर खाली पेट चार दाने मखाने खाए जाए तो शुगर की बीमारी से हमेशा के लिए निजात मिल सकता है। क्योंकि इसका सेवन करने से शरीर में इंसुलिन बनने की प्रतिक्रिया मजबूत होती है जिससे शुगर की मात्रा में कमी होने लगती है।
प्रसव उपरांत दर्द में लाभकारी
महिलाओं में प्रसव का दर्द काफी असहनीय होता है। यह दर्द एक साथ 20 हड्डियां टूटने के बराबर होता है। मखाना में कुछ ऐसे गुण मौजूद हैं जिससे कि दर्द से राहत मिलती है। यदि मखाने को 10 से 15 मिलीलीटर पानी में डालकर काढ़ा बनाया जाए और इसे प्रसव होने के बाद दिया जाए तो प्रसव उपरांत होने वाली दर्द में काफी हद तक आराम मिलता है।
पाचन तंत्र करे ठीक मखाना
मखाना में काफी उच्च मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं जो व्यक्ति के पाचन तंत्र एवं पाचन क्रिया को मजबूत बनाने में मदद करता है। यदि रोजाना के आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ा दी जाए तो यह पेट की बोवेल मूवमेंट को काफी हद तक सुधार देते हैं। यदि रोजाना मखाना का सेवन किया जाए तो इससे पाचन क्रिया में सुधार होता है और कब्ज जैसी समस्या से निजात प्राप्त होता है।
मखाना रखे बुढ़ापा दूर
बुढ़ापा एक कुदरती प्रक्रिया है। परंतु आजकल के तनाव और पॉल्युशन से ग्रसित जीवन में युवाओं में बहुत जल्दी बुढ़ापा देखने को मिलता है। मखाना एक बहुत ही अच्छा बुढ़ापा विरोधी आहार है क्योंकि इसमें बहुत मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। यदि रोजाना एक मुट्ठी मखाने खाए जाए तो यह आपकी त्वचा में चमक लाते हैं तथा आपको जवान दिखने में मदद करते हैं। इसको इस फायदे के लिए कभी भी फ्राई करके नहीं खाना है।
नर्वस सिस्टम करे मजबूत
आजकल लोगों में नर्वस सिस्टम से जुड़ी बहुत सी बीमारियां देखने को मिलती है। मखाना में उच्च मात्रा में थियामिन कंटेंट पाया जाता है। यह नसों को मजबूत कर इनकी काम करने की क्षमता को बढ़ाता है। इसको खाने से शरीर में एसिटाइलकोलाइन हार्मोन निर्मित होता है और यह न्यूरोट्रांसमिशन की प्रक्रिया में सुधार करता है।
हड्डियों को दे मज़बूती
मखाना में काफी उच्च मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। हम यह जानते हैं कि कैल्शियम हमारी हड्डियों को मजबूत तथा स्वस्थ बनाए रखता है। इसलिए रोजाना मखाना को अपने आहार में जोड़ने पर हड्डियां मजबूत एवं स्वस्थ बनती है। मखाना खाने से हड्डियां जल्दी खोखली नहीं होती।
शारीरिक कमज़ोरी से दे निजात
मखाना पौष्टिक तत्वों से भरपूर है। इसलिए यह शारीरिक कमजोरी को खत्म करने में काफी हद तक मदद करता है। इसमें मौजूद फाइबर एवं अन्य पौष्टिक तत्व किसी भी बीमारी की वजह से शरीर में आई कमजोरी को भरने में फायदेमंद सिद्ध हुए हैं। साथ ही यह युवाओं के शरीर में कमजोरी की वजह से आई यौन समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है।
वज़न को करे नियंत्रित
मखाने का उपयोग मोटापे की समस्या से निजात पाने में काफी मददगार साबित हो सकता है। इसके अंदर मौजूद एथेनॉल एक्सट्रैक्ट शरीर के फैट सेल्स को कंट्रोल करने में मददगार साबित होता है। यह शरीर में फैट को एकत्रित होने से रोकते हैं। इसलिए इनको वजन कम करने की प्रक्रिया में काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
गर्भावस्था में फायदा
गर्भावस्था के दौरान यदि महिला मखानों का सेवन करें या फिर इसे अन्य पकवानों में मिलाकर खाएं तो उसके शरीर को गर्भ को संभालने में काफी मदद मिलती है तथा प्रसव उपरांत होने वाली कमजोरी को भरने में काफी मदद होती है। इसको खाने से माता का होने वाला बच्चा भी सेहतमंद पैदा होता है क्योंकि इसमें आयरन, प्रोटीन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए काफी जरूरी होते हैं ।
मखाने के नुकसान:-
मखाना खाने के कुछ भी प्रमाणित नुकसान नहीं है। फिर भी इसमें फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है इसलिए इसके सेवन से हो सकता है कि गैस आदि की समस्याएं देखने को मिले। कुछ लोगों में मखाने खाने से एलर्जी भी दिखाई दे सकती है। ऐसी अवस्था में तुरंत अपने चिकित्सक की मदद लें।
तो अब तो आप जान ही गए होंगे की मखाना खाने के फायदे और नुकसान क्या हैं। यदि आप भी मखाना खाने के बारे में सोच रहे हैं तो इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें तथा किसी भी बीमारी में इसका उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।
Author:
Geeta Verma Malhotra
M.Pharmacy (Ayurved)
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