कोरोना काल में Work from Home का Trend बहुत ही जोरो पर है. Work from Home ने न सिर्फ लोगों को घर में रह कर काम करने की आज़ादी दी है बल्कि पीछे से कई सारी मुसीबतें भी लाया है.
ऑफिस के काम और घर के बीच सामंजस्य बनाने के बीच लोगों निराशा और गुस्सा (Frustration & Anger) बढ़ रहा है, जो लोगों की Mental Health को नुकसान पहुंचा रहा है.
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मानसिक स्वास्थ्य क्या है? (What is Mental Health in Hindi?)
भावनाओं का समावेश ही इंसान को जिन्दा रखता है हँसना, बोलना, खुश होना, नाराज होना, सब भावों से घिरा हुआ दिमाग एक स्वस्थ जीवन का आधार होता है. भावहीन चेहरा तो किसी मुर्दे क सामान लगता है.
इन सबमें से क्रोध एक बहुत शक्तिशाली भावना है जो आपको अत्यधिक हताश, आहत और व्याकुल कर देती है. क्रोध अंतर्निहित भय या भेद्यता या शक्तिहीनता की भावनाओं के लिए एक रक्षात्मक प्रतिक्रिया होती है. क्रोध एक सामान्य और यहां तक कि स्वस्थ भावना हो सकती है यदि इसे सही कारण के लिए किया जाये और अगर किसी को नुकसान न पहुँचाये. अनियंत्रित क्रोध आपके स्वास्थ्य और आपके रिश्तों दोनों पर भारी पड़ सकता है.
क्रोध प्रबंधन क्या है? (What is Anger Management in Hindi?)
क्रोध प्रबंधन क्रोध के रोकथाम और नियंत्रण के लिए एक मनोचिकित्सक कार्यक्रम है। इसमें क्रोध को सफलतापूर्वक खत्म करने का वर्णन किया गया है.
यह उन संकेतों को पहचानने की प्रक्रिया है जब आप क्रोधित होते हैं और एक निर्णायक तरीके से स्थिति को शांत करने और निपटने के लिए कार्रवाई करते हैं।
क्रोध के प्रकार (Types of Anger)
1. अस्सेर्टिव एंगर (Assertive Anger)
यह आपके गुस्से का प्रकार है, जो सकारात्मक बदलाव के लिए निराशा या क्रोध की भावनाओं का उपयोग करते हैं। टकराव से बचने, क्रोध को कम करने या अपमान और पीड़ा का सहारा लेने के बजाय, आप अपने गुस्से को उन तरीकों से व्यक्त करते हैं जो आपके आसपास की दुनिया में बिना किसी कष्ट या विनाश के बदलाव पैदा हो सके ।
2. व्यवहारिक गुस्सा (Behavioural Anger)
व्यवहारिक गुस्सा शारीरिक रूप से व्यक्त किया जाता है, और आमतौर पर आक्रामक होता है। इसमें शारीरिक रूप से किसी पर हमला करना, या चीजों को तोड़ना या फेंकना शामिल हो सकता है। इस प्रकार का क्रोध अत्यधिक अप्रत्याशित हो सकता है और अक्सर इसके नकारात्मक और हानिकारक परिणाम होते हैं.
3. क्रोनिक क्रोध (Chronic Anger)
यह एक आम और सामान्य प्रतिक्रिया है. सामान्यीकृत नाराजगी, कुछ परिस्थितियों से हताशा और अपने आप के प्रति क्रोध, दूसरों से जलन. इस प्रकार के क्रोध से स्वंय को हानि हो सकती है और स्वास्थ्य पर गहरा प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
4. निष्क्रिय-आक्रामक व्यवहार (Passive Aggressive Anger)
निष्क्रिय-आक्रामक व्यवहार वाला व्यक्ति आक्रोश, निरंतर पश्चाताप, व्यंग्य दिखाता है। दूसरे व्यक्ति से बात करना या सुनना उसे पसंद नहीं होता । किसी भी कार्य में उसका मन नहीं लगता, वो अपने अंदर ही क्रोध को रखता है जो आगे जाकर निराशा में बदल जाता है. वह निरर्थक प्रतिवाद करता है। इस व्यवहार के पीछे कुछ असफलताएँ होती है जिन्हें वो भूल नहीं पाता।
5. मौखिक क्रोध (Verbal Anger)
मौखिक क्रोध को अक्सर व्यवहारिक क्रोध से कम खतरनाक के रूप माना जाता है, लेकिन यह भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक दुर्व्यवहार का एक रूप हो सकता है. मौखिक दुर्व्यवहार को उग्र चिल्लाहट, धमकी, उपहास, कटाक्ष, तीव्र दोष या आलोचना के रूप में व्यक्त किया जा सकता है। यदि आप किसी को मौखिक रूप से शर्मिंदा करते हैं, तो बाद में शर्मिंदा होने, माफी माँगने और पछतावा महसूस करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता.
क्रोध प्रबंधन युक्तियाँ (Anger Management Tips in Hindi)
Is Mental Health Important? यह बहुत ही सामान्य सा प्रश्न है, और आपका जवाब भी हां में आएगा मतलब यह है कि Mental Health की Importance है. ऐसा नहीं है की इस दुनिया में किसी को कोई Mental Health Issues नहीं है लेकिंन नीचे दी गयी कुछ Mental Health Tips को फॉलो कर के आप Mental Health Care करते हुए उसे और बेहतर बना सकते हैं.
1. बोलने से पहले सोचे
यह कहना आसान है कि आप बाद में माफ़ी माँग लेंगे, लेकिन कुछ भी कहने से पहले कुछ क्षण सोचे कि कहीं आपके बोले गए शब्द किसी को आहत न कर जायें और कुछ भी क्रिया प्रतिक्रिया करने से पहले अच्छे लोगों से विचार विमर्श करना अच्छा माना जाता है.
2. शांत हो जाएं, ठन्डे दिमाग से सोचें फिर जरुरी हो तो हल्का गुस्सा व्यक्त करें
किसी भी वाद-विवाद में तुरंत अपना गुस्सा न व्यक्त करें, जैसे आप स्पष्ट रूप से सोच रहे हैं, अपनी नाराजगी को एक मुखर लेकिन अच्छे तरीके से व्यक्त करें। अपनी चिंताओं और जरूरतों को स्पष्ट रूप से और सीधे दूसरों को बताए. उन्हें नियंत्रित करने की कोशिश न करें।
3. ध्यान और व्यायाम
ध्यान, योग और व्यायाम करने से मानसिक तनाव कम होता है, मानसिक तनाव ही क्रोध का मुख्य कारण है इसलिए रोजमर्रा में आपको कुछ समय ध्यान और व्यायाम के लिए भी निकलना चाहिए ताकि मन शांत और तन स्वस्थ रह सके.
4. संभावित समाधानों की पहचान करें
किसी भी परिस्थिति के दुष्परिणाम सोचने से पहले उसका हल सोचें. धैर्य यूँ तो एक छोटा सा शब्द है लेकिन बड़े बड़ो के पास इसकी कमी पायी जाती है. इसलिए किसी भी मुश्किल को सकारात्मक नजरिये से देखिये, बिना डरे और क्रोधित हुए उसके समाधानों की पहचान करिये और धैर्य रखिये क्यूंकि समय हर दर्द का इलाज है.
5. हास्य
आपको गुस्सा को कम करने लिए हास्य का प्रयोग करना चाहिए। इससे मन चंचल और सबक माफ़ करने वाला बना रहता है व्यंग्य से बचें, यह भावनाओं को आहत कर सकता है और चीजों को बुरा बना सकता है.
हालांकि कोरोना अभी भी खत्म नहीं हुआ है, तो Mental Health के साथ अपनी Physical Health का ख्याल रखना भी उतना ही जरुरी है, अतः घर में रहे और सुरक्षित रहे मतलब कि Stay Home Stay Safe, और बहुत जरुरी होने पर ही बाहर जाये।
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तो ऊपर दिए गए लेख में आपने पढ़ा क्रोध प्रबंधन क्या है? (What is Anger Management in Hindi?), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।
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Good knowledge..thanks 🙂