History of Himachal Pradesh in Hindi

Last updated on: October 19th, 2021

History of Himachal Pradesh in Hindi
History of Himachal Pradesh & Interesting Facts in Hindi | हिमाचल प्रदेश का इतिहास और रोचक तथ्य

History of Himachal Pradesh & Interesting Facts in Hindi | हिमाचल प्रदेश का इतिहास और रोचक तथ्य

हिमाचल प्रदेश को देवी-देवताओं की भूमि कहा जाता है। यहां के अधिकतर लोग काफी धार्मिक प्रकृति के होते हैं। यही वजह है कि हिमाचल के प्रत्येक गांव और क्षेत्र में स्थानीय देवी देवताओं को पूजा जाता है।

हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक रूप से काफी सुंदर राज्य है। यह चौतरफा बर्फीली पहाड़ियों से घिरा हुआ है। जिस वजह से यहां का मौसम भी काफी ठंडा होता है। हिमाचल का शिमला भी विश्व भर में प्रसिद्ध है यहां पर हर साल कई पर्यटक घूमने आते हैं।

आइए जानते हैं हिमाचल प्रदेश से संबंधित कुछ जानकारियों के बारे में:-

हिमाचल प्रदेश का इतिहास (History of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश 1857 तक महाराजा रणजीत सिंह के अधीन था। साल 1956 में जाकर इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया। लेकिन 1971 में जब हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम पारित किया गया उसके बाद यह 25 जनवरी 1971 को भारत का 18वा राज्य बना।

हिमाचल प्रदेश की जनसंख्या (Himachal Pradesh Population)

वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक हिमाचल प्रदेश की कुल आबादी 68,64,602 है। जिसमें पुरुषों की आबादी 3,481,035 व महिलाओं की आबादी 3,832,567 है।

हिमाचल प्रदेश का भौगोलिक क्षेत्र (Geographical Location of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश, हिमालय पर्वत की शिवालिक श्रेणी से संबंधित है यहां पर कई प्रमुख नदियां जैसे घग्गर नदी, सतलुज, व्यास इस शिवालिक श्रेणी से निकलती है। हिमाचल प्रदेश का क्षेत्रफल 55,673 वर्ग किलोमीटर है। हिमाचल की सीमाएं उत्तर में जम्मू कश्मीर से पश्चिम में पंजाब से, पूर्व में उत्तराखंड से तथा दक्षिण में उत्तर प्रदेश से लगती है।

हिमाचल प्रदेश के जिले (Districts of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 12 है। जनसंख्या की दृष्टि से इस प्रदेश में सबसे बड़ा जिला सोलन और क्षेत्रफल के लिहाज से सबसे बड़ा जिला लाहौल और स्पीति है। वहीं क्षेत्रफल के आधार पर इसका छोटा जिला हमीरपुर है।

हिमाचल प्रदेश की भाषाएं (Official Language of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी राज्य है। जहां पर बोली जाने वाली भाषा का नाम पहाड़ी होता है। लेकिन पहाड़ी किसी क्षेत्र विशेष की भाषा ना होकर समूह से संबंधित है इसलिए यहां बोली जाने वाली भाषा को हिमाचली भाषा के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा भी हिमाचल में कई अन्य भाषाएं बोली जाती हैं। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में चमोली भाषा बोली जाती है। इसके अलावा यहां पर कई स्थानीय भाषा जैसे भटियाली, चुराही, पंगवाली और भरमौरी भी बोली जाती है। इसके बिलासपुर जिले में बिलासपुरी या कहलूरी बोली जाती है। सिरमौर में सिरमौरी बोली जाती है वही यहां की प्रमुख बोलियां, बिशवाई और घारटी है।

इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में तुकपा, न्यामकात, पहाड़ी, भोटी,मंचन्द, लाहौरी आदि भाषाएं बोली जाती हैं।

हिमाचल प्रदेश की वेशभूषा (Traditional Attire of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश का पहनावा काफी विशिष्ट और सुंदर है। यहां की महिलाएं और पुरुष खुद को आभूषणों और सुंदर परिधानों से अलंकृत करते हैं। हिमाचल प्रदेश की महिलाएं अलग-अलग तरह के परिधान पहनती हैं। इनके नाम भी काफी अलग होते हैं। यहां की महिलाएं गद्दियों से बना हुआ एक चोला पहनती हैं, जिसे चोलू या फिर चोला-डोरा के नाम से जाना जाता है। महिलाओं की यह वेशभूषा काफी ज्यादा लोकप्रिय है। इसके अलावा हिमाचल के अलग-अलग क्षेत्रों में महिलाएं कुछ विशिष्ट कपड़े पहनती है।

हिमाचल के कुल्लू और मध्य क्षेत्रों में पुरुष दोहड़ु और स्त्रियां ढियाठु नामा कपड़े पहनती हैं। दरअसल दोहड़ु एक प्रकार की चादर होती है जिसे कमर के नीचे बांधा जाता है। यह भेड़ो से प्राप्त विशिष्ट ऊन से बनाई जाती है। वहीं ढियाठु को महिलाएं माथे पर बनती है यह सूती से बना हुआ कपड़ा होता है। कोटगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों की महिलाएं रेजटा नामक कपड़े पहनती हैं। यह भी एक तरह का कोट होता है जो कि शरीर के ऊपरी भाग से लेकर पैरों तक रहता है।

हिमाचल प्रदेश के पुरुष कुल्लू टोपी पहनते हैं जो कि पूरे देश भर में प्रसिद्ध है। शिमला क्षेत्र में बुशैहरी टोपी और कोटनुमा लोइया काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थल (Famous Tourist Places of Himachal Pradesh)

  • कसौल

हिमाचल प्रदेश कसौल में आपको मंत्र मुक्त कर देने वाले दृश्य देखने को मिलेंगे। हर साल में आपको पार्वती घाटी और पार्वती नदी देखने को मिलेगी जिसके आसपास की सुंदरता विस्मरणीय हैं चारों तरफ से आपको हरे-भरे पहाड़ दिखाई देंगे।

  • मैकलोड़गंज

मैकलोडगंज, कांगड़ा में स्थित है इसे छोटा लहासा भी कहा जाता है। इसके पीछे की वजह यह है कि यहां पर बहुत सारे तिब्बती निवास करते हैं। लहासा 14वे दलाई लामा का निवास स्थान भी है इसलिए इसमें आपको पर्वतीय स्थल और धार्मिक स्थल का मिश्रण नजर आएगा। यहां पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की लंबी भीड़ लगी होती है क्योंकि श्रद्धालु ज्यादातर भिक्षुओं और बौद्धों की जीवन शैली से रूबरू होना चाहते हैं।

  • धर्मशाला

यदि आप प्रकृति प्रेमी है और प्राकृतिक सुंदरता देखना चाहते हैं तो इसके लिए धर्मशाला सबसे उपयुक्त विकल्प होगा क्योंकि धर्मशाला में आपको धौलाधार पर्वत श्रृंखला और शांत माहौल में स्वर्ग जैसे अनुभूति होगी। धर्मशाला समुद्र से 1,475 मीटर ऊपर बसा हुआ है।

हिमाचल प्रदेश के त्योहार (Festivals of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश में कई त्यौहार मनाए जाते हैं। हम आपको ऐसे पांच त्योहारों के बारे में बताएंगे जो कि हिमाचल प्रदेश राज्य में मनाए जाते हैं:-

  • हलदा त्योहार:- हिमाचल प्रदेश के लाहौल जिले में हल्दा त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार जनवरी महीने में मनाया जाता है। जोकि देवी शिस्त्रआपा के सम्मान में मनाया जाता है।
  • साजो त्योहार:- यह त्योहार इसलिए मनाया जाता है क्योंकि लोगों का मानना है कि इस दौरान ग्राम देवता विदाई लेते हैं इसीलिए इस त्यौहार के दिन मंदिरों को बंद रखा जाता है और गाड़ियों को खुला रखा जाता है। यह मान्यता है कि इस दिन सभी देवता स्वर्ग में छोटी नींद लेने जाते हैं।
  • फुलिच त्योहार:- फुलिच त्यौहार यानी कि फूलों का त्यौहार जो कि सितंबर महीने में 8 दिनों तक मनाया जाता है। इस त्यौहार के दौरान सभी स्थानीय भगवानों को रंगीन कपड़े और गहनों से सजाया जाता है और त्योहार के अंतिम दिन बकरी और मेमन की बलि के बाद मंदिरों के अंदर लाया जाता है।
  • जागरा त्योहार: इस त्यौहार को सितंबर महीने के चौथे दिन आयोजित किया जाता है। जागरा त्यौहार में शिमला, किन्नौर जिला तथा सिरमौर क्षेत्रों में महासू देवता का पूजन किया जाता है। इस दिन भक्त अपने आराध्य देवता के लिए नाचते और गाते हैं।
  • गोची त्योहार: यह त्यौहार गुमरंग कोठी में आयोजित किया जाता है इस दिन सभी परिजन आपस में मिलकर जोहार को मनाते हैं।

हिमाचल प्रदेश से संबंधित 11 महत्वपूर्ण जानकारियां (Interesting & Amazing facts about Himachal Pradesh in Hindi)

  1. हिमाचल प्रदेश के कसोल को मिनी इसराइल के उपनाम से पुकारा जाता है।
  2. हिमाचल प्रदेश को देवी-देवताओं भूमि कहा जाता है क्योंकि यहां पर प्रत्येक गांव में अपने निजी स्थानीय देवी देवता होते हैं।
  3. हिमाचल प्रदेश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में मणिमहेश कैलाश शिखर शामिल है।
  4. हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी के यशवंत सिंह परमार थे।
  5. हिमाचल प्रदेश में ब्रिटिश काल के दौरान कुछ बोर्डिंग स्कूल बनाए गए थे जो अभी चल रहे हैं।
  6. हिमाचल प्रदेश की दो राजधानियां है इसकी ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला है जबकि शीतकालीन राजधानी का नाम धर्मशाला है।
  7. साल 2013 में तंबाकू पर प्रतिबंध लगाया गया जिसके बाद हिमाचल प्रदेश भारत का पहला तंबाकू मुक्त राज्य बना।
  8. हिमाचल प्रदेश में कई विश्वविद्यालय और कॉलेज है इस राज्य में करीब 17000 शिक्षण संस्थान है।
  9. हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची पर्वत चोटी का नाम रेओ पुर्जील है।
  10. भारत की कुल साक्षरता दर में हिमाचल प्रदेश 11वी साक्षर राज्य की श्रेणी में आता है।
  11. हिमाचल प्रदेश के सोलन में मशरूम का उत्पादन किया जाता है यह उत्पादन काफी मात्रा में होता है इसीलिए इसे मशरूम सिटी के नाम से भी जाना जाता है।

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तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना हिमाचल प्रदेश का इतिहास और रोचक तथ्य (Himachal Pradesh History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

Bharti
Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।