माँ कालरात्रि
माँ कालरात्रि सप्तम रूप माँ जगदम्बे का माँ कालरात्रि कहलाये, शुभकारी फल देती मैय्या शुभंकारी भी कहलाये। रुप भयानक, डरावनी पर भक्तों को नहीं कमी,दुष्टों का विनाश है करतीकाल विनाशिनी माँ। भूत प्रेत सब दूर रहेअग्नि, जल,शत्रु का न भय,ग्रहबाधा का नाश करेकालरात्रि माँ। एकनिष्ठ, नियम,संयम सेपवित्र मन,वाणी,काया से,जो भी माँ का ध्यान करेमाँ उसकी […]