PhD का Full Form

PhD ka Full Form in Hindi
PhD का Full Form क्या होता है | What is the full form of PhD in Hindi

PhD का Full Form क्या होता है | What is the full form of PhD in Hindi

हर Student की यह इच्छा होती है कि वे ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करें और अच्छे संस्थानों में नौकरी हासिल करें। यह तो आप भी जानते हैं कि आप जितना ज्यादा पढ़ते हैं उसी हिसाब से आपको अच्छी नौकरी मिलती है। इसलिए बहुत सारे छात्र PhD की पढ़ाई करते हैं जिससे उनके लिए Job की संभावनाएं बढ़ जाए।

लेकिन बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता होता कि PhD क्या है? (What is PhD?), PhD कैसे करें? (How to do PhD in India?), PhD के लिए योग्यताएं क्या है? (Eligibility Criteria For Ph.D). इसीलिए इस Article में हम आपको PhD से जुड़ी हर जानकारी देंगे। तो चलिए शुरू करते हैं:-

PhD Full Form in Hindi

PhD का Full Form होता है, “Doctor of Philosophy” जिसे कभी-कभी “Doctorate of Philosophy” कहा जाता है।

PhD एक सम्मानजनक डिग्री है जिसे पूरा करने के पश्चात आपके नाम के आगे “Dr.” लिखा जाने लगता है।

PhD क्या है? (What is PhD?)

PhD एक उच्च स्तरीय डिग्री होती है जिसे हासिल करने के पश्चात आपके पास नौकरी की कई संभावनाएं खुल जाती है। आप जिस विषय से PhD करेंगे उस विषय के ज्ञाता कहलाएंगे। कुछ देशों में तो PhD को सबसे उच्च डिग्री माना जाता है। इसके साथ ही यदि आप किसी कॉलेज के Professor बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास PhD की डिग्री होनी जरूरी है।

PhD करने के लिए कुछ योग्यताओं का होना जरूरी है, जैसे सिर्फ वही लोग PhD कर सकते हैं जिन्होंने मास्टर की डिग्री हासिल की है। इन योग्यताओं की चर्चा हम आगे लेख में करेंगे। पहले यह जान लेते हैं पीएचडी कितने साल की होती है?

PhD कितने साल की होती है? (What is the duration of PhD course?)

वैसे तो PhD कोर्स 3 साल का होता है लेकिन इस कोर्स को 5 से 6 साल के भीतर पूरा किया जाता है। अधिकतर Student इसे 3 साल के भीतर ही पूरा कर लेते हैं तो बहुत से छात्रों को इसमें 5 से 6 साल लग जाते हैं क्योंकि यह पूरी तरह से Researcher और Guide पर निर्भर करता है। PhD Course का Duration अलग-अलग Institute में अलग हो सकता है।

PhD के लिए योग्यताएं (Eligibility Criteria for PhD)

  1. PhD के लिए Graduation की Degree होनी जरूरी है।
  2. Graduation के बाद Masters की Degree आवश्यक है।
  3. कई कॉलेज सिर्फ उन्हीं उम्मीदवारों को Admission देते हैं जिन्होंने M.Phil की डिग्री हासिल की है।
  4. PhD के लिए आपको UGC NET का Exam पास करना जरूरी होता है।
  5. इस Exam में आपको न्यूनतम अंक लाने जरूरी है। अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी अलग-अलग अंक पर एडमिशन करवाते हैं। हालांकि इस टेस्ट में छात्रों को 55% से 60% अंक लाना जरूरी होता है।

PhD में कितनी फीस लगती है? (PhD Fee Structure)

PhD की Fees पूरी तरह से विश्वविद्यालयों पर निर्भर करती है। कई सरकारी विश्वविद्यालयों में PhD की फीस काफी कम होती है जबकि प्राइवेट संस्थानों में यह ज्यादा होती है। आप जिस भी कॉलेज अथवा यूनिवर्सिटी में प्रवेश करना चाहते हैं उससे संबंधित वेबसाइट पर जाकर उनका Fee Structure चेक करें। भारत में PhD Course की अनुमानित फीस 50,000 से लेकर 1.25 लाख तक हो सकती है।

PhD कैसे करें? (How to do PhD?)

PhD करने के लिए आपको क्रमबद्ध रूप से पढ़ाई करनी जरूरी है। हम नीचे कुछ चरणों के बारें में बता रहे हैं, जिन्हें Follow करते हुए आप भी PhD कर सकते हैं:-

  • 12वीं कक्षा पास करें

PhD करने के लिए आपको 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करना जरूरी है। इसके लिए आप उसी विषय का चुनाव करें जिसमें आप भविष्य में PhD करने के इच्छुक हों। विषय के Selection के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि जो विषय आपके पसंद का हो उसी का चयन करें क्योंकि इसी विषय में आपको भविष्य में लंबी पढ़ाई करनी है। विषय के चयन के साथ ही अच्छे अंको से उत्तीर्ण होना भी जरूरी है। कम से कम आप 70 फ़ीसदी अंको से 12वीं पास करें।

  • Graduation Complete करें

जैसे ही आप 12वीं कक्षा पास कर ले सीधा कॉलेज में Admission ले। इसमें आप Undergraduate Degree Courses में Admission ले सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे आपको उसी विषय में Graduation पूरी करनी है जिसमें आपको PhD करनी है। Graduation के दौरान आपको अच्छे अंको से उत्तीर्ण होना जरूरी है।

  • मास्टर्स की डिग्री हासिल करें

Graduation के बाद आपको पोस्ट Graduation यानी कि Master’s की डिग्री हासिल करनी है। स्नातकोत्तर स्तर पर आपको कम से कम 55 फीसदी अंक लाना जरूरी है जिससे आप PhD के लिए Eligible हो जाए।

  • यूजीसी नेट परीक्षा पास करें

जैसे ही आप मास्टर की डिग्री 55 फ़ीसदी अंकों के साथ हासिल कर लेते हैं तब आप UGC NET परीक्षा हेतु आवेदन कर सकते हैं। आपको बता दें, यूजीसी नेट को साल में दो बार आयोजित किया जाता है। यह बेहद जरूरी चरण है क्योंकि इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के पश्चात ही आप PhD प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन कर पाएंगे।

  • PhD प्रवेश परीक्षा पास करें

PhD की प्रवेश परीक्षा अलग-अलग विश्वविद्यालय में अलग-अलग होती है। आप जिस University में एडमिशन लेना चाहते हैं वहां के Admission Process को आपको जानना जरूरी है। PhD प्रवेश परीक्षा पास करने के उपरान्त आपको Interview के लिए बुलाया जाता है जिसमें Research Interest Area के सम्बन्ध में छात्रों से बातचीत की जाती है। जिन छात्रों का चयन हो जाता है उन्हें PhD में एडमिशन दिया जाता है। इसके साथ ही आपको बता दें, कई यूनिवर्सिटी में Medical Test, English Language Test भी लिए जाते हैं इसीलिए खुद को पहले से ही Prepare करके रखें।

आइए विस्तार से जानते हैं PhD प्रवेश परीक्षा की पूरी प्रक्रिया के बारे में:-

PhD की प्रवेश परीक्षा (PhD entrance exam)

विभिन्न शिक्षण संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे PhD Courses में एडमिशन के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा देना होता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए निम्नलिखित चरणों को ध्यान में रखना जरूरी है:-

  • चरण 1: आप जिस भी यूनिवर्सिटी से PhD करने के इच्छुक हैं उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर PhD पाठ्यक्रम के बारे में पूरी तरह से पढ़ें। उसके बाद अपने अनुसंधान क्षेत्र का चयन करें जिसमें आप PhD करना चाहते हैं।
  • चरण 2: उम्मीदवार यदि अपने पसंद के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें समाचार पत्रों के विज्ञापनों तथा उन विश्वविद्यालय के आधिकारिक वेबसाइट को टाइम टू टाइम देखते रहना जरूरी है क्योंकि पाठ्यक्रम चक्र के शुरू होने से 4 से 5 महीने पहले ही इसकी अधिसूचना जारी की जाती है।
  • चरण 3: इसके बाद छात्र जिस शैक्षणिक संस्था में एडमिशन लेना चाहते हैं। उसके अनुसार उपलब्ध कराए जा रहे पाठ्यक्रम के लिए आवेदन पत्र भरकर जमा करें। इसके साथ ही उम्मीदवारों को उस आवेदन पत्र के साथ आवश्यक Documents तथा आवेदन की फीस जमा करनी होगी।
  • चरण 4: कई शैक्षणिक संस्थान उम्मीदवारों का आवेदन पत्र के साथ शोध प्रस्ताव भी प्रस्तुत करने के लिए कहते हैं। इस शोध प्रस्ताव को उसी यूनिवर्सिटी की अनुसंधान इकाई में जमा किया जाता है।
  • चरण 5: जब आप PhD पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करते हैं तब इस आवेदन में शिक्षण संस्थानों द्वारा उम्मीदवारों के नाम से एक शार्ट लिस्ट जारी किया जाता है जो कि प्रवेश परीक्षा दे सकते हैं।
  • चरण 6: जो छात्र प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं उन्हें उनके द्वारा चुने गए PhD Courses के तहत शोध के लिए मार्गदर्शक को नियुक्त किया जाता है।

PhD कोर्स करने के फायदे क्या है? (What are the benefits of doing PhD course?)

  1. आप जिस फील्ड से PhD करते हैं आप उस फील्ड के Expert कहलाएंगे।
  2. PhD की डिग्री हासिल करने के पश्चात आप कॉलेज में Professor बन सकते हैं।
  3. PhD पूरा करने के पश्चात आपके नाम के आगे डॉक्टर(Dr.) लग जाएगा, जो कि काफी सम्मान जनक माना जाता है।
  4. PhD करने वाले उम्मीदवारों को अक्सर क्रिएटर ऑफ इंफॉर्मेशन कहा जाता है।
  5. PhD करने से आप उक्त विषय के ज्ञाता बन जाएंगे।
  6. PhD करने के पश्चात आपके लिए नौकरी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। ज्यादातर कंपनियां उन्हीं उम्मीदवारों को नियुक्त करना चाहती हैं जिन्हें उस विषय में बेहतर समझ हो।

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तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना PhD का Full Form क्या होता है? (What is the full form of PhD in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।