HINDI KAVITA: मेरी मातृ भूमि
Last updated on: September 28th, 2020 मेरी मातृ भूमि वो जो शौर्य का शिखर हुयीवो जो शत्रुओं का डर हुयीवो काल थी हर काल का सूरज थी वो स्वराज्य काजो मिट गयी माटी पे थीमैं इस माटी की वो बेटी होना चाहती हूँहाँ मैं लक्ष्मीबाई होना चाहती हूँ | वो जो मेरी मातृ भूमि को […]