HINDI KAVITA: Munshi Premchand
मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष लमही बनारस में31 जुलाई 1880 को जन्मेंअजायबराय आनंदी देवी सुत प्रेम चंद।धनपतराय नाम था उनकालेखन का नाम नवाबराय। हिंदी, उर्दू,फारसी के ज्ञाताशिक्षक, चिंतक, विचारक, संपादककथाकार,, उपन्यासकारबहुमुखी ,संवेदनशील मुंशी प्रेमचंदसामाजिक कुरीतियों से चिंतितअंधविश्वासी परम्पराओं से बेचैनलेखन को हथियार बनापरिवर्तन की राह पर चले, समाज का निचला तबका होया समाज में फैली […]