HINDI KAVITA: कड़वाहट
कड़वाहट जज्ब़ातों में लिपटा हुआ इक मधुर अनुरोध.. अनुरोध की पुनरावृत्ति , माॅग… माॅग की जिद , जिद से जन्मा इक इन्कार… इन्कार का निराधार आधार.. निराधार आधार से प्रज्जवलित क्रोध… क्रोध की चिता पर क्षणिक जलते जज्ब़ात… जज्ब़ातों की राख , हृदय की जमीं… जमीं पर छिड़की राख , पुनः अंकुरित पौधे… पौधों पर […]