HINDI KAVITA: सहन

Last updated on: November 4th, 2020

सहन

जो बात बात पर बने परशुराम
वीरता और क्रोध के कारण पाए सम्मान

जब वह सामने आए
भय के मारे सबके सर झुक जाए

क्रोध और वीरता के कारण पाए सम्मान
क्योंकि नहीं है उनमे सहन शक्ति का कोई भी ज्ञान

लेकिन राम जैसा वीर जो पाए सबसे जय जयकार
क्योंकि नहीं है उनमे क्रोध के बाण

इसलिए राम है सहनशक्ति के एक अच्छे आधार
अब आप बताए आप क्या है राम या परशुराम

Read Also:
HINDI KAVITA: दहेज प्रथा
HINDI KAVITA: ज़िन्दगी से दोस्ती
HINDI KAVITA: पल
HINDI KAVITA: मुक्त ही करो
HINDI KAVITA: कमाल

अगर आप की कोई कृति है जो हमसे साझा करना चाहते हो तो कृपया नीचे कमेंट सेक्शन पर जा कर बताये अथवा contact@helphindime.in पर मेल करें.

यह कविता आपको कैसी लगी ? नीचे 👇 रेटिंग देकर हमें बताइये।

1 Star2 Stars3 Stars4 Stars5 Stars (1 votes, average: 5.00 out of 5)
Loading...

कृपया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और whatsApp पर शेयर करना न भूले 🙏 शेयर बटन नीचे दिए गए हैं । इस कविता से सम्बंधित अपने सवाल और सुझाव आप नीचे कमेंट में लिख कर हमे बता सकते हैं।

Author:

नाम हेमंत सोलंकी है, निवासी दिल्ली का हूंँ। लेखक बनने का है सपना और शुद्ध कर सको समाज को यह अरमान है अपना। 🙏🏻😊