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History of Delhi & Interesting Facts in Hindi | दिल्ली का इतिहास और रोचक तथ्य
दिल्ली को भारत का ‘दिल’ कहा जाता है। यह भारत की राजधानी होने के साथ ही एक केंद्र शासित प्रदेश भी है। समय-समय पर आप दिल्ली के बारे में कई खबरें देखते और सुनते आए हैं।
कभी राजनीतिक हलचल की वजह से, कभी बड़े आयोजन, कभी अपराध तो कभी प्रदूषण की वजह से दिल्ली हमेशा सुर्खियों पर बनी रहती है। लेकिन इसके बारे में कुछ खास बातें कम ही लोगों को पता है इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको दिल्ली से संबंधित सभी जानकारियों के बारे में बताएंगे। तो आइए जानते हैं भारत की राजधानी दिल्ली से जुड़ी कुछ बातें:-
नाम | दिल्ली |
राजभाषा | हिन्दी |
अन्य भाषाएं | पंजाबी, उर्दू, अंग्रेजी |
जनसंख्या | 16,787,941 (2011) |
क्षेत्रफल | 1,484 वर्ग किमी |
साक्षरता दर | 86.21% (2011) |
राजकीय पक्षी | गौरैया |
राजकीय पशु | नीलगाय |
दिल्ली का इतिहास (History of Delhi)
दिल्ली का इतिहास काफी विस्तृत है। महाभारत में इसे ‘इंद्रप्रस्थ’ के रूप में उल्लिखित किया गया है। दरअसल, उस दौरान यह पांडवों की राजधानी हुआ करती थी। दिल्ली पर समय-समय पर कई राजवंशों का शासन भी रहा है, गुप्त, पल्लव, मौर्य, पाल आदि इनमे प्रमुख थे। इनके बाद 15वीं शताब्दी में अफगान और तुर्कों ने यहां पर राज किया। 16वी सदी के आते-आते यह क्षेत्र मुगलों के कब्जे में आ गया।
18वीं शताब्दी में दिल्ली पर ब्रिटिश हुकूमत प्रारम्भ हुई। पहले भारत की राजधानी दिल्ली न होकर कोलकाता हुआ करती थी परन्तु 1911 में दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया इसके पश्चात दिल्ली को सभी प्रमुख गतिविधियों का केंद्र बनाया गया। 1947 में जब भारत स्वतंत्र हुआ उस वक़्त दिल्ली को राजधानी के रूप में स्वीकृत किया गया। वर्ष 1956 में दिल्ली को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया। 1 फरवरी 1992 को इस केंद्र शासित प्रदेश को नया नाम ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली- NCR’ दिया गया।
दिल्ली के संबंध में एक और जानकारी महत्वपूर्ण है। कुछ लोगों को लगता है कि दिल्ली और नई दिल्ली दोनों एक ही है। लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि नई दिल्ली भारत की राजधानी है और यह दिल्ली का हिस्सा है।
दिल्ली का नामकरण (The History Behind Delhi’s Name)
वैसे तो दिल्ली का नाम आखिर दिल्ली कैसे पड़ा? इस बारे में कोई निश्चित जानकारी नहीं मिलती। लेकिन कुछ इतिहासकारों का मानना है कि दिल्ली का यह नाम, प्राचीन राजा ‘ढिल्लू’ के नाम से संबंधित है। वहीं कुछ इतिहासकार कहते हैं कि दिल्ली का नाम दहलीज शब्द विकृत रूप है। दरअसल, ‘हिंदुस्तानी’ का अर्थ चौखट होता है जो कि सिंधु, गंगा समभूमि के प्रवेश द्वार होने का सूचक है।
दिल्ली की जलवायु (Climate of Delhi)
यदि बात करें दिल्ली की जलवायु की तो यहां गर्मियों के दौरान तापमान 30°C से लेकर 44°C तक पहुंच जाता है। वहीं सर्दियों के मौसम में दिल्ली का तापमान 7°C से 18°C के आसपास होता है। दिल्ली में मानसून का मौसम जून से लेकर अक्टूबर के बीच होता है। अगर औसत बारिश की बात की जाए तो दिल्ली में औसत बारिश 71.5 मिमी के करीब होती है।
दिल्ली की भौगोलिक स्थिति (Geographical Location of Delhi)
दिल्ली का क्षेत्रफल 1,484 वर्ग किलोमीटर है। इसके 783 वर्ग किलोमीटर के हिस्से में ग्रामीण क्षेत्र और 700 वर्ग किलोमीटर के हिस्से में शहरी क्षेत्र है। दिल्ली दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियों तथा पूर्व में यमुना नदी से घिरा हुआ है। दिल्ली के यमुना के किनारे के मैदान बांगर के नाम से प्रचलित है। दिल्ली का सबसे ऊंचा स्थान ‘भाटीगांव’ माना जाता है क्योंकि समुद्र तल से इस क्षेत्र की ऊंचाई 322 मीटर है।
दिल्ली का राजकीय पक्षी गौरैया है, वहीं राजकीय पशु नीलगाय है।
दिल्ली की जनसंख्या (Population of Delhi)
2011 में की गई जनगणना के मुताबिक दिल्ली की आबादी 16,787,941 थी। इसमें पुरुषों की आबादी 8,987,326 तथा महिलाओं की जनसंख्या 7,800,615 थी। 2011 के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली की साक्षरता दर 86.21% थी।
इसमें पुरुष साक्षरता दर 90.94% और महिला साक्षरता दर 80.76% है। 2020 के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली की अनुमानित जनसंख्या 19,301,096 है। वहीं 2021 के आंकड़ों के अनुसार पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या 10,332,492 और महिलाओं के अनुमानित जनसंख्या 8,968,603 है।
दिल्ली के जिले (Districts of Delhi)
दिल्ली में जिलों को दो भागों में विभाजित किया गया है। एक है राजस्व जिले(Revenue Districts) और दूसरा पुलिस जिले(Police Districts)। राजस्व जिलों की संख्या 11 है जबकि पुलिस जिलों की संख्या 15 है। आपको बता दें, राजस्व जिलों के पदाधिकारी आईएएस(IAS) होते हैं।
जबकि पुलिस जिले के प्रमुख पदाधिकारी आईपीएस(IPS) होते हैं। इनका पदनाम DCP होता है। DCP का मतलब होता है‘डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस’।
जनसंख्या के आधार पर उत्तरी दिल्ली सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला जिला है जबकि सबसे कम जनसंख्या वाले जिले का नाम कनॉट प्लेस है।
दिल्ली की भाषा (Official Language of Delhi)
वैसे तो दिल्ली की आधिकारिक भाषा हिंदी है। लेकिन यहां पर अलग-अलग राज्य और जन समुदाय के लोग निवास करते हैं जिस वजह से आपको यहां पर हर भाषा और बोली का प्रयोग होता दिखाई देगा। वैसे दिल्ली में मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी शामिल है।
दिल्ली की वेशभूषा (Traditional Attire of Delhi)
दिल्ली में भारत के सभी राज्यों से लोग आकर यहां बसते हैं। जिस वजह से यहां की संस्कृति और पहनावा काफी मिला-जुला है। यहां पर हर राज्य के लोग अपने-अपने राज्य के पहनावे को प्रमुखता देते हैं।
हालांकि दिल्ली के पुरुषों की वेशभूषा में पेंट-कमीज, टी-शर्ट और कुर्ता-पजामा आदि शामिल होते हैं। वहीं महिलाएं यहां पर सलवार, कमीज, दुपट्टा, सलवार, सूट साड़ियां आदि पहनती हैं।
दिल्ली का खानपान (Traditional Food of Delhi)
दिल्ली की संस्कृति की छटा यहां के खानपान में भी दिखती है। यहां पर राजस्थान, महाराष्ट्र, बंगाल, पंजाब जैसे तमाम राज्यों में प्रसिद्ध खानपान यहां देखने को मिलेंगे। लेकिन दिल्ली के कई भागों में पंजाबी और मुगलई खाना जैसे कबाब, बिरयानी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
इसके अलावा यहां पर दक्षिण भारतीय खाने जैसे इडली, डोसा, सांभर भी बहुत लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं। अगर आपको भारत के विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध खानों के स्वाद को चखना है तो आपको सभी तरह के खानपान का स्वाद दिल्ली में ही मिलेगा।
दिल्ली के प्रमुख त्योहार (Major Festivals of Delhi)
दिल्ली में सभी धर्म, जाति समुदाय के लोग निवास करते हैं। यहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्मों के लोग अपने-अपने त्योहारों को काफी धूमधाम से मनाते हैं। यहां के प्रमुख त्योहारों में दीपावली, होली, दशहरा गुरु पर्व, क्रिसमस, महाशिवरात्रि, ईद-उल-फितर जैसे तमाम त्योहार मनाए जाते हैं।
यहां पर राष्ट्रीय पर्व जैसे कि गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती को हर्षोल्लास के साथ आम जमानत के बीच मनाया जाता है। इसके अलावा दिल्ली में कुछ अपने वार्षिक उत्सव का भी आयोजन किया जाता है। इसमें शालीमार उत्सव, रोशनारा उत्सव, आम महोत्सव, जहाने-ख़ुसरो उत्सव आदि प्रमुख है।
दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major Tourist Places of Delhi)
दिल्ली भारत की राजधानी होने के साथ ही पर्यटन का मुख्य केंद्र भी है। यहां पर देश और विदेश से कई पर्यटक घूमने आते हैं। यदि आप इतिहास प्रेमी हैं तो यहां पर आपको कई ऐतिहासिक इमारतें देखने को मिलेंगी। दिल्ली प्राचीनता और आधुनिकता का अद्भुत मिश्रण है। ऐसे में यहां पर कई दर्शनीय स्थल है। तो चलिए जानते हैं दिल्ली के प्रमुख दर्शनीय स्थलों के बारे:-
- हौज खास विलेज
दिल्ली का हौज खास विलेज दक्षिण दिल्ली में स्थित है। इस जगह पर आपको शहरी संस्कृति तथा इस्लामिक वास्तुकला के अवशेष देखने को मिलेंगे। इसकी सुंदर वास्तुकला के साथ ही आपको यहां पर कई ज्यादा कैफे, बार, पब, नाइट क्लब व रेस्तरां भी देखने को मिलेंगे। यहां पर पर्यटकों का हमेशा जमावड़ा लगा रहता है।
- कुतुब मीनार
कुतुबमीनार को दुनिया की सबसे ऊंची मीनार कहा जाता है। इस स्थल को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल का स्थान दिया है। यह जगह महरौली में स्थित है तथा इसका निर्माण दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबु-उद्दीन-ऐबक ने 1192 में करवाया था। कुतुबमीनार का नजारा देखकर आपको भारत के समृद्ध इतिहास का ज्ञान होगा। यहां पर आयरन पिलर, हवाई दरवाजा जैसी कई संरचनाएं भी देखने को मिलेंगी। दिल्ली के लोग यहां पर ज्यादातर पिकनिक के लिए आते हैं। यह पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल है।
- लाल किला
लाल किला दिल्ली के केंद्र में स्थित है। प्राचीन काल में यह मुगल वंश के सम्राट अशोक का निवास स्थान हुआ करता था। इसका निर्माण शाहजहां द्वारा 1638 में किया गया था। यह मुगल सम्राटों का औपचारिक और राजनीतिक केंद्र था। लाल किले का महत्व इस बात से भी है कि यहां पर भारत के प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज यानी कि तिरंगा फहराते हैं। साल 2007 में यूनेस्को ने लाल किले को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया था।
तो ऊपर दिए गए लेख में आपने जाना दिल्ली का इतिहास और रोचक तथ्य (Delhi History and Interesting Facts in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।
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Author:
भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।