History of Red Fort in Hindi

History of Red Fort in Hindi
History of Red Fort in Hindi | लाल किले का इतिहास

History of Red Fort in Hindi | लाल किले का इतिहास

आज के इस आर्टिकल में हम लाल किले के बारे में पढ़ेंगे, इसमें हम लाल किले से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी हासिल करेंगे।

भूमिका (Introduction)

भारत जैसे प्राचीन सभ्यता और संस्कृति के धनी देश में कई ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं। इन सभी निर्माणों में रेड फोर्ट एक प्रसिद्ध एवं ऐतिहासिक इमारत है। इसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां के द्वारा वर्ष 1648 में करवाया गया। लाल किला नई दिल्ली में यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। वर्ष 2007 में यूनेस्को ने लाल किले (Red Fort) को विश्व धरोहर स्थल की सूची में सम्मिलित किया था।

लाल किले का इतिहास (History of Lal Quila In Hindi)

मुगल बादशाह शाहजहां ने एक दफ़ा अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली में स्थानांतरित करने का फैसला लिया। तब उन्होंने आगरा की जगह दिल्ली में लाल किले का निर्माण करवाना शुरू किया। दरअसल, बादशाह शाहजहां को लाल और सफेद रंग से काफी प्यार था इसीलिए उन्होंने लाल किले के निर्माण के लिए लाल पत्थर का चुनाव किया।

इसके बाद लाल किले का डिजाइन तैयार करने के लिए वास्तुकार उस्ताद अहमद को बुलाया गया जिन्होंने लाल किले का पूरा डिजाइन तैयार किया। उस्ताद अहमद ही वे शख्स थे जिन्होंने आगरा के ताजमहल का भी डिजाइन तैयार किया था।

लाल किले को दो भागों में विभाजित किया गया है जिसमें से एक का नाम ‘दीवान-ए-खास’ और दूसरे का नाम ‘दीवान-ए-आम’ रखा गया है। दीवान-ए-खास को काफी खूबसूरती से सजाया गया है क्योंकि ये राजा का निजी कक्ष हुआ करता था। इसकी दीवारों पर काफी खूबसूरत संदेश को उकेरा गया है इसमें लिखा है कि ‘यदि पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है, वह यही है।‘

लाल किले का निर्माण यमुना नदी के तट पर किया गया यह तीनों और से नदी से घिरा हुआ है इसका निर्माण कार्य 13 मई 1638 को शुरू किया गया दरअसल उस दिन इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों का खास त्योहार मोहर्रम था। लाल किले की पहली नीव को इज्जर खान द्वारा रखा गया।

लाल किले का निर्माण 1638 में तो शुरू किया हुआ। लेकिन इसे बनने में करीब 10 साल लग गए। इसका निर्माण साल 1648 में जाकर पूरा हुआ। प्राचीन काल में लाल किला एक अन्य किले से सटा हुआ था इस किले का निर्माण इस्लाम शाह सूरी द्वारा किया गया था।

लाल किले की संरचना (Red Fort Architecture)

मुगल बादशाह शाहजहां ने लाल किले का निर्माण करने के लिए उस जमाने के सबसे कुशल कारीगरों को इसके निर्माण कार्य के लिए चुना था। कारीगरों ने यमुना नदी के पश्चिम में लाल बलुआ पत्थरों के जरिए लाल किले की संरचना तैयार की। लाल किले में एक संग्रहालय, मोती महल, रंग महल, दीवान ए आम और दीवान ए खास का निर्माण भी किया गया।

इसके मंडप के इर्द-गिर्द बहुमूल्य पत्थर, रत्नों को जड़ित किया गया है। लाल किले में रंग महल के करीब मोती मस्जिद को निर्मित किया गया। इस किले के अंदर एक अजायबघर को भी बनाया गया था, यहां मुगल शासकों के कई वस्त्र एवं शस्त्र भी रखे हुए हैं।

लाल किले का नाम (How Red Fort Named)

बहुत से लोग ये जानना चाहते हैं कि इस ऐतिहासिक इमारत का नाम आखिर लाल किला क्यों रखा गया था? इसके पीछे की वजह ये है कि इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है। यह इमारत पूरी लाल है। यही कारण है कि इसे लाल किला कहा जाता है। इस किले का निर्माण 1638 में शुरू हुआ था और ये 1648 में जाकर तैयार हुआ।

लाल किले की प्रमुख संरचनाएं (Major Structures of Red Fort)

लाल किले में कई ऐसी प्रमुख एवं अद्बुध संरचनाओं का निर्माण किया गया है, जो कि बेहद खास है। आइए जानते हैं इन संरचनाओं के बारे में। आप जब भी लाल किला जाए, तब इन्हें देखना न भूलें।

  1. लाहौर दरवाजा– लाहौर दरवाजा लाल किले का प्रमुख दरवाजा है। इसी दरवाजे से 15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण किया जाता है।
  2. नौबत खाना– नौबत खाना को नक्कार खाना के नाम से भी जाना जाता है। यह लाहौर दरवाजे के पूर्वी ओर मौजूद है। इसे उस दौरान संगीतकारों के लिए बनाया गया था। रात के समय यहां पर संगीतकारों द्वारा गीत संध्या का आयोजन किया जाता था।
  3. मुमताज महल– मुमताज महल को बादशाह की पत्नी के लिए बनाया गया था। वर्तमान समय में इसे एक संग्रहालय में तबदील कर दिया गया है।
  4. रंग महल– इस महल को भी रानियों के लिए तैयार किया गया था। इस महल के बीचो बीच एक पुल का निर्माण किया गया है जो कि यमुना नदी से महल को जोड़ती है।
  5. दीवान-ए-आम– दीवान ए आम में इस दौरान सभी महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते थे। इस जगह की चौड़ाई 500 फीट है, जबकि ये 400 फीट गहरा है।
  6. दीवान-ए-खास- यह संरचना दीवाने आम के उत्तरी ओर मौजूद है। इसे संगमरमर के पत्थर से तैयार किया गया है। ये बादशाह का निजी कक्ष हुआ करता था।
  7. मोतीमस्जिद- इस मस्जिद का निर्माण 1659 में औरंगजेब द्वारा किया गया था।
  8. पानी दरवाजा – यह बेहद ही छोटा दरवाजा है जो कि नदी किनारे स्थित है। इसीलिए इसे पानी दरवाजा कहा जाता है।
  9. छाबरी बाजार- यह बाजार लाल किले के करीब मौजूद है।
  10. चट्टा चौक- यह लाहौर दरवाजे के अंदर स्थित है। मुगलों के शासनकाल के दौरान यहां पर कई आभूषणों को बेचा जाता था।

लाल किले से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Some interesting & amazing facts related to Red Fort in Hindi)

  1. बताया जाता है कि लाल किले का रंग लाल न होकर पहले सफेद हुआ करता था। पुरातत्व सर्वेक्षण में भी यह बात सामने आई है कि लाल किले के कई हिस्से में चूना पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। कहा जाता है कि जब चूने के ये पत्थर खराब होने लगे, तब अंग्रेजों ने इसे लाल रंग से रंग दिया।
  2. इस ऐतिहासिक इमारत का असली नाम किला-ए-मुबारक है। इतिहासकारों की माने तो लाल किले का निर्माण शाहजहां ने उस दौर के अग्रणी वास्तुकार उस्ताद हामिद और उस्ताद अहमद से करवाया था। तब इस किले को किला-ए-मुबारक के नाम से पुकारा जाता था। बाद में इसका नाम Lal Quila कर दिया गया।
  3. लाल किले का निर्माण शाहजहां ने उस ज़माने के अग्रणी वास्तुकार उस्ताद हामिद और उस्ताद अहमद से करवाया था। इस इमारत को बनने में 10 साल का समय लगा।
  4. कोहिनूर हीरे के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते होंगे। दरअसल यह हीरा दीवान-ए-खास में मौजूद शाहजहां के शाही सिहासन में लगा हुआ था जिसे सालों बाद नादिर शाह ने लूट लिया और बाद में अंग्रेज इसे चुरा कर अपने देश ले गए।
  5. लाल किले में दो मुख्य द्वार है जिनमें से एक का नाम दिल्ली गेट और दूसरे का नाम लाहौर गेट है। इस गेट का नाम लाहौर शहर के नाम पर रखा गया था, दरअसल उस दौर में भारत-पाकिस्तान का बटवारा नहीं हुआ था।
  6. लाल किले में अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर को कैद कर दिया गया था। दरअसल उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया था। इस वजह से अंग्रेजों ने प्रताड़ित करने के लिए उन्हें अपने ही घर में बंदी बना दिया था।
  7. साल 2007 में लाल किले के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में चुना।
  8. अंग्रेजों ने जब लाल किले पर कब्जा जमा लिया था, तब उन्होंने इसे ध्वस्त करने का भी फैसला लिया था। उन्होंने लाल किले के कई हिस्सों में तोड़-फोड़ की और इसके अंदर मौजूद बहुमूल्य सामानों को बेचकर इसे पूरा खाली कर दिया। अंग्रेजों द्वारा मचाए गए इस विध्वंस की वजह से आज लाल किले में देखने को कुछ भी नहीं बचा, वरना उस दौर में लाल किला आज के लाल किले से बेहद खूबसूरत हुआ करता था।

निष्कर्ष (Conclusion)

भारत में कई ऐतिहासिक स्मारक मौजूद हैं। लेकिन उन सब के बीच लाल किला अभी भी बहुत आकर्षक है और लोगों को अपनी ओर खीचता है, आखिर ऐसा हो भी क्यों न, क्योंकि इसे उच्च कौशल से धनी कारीगरों के द्वारा निर्मित किया गया था। इसकी खूबसूरती को देखने साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। यह पर्यटक सिर्फ देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आते हैं। भारत के प्रधानमंत्री हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस के दिन लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।

LoudspeakerHistory of Delhi in Hindi

Loudspeakerमेरी यात्रा पर निबंध

तो ऊपर दिए गए लेख में आपने पढ़ा लाल किले का इतिहास (History of Red Fort in Hindi), उम्मीद है आपको हमारा लेख पसंद आया होगा।

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Author:

Bharti
Bharti

भारती, मैं पत्रकारिता की छात्रा हूँ, मुझे लिखना पसंद है क्योंकि शब्दों के ज़रिए मैं खुदको बयां कर सकती हूं।