HINDI KAVITA: कण कण में प्रभु
कण कण में प्रभु प्रभु तुम कण कण में हो धरती हो या आकाश मनुष्य हो या जानवर पेड़ पौधे फूल पत्तियों में है तेरा निवास। सजीव हो निर्जीव हो छोटा हो या बडा़ कीड़े मकोड़े, कीट पतंगे या पत्थर की मूर्ति हो इस जहाँ के हर कण में प्रभु तेरा वास। धर्मी हो या […]