वास्तु के अनुसार रसोई कैसी हो – Kitchen vastu tips in Hindi

Last updated on: August 29th, 2020

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Kitchen Vastu Tips in Hindi (Vaastu ke anusar Rasoi kaisi Ho):
भारत प्राचीन काल से ही कोई भी नए निर्माण कार्य वास्तु के अनुसार करता रहा है, भारत की इस प्राचनीनतम पद्धति को दुनिया ने भी माना है और इसपर सहमति जताई है।

रसोई हर इंसान के घर का एक अभिन्न अंग होता है। रसोई परिवार में भाग्य, प्रचुरता और संतोष लाती है। रसोई अग्नि तत्व का द्योतक है और एक स्वच्छ, साफ़ अच्छी, सुव्यवस्थित, रसोई घर में अग्नि देव को आकर्षित करती है अग्नि देव सभी नकारात्मकता का विनाश तथा घर में कमियों को पूरा करने वाले देव है ऐसा प्राचीन काल से विश्वास है।

नीचे हम आपको बताने जा रहे है की वास्तु के अनुसार रसोई कैसी होनी चाहिए (Vaastu ke anusaar Rasoi kaisi Honi Chahiye)

Rasoi As Per Vastu(वास्तु के अनुसार रसोई)
रसोई के लिए स्थान: रसोई को घर की आत्मा माना जाता है। रसोई को घर के दाहिने कोने में रखना वास्तु शास्त्र के अनुसार अच्छा माना जाता है। किचन बनाने का उचित स्थान किचन का दक्षिण-पूर्व कोना माना जाता है। दक्षिण-पूर्व कोने को सबसे उचित इसलिए माना जाता है क्यूकि यहीं से आग के सभी तत्वों को नियंत्रित किया जाता है। दक्षिण-पूर्व कोने के बाद अन्य उचित स्थान उत्तर-पश्चिम कोना रसोई के लिए माना गया है।

सिंक और नल का स्थान: समस्त प्रयोजनों में पानी की जरूरत की पूर्ति के लिए रसोई में सिंक और नल स्थापित किए गए हैं। किचन में नल या सिंक उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना अच्छा माना जाता है इसके अलावा नल या सिंक को स्टोव से दूर रखना उपयुक्त माना जाता है। जल तथा अग्नि तत्व विपरीत स्वाभाव के होते हैं इसीलिए इसको हमारे वास्तु में दूर दूर स्थान दिए गए हैं।

रेफ्रीजरेटर का स्थान: रेफ्रिजरेटर का स्थान दक्षिण-पश्चिम दिशा में सुनिश्चित किया गया है, रेफ्रिजरेटर को जमींन से 0.5 फ़ीट ऊपर रखना अच्छा माना जाता है. रेफ्रिजरेटर को कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए क्योंकि यह अच्छा नहीं माना जाता है ।

पीने के पानी के बर्तन का स्थान: किचन में उपयोग किये जाने वाले मिट्टी के बर्तन, फ़िल्टर या पानी की बोतलों को किचन के उत्तर-पूर्व दिशा में रखना अच्छा माना जाता है।

विद्युत उपकरणों का स्थान: आजकल की आधुनिक रसोई में एडवांस इंडक्शन कुकर, माइक्रोवेव ओवन, जूसर मिक्सचर, टोस्ट मेकर जैसे बिजली के उपकरण होते है। रसोई के दक्षिणी भाग में या दक्षिण-पूर्व दिशा में इलेक्ट्रिक उपकरणों का रखना श्रेष्ठ होता है। उत्तर-पूर्व दिशा में उपकरण रखने से बचना चाहिए।

किचन का फ्लोर: किचन हमारे घर का वर्क स्टेशन माना जाता है, वास्तुशास्त्र के अनुसार मोज़ेक(mosaic), सिरेमिक टाइल्स(ceramic tiles) और संगमरमर (marble) का उपयोग किचन फर्श के लिए अच्छा मन जाता है, वुडेन फ्लोरिंग के इस्तेमाल से बचें।

किचन के लिए रंग: रसोई के लिए गहरे कलर जैसे की काले या ग्रे कलर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, लाल, हरे, पीले या फिर दो कलर के मिक्सचर से उपजे नए कलर का इस्तेमाल रसोई में किया जा सकता है।

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स्वस्थ जीवन के लिए वास्तु नियमों का पालन करें और लम्बा जीवन जिए।

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