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कल्पना चावला की जीवनी | Biography of Kalpana Chawla in Hindi
अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला कल्पना चावला हमारे भारत का गौरव हैं। कल्पना चावला की मृत्यु 2003 में अंतरिक्ष यात्रा में आपदा के कारण हो गई थी।
वे हमारे देश के लिए एक आदर्श हैं और हम सभी उनके जज्बे और साहस को सलाम करते हैं।
नाम | कल्पना चावला |
जन्म | 17 मार्च 1962 (ऑफिशियल – 1 जुलाई 1961) |
जन्म स्थान | करनाल हरियाणा |
पिता का नाम | बनारसी लाल चावला |
माता का नाम | संज्योति चावला |
पति का नाम | जीन पियरे हैरिसन |
मृत्यु | 1 फरवरी 2003 |
सम्मान | 1. Congressional Space Medal of Honor 2. NASA Space Flight Medal 3. NASA Distinguished Service Medal |
जन्म व प्रारंभिक जीवन (Birth & Early Life)
कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को हरियाणा स्थित करनाल शहर में हुआ। इनके माता-पिता का नाम क्रमश: संज्योति चावला और बनारसी लाल चावला था।
कल्पना की दो बहनें जिनका नाम दीपा और सुनीता है और उनका एक भाई है जिनका नाम संजय है। कल्पना अपने सभी भाई-बहनों में सबसे छोटी थीं इसी कारण वह अपने घर में सब की लाडली व सबको प्रिय थीं।
कल्पना चावला की शिक्षा (Kalpana Chawla’s Education)
कल्पना चावला की स्कूली शिक्षा करनाल स्थित टैगोर पब्लिक स्कूल से हुई थी। वह बचपन से ही अंतरिक्ष यात्रा करने के सपने देखा करती थी और इसी को अपना लक्ष्य बना लिया था।
कल्पना के पिता के पिता की इच्छा थी कि वह चिकित्सक या टीचर बने परंतु कल्पना ने साल 1982 चंडीगढ़ स्थित पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की और अमेरिका चली गई।
अमेरिका जाकर इन्होंने Arlington (आर्लिंग्टन) में टैक्सास यूनिवर्सिटी में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में परास्नातक में दाखिला लिया और 1984 में सफलतापूर्वक उसे पूरा किया।
कल्पना की अंतरिक्ष में इतनी अधिक रूचि बढ़ गई थी कि उन्होंने वर्ष 1986 में दोबारा एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में परास्नातक किया और उसके उपरान्त कोलराडो यूनिवर्सिटी से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में Ph.D. की डिग्री भी प्राप्त की।
कल्पना चावला का विवाह (Kalpana Chawla’s Marriage & Husband Name)
कल्पना चावला और जीन पियरे हैरिसन अपने कालेज की पढाई के दौरान अच्छे दोस्त बन गए थे फिर दोनों ने 2 दिसंबर 1983 में विवाह कर लिया था।
कल्पना चावला का करियर (Kalpana Chawla’s Career)
कल्पना चावला के करियर की शुरुआत एक उड़ान प्रशिक्षक से हुई। वर्ष 1988 में उन्होंने Overset Methods Inc.और एम्स रिसर्च सेंटर में उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करना शुरू किया।
उन्हें एकल व बहुइंजन वायुयानों के लिए व्यवसायिक विमान चालक का लाइसेंस प्राप्त था। 1991 में उन्हें अमेरिका की नागरिकता भी प्रदान कर दी गई थी और तब उन्होंने नासा एस्ट्रोनॉट कॉरपोरेशन के लिए आवेदन दिया था।
जिसके बाद 1995 में उन्हें नासा एस्ट्रोनॉट कॉर्प. में सम्मिलित कर लिया गया और वर्ष 1997 में उन्होंने अपनी पहली उड़ान भरी (STS-87)।
इस यात्रा में कल्पना कुल 372 घंटे अंतरिक्ष में रही। वह पहली भारतीय महिला और दूसरी वह भारतीय थीं जो कि अंतरिक्ष यात्रा पर गई थी। उनके पहले भारत से राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष में गए थे।
इस यात्रा के बाद कल्पना को Space Station पर काम करने की तकनीकी जिम्मेदारी सौंपी गई। तत्पश्चात वर्ष 2000 में कल्पना ने अपनी अंतरिक्ष की दूसरी उड़ान भरी।
कल्पना चावला कोलंबिया अंतरिक्ष यान के (STS-107) उड़ान दल में शामिल की गई थी परंतु इस मिशन में कुछ तकनीकी खराबी होने के कारण इस मिशन को दोबारा से शुरू किया गया।
कोलंबिया STS-107 (Colombia STS-107)
वर्ष 16 जनवरी 2003 को कल्पना चावला ने कोलंबिया पर सवार होकर STS-107 मिशन की शुरुआत की। इस मिशन में कल्पना को माइक्रोग्रैविटी प्रयोग करने का जिम्मा दिया गया था।
जिसके लिए उन्होंने 80 प्रयोग किए। इस यात्रा में कल्पना के साथ 7 अन्य सदस्य भी थे। जिनका नाम थे- रिक डी हुसबन्द, कमांडर माइकल पी एंडरसन, डेविड एम ब्राउन, इलान रामों, पायलट विलियम सी मेकुल, लॉरेल क्लार्क ओर कल्पना चावला।
कल्पना चावला की मृत्यु (Kalpana Chawla’s Death)
कल्पना चावला की मृत्यु उनकी दूसरी अंतरिक्ष यात्रा कोलंबिया STS-107 की वापसी पर हुई थी। 16 दिन की यात्रा के पश्चात 1 फरवरी 2003 को, जब कोलंबिया STS-107 यान धरती से केवल 63 किलोमीटर की ऊंचाई पर था तो उसमे तकनीकी खराबी आ गयी और वह वायुमंडल में प्रवेश करते ही टूटकर अमेरिका के टेक्सस मे गिर गया और उसके अंदर सवार कल्पना चावला और उनके अन्य साथियों की मृत्यु हो गई।
कल्पना चावला ने भारत का नाम गर्व से ऊंचा किया था। वह हमारे भारत की बेटी है जिन पर हर भारतीय को नाज़ है।
कल्पना चावला को मिले पुरस्कार व सम्मान (Awards)
- Congressional Space Medal of Honor
- NASA Space Flight Medal
- NASA Distinguished Service Medal
- टैक्सस यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्र द्वारा संघ 2005 में मेधावी छात्रों के लिए कल्पना चावला यादगार छात्रवृत्ति (Kalpana Chawla Memorial Scholarship) कार्यक्रम स्थापित किया गया।
- कर्नाटक सरकार द्वारा युवा महिला वैज्ञानिकों को कल्पना चावला पुरस्कार से नवाजा जाता है।
- NASA ने Kalpana Chawla के नाम पर एक Super Computer समर्पित किया है।
- हरियाणा सरकार ने ज्योतिसर कुरुक्षेत्र में तारामंडल (Planetarium) बनवाया जिसका नाम कल्पना चावला पर रखा गया।
- न्यूयॉर्क में जैक्सन हाइट्स क्वींस के 74 स्ट्रीट के नाम को 74 कल्पना चावला स्ट्रीट कर दिया गया है।
- पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में लड़कियों को मिलने वाला छात्रावास के नाम को कल्पना चावला छात्रावास कर दिया गया है।
कल्पना चावला ने भले ही दुनिया को बहुत जल्दी विदा दे दी लेकिन वह हमेशा हम सब के लिए एक प्रेरणा रहेंगी। उन्होंने भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है जिसके लिए हम हमेशा उनके जज्बे और साहस को सम्मान करते हैं।
कल्पना चावला के बारे में कुछ रोचक तथ्य (Some Interesting Facts about Kalpana Chawla in Hindi)
- कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला और दूसरी भारतीय थी।
- कल्पना चावला के पिताजी चाहते थे कि कल्पना एक शिक्षक या डॉक्टर बने परंतु कल्पना चावला बचपन से ही इंजीनियर बनना चाहती थी और अंतरिक्ष में जाना चाहती थी।
- कल्पना चावला को हमेशा से अंतरिक्ष में दिलचस्पी थी और वह रतनजी दादाभाई टाटा को अपनी प्रेरणा मानती थी।
- कल्पना चावला ने अपनी पहली उड़ान STS-87, कोलंबिया शटल से की थी जिसकी उड़ान अवधि 19 नवंबर 1997 से 5 दिसंबर 1997 की थी।
- कल्पना चावला की दूसरी उड़ान 16 जनवरी 2003 को स्पेस शटल कोलंबिया STS-107 से हुई थी यह एक 16 दिन का मिशन था।
- स्पेस शटल कोलंबिया STS-107 मिशन से वापस आते हुए 1 फरवरी 2003 को दुर्घटना होने के कारण कल्पना चावला की मृत्यु हो गई।
Author:
आयशा जाफ़री, प्रयागराज