HINDI KAVITA: अनाथ
अनाथ नहीं थी जरूरत मेरी तो, सड़क किनारे रख दिया। जिसको कमी थी मेरी, गोद मे उठाकर छत बन गया।। फिक्र थी जिसको मेरी, लावारिस से वारिस बना दिया । एहसान किया उसने, गैरों से अपना बना दिया ।। अपना नहीं हू, पर अपना बनाने की कोशिश करेंगे । मुझ जैसे लावारिस को नया जीवन […]