Best Hindi Poetry
Best Hindi Poetry | एक साया आया मन में बेचैनी संगअनचाहा डर समाया था,उलझनों का फैसला मकड़जालजाने क्यों समझ से बाहर था। नींद आँखों से कोसों दूर थी,जैसे नींद और आँखो कीन कोई प्रीति थी। कैसे भी चैन नहीं मिल रहा थाबेचैनी से बचने के चक्कर मेंमैं बार बार बाहर भीतर आ जा रहा था,पर […]