Hindi Kavita on Yuddh Aur Sadbhaavana
व्यंग्य: युद्ध और सद्भावना आइए! कुछ नया करते हैंसद्भावना की आड़ में युद्ध करते हैं,आखिर क्या रखा है सद्भावना मेंकुछ नहीं बचा है आजऔपचारिक बनी सद्भावना में। सद्भावना के चक्कर में न पड़िएयुद्ध की पृष्ठभूमि तैयार कीजिएअपने आप को व्यस्त रखने कासूत्रपात कीजिए।युद्ध का अपना मजा है, मरना मारना बिल्कुल नहीं मना है।डर डर कर […]