HINDI KAVITA: सच झूठ
सच झूठ सच के टिकते रिश्ते जग मेंसच की डगर अटूट, बोलन सच लगता कड़वा लागेमीठा लागे झूठ, झूठ चिल्लात अटरिया से बनकर सच खड़ा है ठूंठ, विजय होती अंत में सच कीगांठ बांधलो खूंट, सच को लागी पाबंदी हैझूठ को मिली है छूट, ज्युं सच बोलन लाग्यासम्मुख खड़ा जाए रूठ, मीठा स्वाद है सत्य […]